सूरत
चार दिन पहले आए एक फोन के बाद से सूरत पुलिस की नींद हराम हो गइ है। दरअसल चार दिन पहले पुणा थाना क्षेत्र में सुभाष नगर के नजदीक अंबेडकर हाउस में रहने वाले हर्षदा बेन दीपक भाई सुरती पर एक फोन आया था जिसमें कि उनकी चौदह साल की बेटी उसका किसी ने मुंह बाध कर अपहरण कर लिए होने की बात कह कर रोने लगी।
इसकी जानकारी जब परिवार ने पुलिस को दी तब से पुलिस की नींद हराम हो गइ है। मिली जानकारी के अनुसार हर्षदा सूरती और उनके पति दीपक सूरत हॉस्पिटल में ड्यूटी करते हैं। जिसमें की सबसे बड़ी बच्ची प्रतिमा गत 29 तारीख को अपनी दादी के यहां गई थी लेकिन, देर तक नहीं लौटी। उसके बाद से वह लापता थी। इस दौरान गत मंगलवार को हर्षदा बहन के पति पर एक अजनबी नंबर से फोन आया था। जिसमें फोन करने वाली ने अपनी पहचान उनके बेटी प्रतिमा के तौर पर दी।
इसके बाद बात नहीं हो सकी। बेटी की अपहरण की बात सुनकर पूरा परिवार रोने लगा। उन्होंने जब नंबर पर दोबारा कॉल किया तब लडकी ने रोते-रोते कहा ‘मैं प्रतिमा बोल रही हूं मैं यहां फस गई हूं। मुझे जगह का पता नहीं मेरा मुंह दबाकर मुझे उठा लाया गया है मैं बाजू वाले के यहां से फोन कर रही हू’। ऐसा कह कर उसने फोन काट दिया। इस घटना की जानकारी परिवार ने पुलिस को दी पुलिस ने इस मामले की जांच करने पर मोबाइल के आधार पर कॉल डिटेल निकाले हैं।
पुलिस ने लड़की का फ़ोन जिस पर से आया था इस महिला के साथ बात भी की। महिला ने बताया कि उसकी प्रतिमा से मुलाकात अंकलेश्वर में हुई थी। बाद में प्रतिमा फस गई थी। प्रतिमा ने इस महिला से मदद करने के लिया था और घर पर फोन किया था।
पुलिस के डर से पहले इस महिला ने अपना लोकेशन नहीं बताया लेकिन, पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर इसका लोकेशन ढूंढ लिया। इसके घर जाने पर वह नहीं मिली। बाद में इसका फोन नंबर अंकलेश्वर मे ट्रेस होने के कारण पुलिस ने वहां जांच शुरू की है। उल्लेखनीय है कि अभी तक अपह्यत लड़की के पिता को यह लग रहा था कि लड़की उनकी दादी के यहां गई थी।
(किशोरी का नाम काल्पनिक है)