सूरत
गुरूवार का दिन सूरत के लिए अन्य दिनों की अपेक्षा ठीक रहा। गुरुवार को सूरत में 13 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज आए जो कि अन्य दिनों की अपेक्षा कम है। अब तक शहर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 594 पर पहुंची है। मृतकों की संख्या कुल 24 पर पहुंची है। अब तक 55 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। बाकी के उपचाराधिन है। गुरूवार को कुल 27 जनों को एक साथ डिस्चार्ज किया गया।
13 नए मरीज
जगदीशभाई सुरेशभाई गोहिल (43) पुरुष,जलाराम सोसाइटी, अमरोली
काजलबेन विनोदभाई वेगड़ (32) महिला ,उदयनगर -2, कतरागाम
सलमा इल्याश खत्री (31) महिला ,सानिया रेजीडेंसी, न्यू रांदेर रोड
वनिता अवजुभाई कंसिया (26) श्री सतश्रृंगी भवन -2, रुस्तमपुरा
वसुमती विनोद भगत (65) गजानंद शेरी, अम्बानगर, अठवा
मुस्कान राजू कुरैशी (31) आनंदनगर, उमरवाड़ा
रमेश दिनकर तिड़के (31) पुरुष सुभाषनगर, लिम्बायत
मांगीलाल गुलाबचंद कलाल (54) पुरुष संतनगर, परवत गाम
रणछोड़भाई दुलाभाई परमार (62) पुरुष धरतीननगर, कोसाड
जितेन्द्र बृजलाल कुशवाहा (28) पुरुष मारुतिधाम सोसाइटी, कतारगाम
दिनेशभाई त्रिकम भाई परमार (56) पुरुष शास्त्रींगर, खटोदरा कॉलोनी
अनाम जोहानसन (50) महिला शिवनगर, उधना
भीम मोर्या (32) पुरुष उपासना चैंबर, मोदी महलो, वराछा
तीन की मौत
सुलेमान रहमान शेख (48) किडनी की बीमारी से पीड़ित मानद रवाजा टेनामेंट
सुनील कन्हैयालाल बजाज (38) पुरुष रामनगर, रांदेर को किडनी की बीमारी थी
भगवानदास राणा (60) मानदरवाजा टेनमेंट
समरस के क्वारन्टाइन में योग क्लास
मनपा समरस हॉस्टल और कोविद केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के लिए विभिन्न सुविधाएं शुरू करेगा ताकि उन्हें घर का माहौल मिले और वे अकेलापन महसूस न करें। सूरत के नगर आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि वर्तमान में 505 लोग विकेंद्रीकृत क्वारन्टाइन में, 1873 होम क्वारन्टाइन और 225 समरस छात्रावास में हैं।
क्वारन्टाइन में रहने वाले मरीज़ अकेले रहते हैं, वे किसी से नहीं मिल सकते हैं या उनसे बात नहीं कर सकते हैं, वे अकेला महसूस नहीं करते हैं मनपा उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विशेष देखभाल कर रही है। समरस और कोविद केयर सेंटर के मरीजों के लिए एक ऑनलाइन योग क्लास शुरू की जाएगी और लाइब्रेरी से उनकी पसंद की किताबें भी मंगवाई जाएंगी। समरस हॉस्टल में वाई-फाई की भी शीघ्र ही व्यवस्था की जाएगी, उन्होंने कहा कि सूरत कोविद केंद्र देश के सबसे अच्छे केंद्रों में से एक है, जहाँ डॉक्टरों के साथ-साथ चिकित्सा दल ने रोगियों की विशेष देखभाल करने का दावा किया है।