सूरत
सूरत महानगरपालिका ने शहर की बढ़ती हुई जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए यातायात की सुविधा के लिए शुरू की सिटीबस और बीआरटीएस सेवा लोगों के लिए आशीर्वाद सामान साबित हो रही है। लेकिन एक्सीडेंट जैसे कई कारणोसर पालिका की इस सुविधा को लोगों के टिप्पणी का सामना करना पड़ रहा है। बीते 9 साल की बात करें तो बीआरटीएस से एक्सीडेंट के चलते 109 लोगों की जान जा चुकी है और 116 गंभीर ढंग से घायल हो गए है। हालांकि पालिका की और से सावधानी के तमाम कदम उठाए जा रहे हैं।इसके बावजूद एक्सीडेंट जैसी घटनाएं हो रही है।
सूरत महानगर पालिका की ओर से मिली जानकारी के अनुसार शहर में वर्ष 2014 से बीआरटीअएस की सेवा शुरू की गई है।शहर की दूरी के क्षेत्र के बीच पालिका ने बीआरटीएस बसो के लिए डेडीकेटेड रूट बनाया है। इनमें सिर्फ बीआरटीएस बसें ही दौड़ती हैं सूरत का बीआरटीएस रोड सबसे लंबा ग्रीन कॉरिडोर माना जाता है।
बीआरटीएस ग्रुप में दौड़ने वाली सभी बसें लगभग इलेक्ट्रिक बसे हैं। सूरत महानगरपालिका बीआरटीएस के मामले में तमाम सावधानियां बरती जाती है और इसे समय-समय पर अपडेट भी किया जाता है। बीते 9 साल में बीआरटीएस कॉरिडोर के अंदर 67 और कॉरिडोर के बाहर 42 जैसी एक्सीडेंट की घटना में 109 लोगों की जान जा चुकी है। वही दूसरी ओर 116 को गंभीर चोट भी पहुंची है। इसमें से 84 बीआरटीएस रूट के अंदर और 38 बीआरटीएस रोड के बाहर एक्सीडेंट हुए हैं।
सूरत महानगरपालिका की ओर से एक्सीडेंट जैसी घटनाओं में बस एजेंसी को दंड भी किया जाता है ।साथ ही ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है।बीते 3 साल की बात करें तो कार्यवाही करते हुए मनपा ने लगभग 20 लाख रुपए की पेनल्टी वसूल की है। कुछ वर्षों पहले पालिका ने बीआरटीएस रुट में घुस जाने वाले वाहनों को रोकने के लिए स्वींग गेट भी लगाए थे लेकिन समय के साथ कई गेट बंद हो गए और कई को रिप्लेस करने की जरूरत है लेकिन अभी तक पालिका इस बारे में उदासीन है। इसके चलते बीआरटीएस रुट में अन्य वाहन भीआते-जाते रहते हैं।इस कारण भी घटनाएं हो रही हैं।
--बस एजेंसियों से वसूल की गई पेनल्टी की रकम
वर्ष -- पेनल्टी की रकम
2022----5,65,000
2023----8,02,500
2024---6,57,000