10 वर्षीय राही बनी मिशाल, अपनी गुल्लक के पैसे दिए पीएम केयर फंड में!

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कोरोना के समय जहां बड़े बड़े कोर्पोरेट करोडों रूपए का दान दे कर इस संकट के समय में देश की मदद कर रहे है। वहीं एक दस वर्ष की बच्ची ने अपनी जमा की छोटी-छोटी राशि मिलाकर कुल एकत्रित 5670 रूपए पीएम केयर में दान दे उनसे कई गुना बड़ा काम किया है। राही ने लोगों के अंदर देश की सेवा करने का भाव पैदा करने का प्रयास किया है।


मथानियाँ (जोधपुर) के सूरत प्रवासी अरुणा-पंकज माहेश्वरी की दस वर्षीय बेटी राही माहेश्वरी ने महेश नवमी के शुभ दिन अपनी पोकेट मनी से गुल्लक में बचत के 5670 रुपये कोरोना से पीड़ितों की मदद के लिए डोनेट करने की इच्छा जाहिर की। इस सोच की उसके सभी परिजनों ने सहारना की और उसके पापा सीए पंकज माहेश्वरी ने पीएम केयर फंड में 5670 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए। इस बच्ची ने देश के सामने आदर्श प्रस्तुत किया हैं।

राही एस.डी. जैन विद्यालय कक्षा छः में पढ़ती हैं। राही ने बताया कि बचपन से ही मैंने मेरे पिता को समाज सेवा करते हुए देखा तो मुझमें भी कोरोना पीड़ितों की मदद की इच्छा जाग्रत हो गई।


बिज़नेस न्यूज़

लॉकडाउन के बकाया पेमेन्ट पर ब्याज का दबाव बर्दाश्त नहीं होगा: एसजीटीटीए
साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से शुक्रवार को जूम मीटिंग का आयोजन अध्यक्ष सांवर प्रसाद बुधिया की अध्यक्षता में किया गया जिसमें बड़ी संख्या में शामिल मेंबरों के साथ लॉक डाउन खुलने के बाद आ रही समस्याओं पर चर्चा हुई।

सबसे पहले तो हाल में वीवर की ओर से लॉकडाउन के दिनों के ब्याज की डिमांड पर सदस्यों ने नाराज़गी व्यक्त की ओर कहा कि लोकडाउन के बाद का ब्याज नहीं माँगा जाए। इसके लिए किसी व्यापारी पर दबाव नहीं डाला जाए यह व्यापारी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

इसके अलावा व्यापारियों ने अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की। व्यापारियों का कहना था कि सभी ग्रे वीवर सप्लायर्स को यह समझने की जरूरत है कि वीवर और दुकानदार का सम्बंध काफी पुराना और बहुत मजबूत है. व्यापारियों ने भूतकाल में सदैव ही वीवर की हर व्यवस्था एवं धारा धोरण का सदा मान सम्मान किया है ।

परंतु कोरोना काल के इस असाधारण और भीषण संकट काल के नुकसान को ध्यान में रखते हुए लॉक डाउन पीरियड के दिनों की गिनती को नहीं गिना जावे साथ ही लॉक डाउन पीरियड के समय के ब्याज के लिए व्यापारी भाइयों पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाएं।ऐसा कोई भी दबाव व्यापारी वर्ग बर्दाश्त नहीं करेगा।

व्यापारियों का कहना था कि सभी वीवर एवं सप्लायर्स से ऐसा कोई भी व्यापार के विरुद्ध माहौल नहीं बनावे।सूरत के टेक्सटाइल व्यापार को पुनः पटरी पर लाने के लिए सभी वीवर भाइयों एवं सप्लायर्स को दुकानदार भाइयों का सहयोग करना ही होगा।

इसके अलावा प्रोसेसर्स एसोसिएशन द्वारा समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के द्वारा पेमेंट संबंधित नयी शर्तों एवं शर्तों के उल्लंघन पश्चात कार्यवाही करने का जो नोटिस जारी किया गया है।यह नोटिस बहुत ही चिंतनीय, असंवेदनशील एवं अव्यावहारिक है। इस प्रकार की नीति का अभी ना तो यह उचित समय है ना व्यापरियों को प्रताड़ित या परेशान करने का समय है।

प्रोसेसर्स एसोसिएशन द्वारा लिए गए इस अवांछित एवं असामयिक फैसले के खिलाफ SGTTA अपना विरोध दर्ज कराती है और अपील करती है कि व्यापार को पीछे धकेलने वाला कोई भी कदम ना उठावे।
साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव सुनील कुमार जैन ने बताया कि जूम मीटिंग में मार्केट खुलने और बंद होने के समय को लेकर भी व्यापक चर्चा हुई।

परिवार के महत्व का अनुभव जो लॉक डाउन पीरियड के दौरान महसूस हुआ उसे समझते हुए सभी सदस्यों ने एकमत से प्रतिष्ठानों के खुलने का समय सुबह 9 बजे से देर शाम 7 बजे तक का स्वागत किया। उन्होंने कहा किइस जूम मीटिंग के माध्यम से साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन सभी व्यापरियों एवं सभी सहयोगियों से अपील करती है कि इस कठिन समय में सभी एक दूसरे का पूर्ण सहयोग एवं सम्मान करें।

यह समय दुकानदारों एवं उनसे जुड़े हुए सभी तरह के सहयोगियों को एक दूसरे के नफे नुकसान को ध्यान में रखते हुए निजी स्वार्थ या लाभ हानि से ऊपर उठ कर साथ निभाने का है।

सबका साथ सबका विश्वास ही आज के व्यापार की जरूरत है तभी सूरत एवम भारत फिर से खूबसूरत बन पाएगा।मीटिंग के अंत में SGTTA के कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने सभी उपस्थित सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया।