राम मंदिर के लिए अग्रवाल विकास ट्रस्ट ने दिये 5.51 करोड़ रूपए

अग्रवाल विकास ट्रस्ट द्वारा रविवार को प्रातः 11 बजे से श्रीराम मंदिर निर्माण निधि समर्पण समारोह का आयोजन सिटीलाईट स्थित महाराजा अग्रसेन भवन के द्वारका हॉल में किया गया|कार्यक्रम की शुरुआत महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा के समक्ष मुख्य अतिथियों एवं ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्जवलित करके की गयी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री गोपाल – संघ प्रचारक व क्षेत्रीय संगटन मंत्री विश्व हिन्दू परिषद एवं अतिथि विशेष के रूप में गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर.पाटिल उपस्थित रहे।


इसके पश्चात् अग्रवाल विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, निवर्तमान पूर्व अध्यक्ष हरि कानोडिया, उपाध्यक्ष संजय सरावगी, कोषाध्यक्ष सुभाष पाटोदिया, सह-सचिव राजीव गुप्ता, सह-कोषाध्यक्ष राहुल अग्रवाल, मंदिर निर्माण निधि समर्पण सूरत चैप्टर के चेयरमैन प्रमोद चौधरी, दान संग्रह प्रवृति मे सक्रिय व महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राकेश कंसल सहित ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्षगण, वरिष्ठजनों द्वारा एकत्रित सारे दान पांच करोड़ इकावन लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह (5,51,11,111/-) के सभी चेक समारोह के मुख्य अतिथि गोपालजी – संघ प्रचारक व क्षेत्रीय संगटन मंत्री विश्व हिन्दू परिषद को सामूहिक रूप से समर्पित किया गया। कार्यक्रम के समापन में ट्रस्ट द्वारा सभी दानदाताओं एवं उपस्थित सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया।


उक्त अवसर पर सूरत महानगर संघ महामंत्री श्री केतनभाई लापसीवाला, विश्व हिन्दू परिषद-सूरत अध्यक्ष अनिल रूंगटा, अग्रवाल विकास ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी कपीश खाटूवाला, बालकिशन अग्रवाल, युवा एवं महिला शाखा के सदस्यों सहित अनेकों महानुभाव उपस्थित रहे। निधि समर्पण समारोह चूंकि प्रभु श्रीराम निमित्त आयोजित हुआ।

अतः उन्ही की कृपा से सम्पूर्ण आयोजन राममय एवं जय श्रीराम के जयघोष से अति भक्तिमय एवं जीवंत रहा। कार्यक्रम उपरान्त मुख्य अतिथि श्री का दान चेक प्राप्ति हेतु आभार उद्बोधन काफी भावनात्मक एवं प्रेरणादायी रहा।

सूरत पुलिस ने लूट की गुत्थी कुछ घंटो में सुलझाई: दो पकडाए


शनिवार को सूरत के रामपुरा क्षेत्र में भवानीवड स्थित आंगडिया पेढी में रूपए भरने जा रहे ओइल कंपनी के कर्मचारी को चक्कू मार कर 19 लाख रुपए की लूट कर दो लोग फरार हो गए थे। 20 सेकन्ड में हुई इस घटना में पुलिस ने दोनो आरोपियों को छह घंट में ही पकडकर मामला का पर्दाफाश कर दिया है।


मिली जानकारी के अनुसार रामपुरा राजावाडी में रहने वाले असलम सुप्रिम ओइल की कपनी के नाम से व्यापार करते हैं। शनिवार की शाम को पांच बजे कंपनी के कर्मचारी हमीद और अमीन बाइक पर 19 लाख रूपए लेकर महिधरपुरा के भवानीवड में एक आंगडिया पेढी मे रूपए भरने के लिए जा रहे थे।

इस दौरान बाइक पर आए दो युवको मे से एक ने हमीद के पांव पर चक्कू मार दिया। इस दौरान हमीद के पीछे बैठा युवक रुपए की थैली लेकर भाग रहा था। लेकिन चक्कू लेकर आए युवक ने उसे चक्कू दिखाकर 19 लाख रुपए भरा बैग लेकर फरार हो गया। घटना के बारे में पुलिस को जानकारी मिलने पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और सीसीटीवी कैमरे के मदद से जांच शुरू की थी।

पुलिस ने इस मामले में तौफिक और गफारशा नाम के दो शख्सों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि असलम की कंपनी में काम करने वाला ही लूटेरा निकला। उनकी कंपनी में पहले गफारशा काम करता था। इसलिए उसे सब जानकारी थी।

इसलिए उसने अपने दोस्त तौफिक के साथ मिलकर यह प्लान बनाया था। दोनो को पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से पकड लिया। दोनो के पास से रूपए जब्त कर पुलिस ने आगे की जांच शुरू की है।

क्या कपड़ा और हीरा उद्योग की पूरीं होगी यह मांग


सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश करेंगी। ऐसे में सूरत के कपड़ा उद्यमियों को और हीरा उद्यमियों को बजट से बड़ी उम्मीद है। कोरोना के कारण सूरत का व्यापार- उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है। कपड़ा उद्यमियों को उम्मीद है कि इस बुरे दौर में बजट उनके लिए थोड़ी ऑक्सीजन लेकर आएगा। कपड़ा उद्यमियों को ज्यादातर उम्मीद पॉलिस्टर और नायलॉन यान पर एंटी डंपिंग ड्यूटी को लेकर है।

दरअसल सूरत के विवर चाहते हैं कि विदेश से आयातित यार्न पर एंटी डंपिंग ड्यूटी नहीं लगी और यार्न उत्पादक चाहते हैं कि एन्टि डम्पिंग ड्यूटी लग जाए। इसके अलावा कपड़ा उद्योग की मांग है कि टफ योजना का बैक लोग भी क्लियर हो और टफ योजना में मिलने वाली सब्सिडी बढा दी जाए। इसके अलावा अन्य कई मांगे भी ने पेश की है।


सूरत का कपडा और हीरा उद्योग जीएसटी से पूरी तरह नाखुश रहा है। जीएसटी कर प्रणाली में उलझन अभी भी यथावत रोज नए सुधारे से दिनों दिन समस्याएं दुगनी हो रही है। कोरोना महामारी को लेकर बीता वर्ष बडे ही संघर्ष में गुजरा है ।उद्योग में उत्पादन और रोजगार प्रभावित हुआ है। जीएसटी लागू होने के तीन साल के बाद भी टैक्स की असमंजस और लंबी प्रक्रिया से कारोबारी परेशान है।

उद्योग में करोड़ों की क्रेडिट,रिफंड अटका हुआ है।बार – बार की दर्खास्त व अपील बेनतीजा रही है।टेक्सटाईल क्षेत्र में लोकप्रिय रही टफ योजना की सब्सिडी अधर में है। उद्यमियों की कैपिटल जाम पडी है। ऐसी स्थिति में उद्योग में नवीनीकरण को बढावा,कर प्रक्रिया के सरलीकरण,उद्योग के पुर्नगठन के लिए आसान ऋण आदि की ढेरों उम्मीदें है।


कपडा उद्योग की उम्मीद :
वियेतनाम,बांग्लादेश से आयाती फेब्रिक्स पर 10 प्रतिशत ड्यूटी लगाई जाए।(2) मशीन पर जीएसटी की दर 18 से घटाकर 12 फीसदी कर दी जाए। (3) सूरत को गारमेर हब बनाया जाए(4) निर्यात वृध्धि के लिए योजना घोषित की जाए(5) पांच करोड तक के कारोबार वाले व्यापारियों को राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए(6) पावर टैक्स स्कीम फिर से शुरू की जाए(7) मशीन की आयात पर टैक्स का रिफंड(8) टफ योजना के तहत सबसिडी में 40 प्रतिशत तक की बढोतरी।


हीरा- जेवरात उद्योग की अपेक्षाएं

(1) हीरा उद्योग को टीसीएस के प्रावधान से मुक्ति(2) सोने पर आयात शुल्क 12.5 से घटाकर 4 प्रतिशत हो(3) कीमती जेमस्टोन पर आयात शुल्क में कटौती(4) नकद में खरीदी की मर्यादा बढाकर । लाख की जाए हीरा(5) हीरा जेवरात खरीदी में ईएमआई की सुविधा(6) कट पोलिश्ड जेमस्टोन पर आयात शुल्क वटाकर 2.5 % नोटीफाइड जोन से हीरों की बिक्री में कर प्रणाली में सुधार।

पडोसी के प्यार में अंधी पत्नी ने पति को मरवा डाला


प्यार में अंधी पत्नी ने अपने पति को गोली मरवाकर हत्या कर दी। इस घटना में कोर्ट ने आरोपी की जमानत अर्जी ना मंजूर कर दी। महुआ तहसील के वांकलधारा गाव में रहने वाली कृपा देसाई ने उसके प्रेम संबंध की जानकारी पति संजय सिंह को लग जाने पर अपने प्रेमी से  मिलकर पति की हत्या करवा दी थी।

जून 2019 में वांकलधरा गांव में मां कृपा वेब्रिज से नजदीक में स्थित ऑफिस में संजय सिंह दिलीप सिंह देसाइ को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच के दौरान पता चला कि संजय सिंह की पत्नी कृपा देसाई और आरोपी कान सिंह खुर्शीद सिंह राजपुरोहित के बीच प्रेम संबंध था। कृपा और कान सिंह के बीच अनैतिक संबंध की जानकारी उसके पति को चल गई थी। जिससे की कृपा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी।

संजय सिंह की हत्या के बदले में 1000000 रुपए देकर हनुमान सिंह माधव सिंह को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। संजय सिंह की हत्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले श्रवण सिंह बाबू सिंह राजपुरोहित ने जमानत के लिए बारडोली कोर्ट में गुहार लगाई थी। जिसका की सरकारी वकील जितेंद्र पारडी वाला ने विरोध किया था।

कोर्ट ने उसे आरोपी मानते हुए श्रवण सिंह की जमानत अर्जी नामंजूर कर दी।

प्रेमिका के पिता ने कहा 24 लाख लाओ तो शादी करूंगा, युवक बन गया लूटेरा

कहते है कि प्रेम में पागल कुछ भी कर सकते हैं। कुछ लोग जान दे सकते हैं तो कुछ जान ले सकते हैं। तीन दिन पहले शहर के व्यापारी के पुत्र के अपहरण के मामले में भी प्रेम का मामला सामने आ रहा है। इस पूरे कांड के मुख्य आरोपी अजय अपने समाज की एक लड़की से प्यार करता था और उससे कोर्ट में शादी की थी।

इस पर हंगामा होने के बाद समाज की बैठक में युवती के पिता ने अजय से 24 लाख रूपए देने को कहा था। अपने प्रेम को पाने के लिए अजय ने फैजान नबी खान उस्मान के माध्यम से राजस्थान के धोलपुर से हथियार भी मंगा लिए थे। इस दौरान उसकी मुलाकात कारखाना मालिक इरशाद उर्फे छोटू शमसेर मुल्तानी के साथ हुई।

इस गैंग में शामिल सभी आरोपी छोटे-मोटे गुनाह के आरोपी थे। कौमिल के परिवार के पास रुपए होने और वह सरलता से पैसे देंगे इसलिए पूरी टीम तैयार हो गई। इसके बाद कोमिल और उसके परिवार की दिनचर्या जान ली। इसके बाद उस पर काम किया।


प्रेमिका को पाने के लिए अजय ने 25 लाख रुपए के लिए कौमिल का अपहरण करने का मन बनाया। इसके पहले उसकी पहचान के लिए इरशाद को अपने साथ कौमिल की दुकान पर ले गया था। कौमिल रोज सवेरे घर के पास  जिम जाता था। इसलिए रास्ते से ही उसका अपहरण करने के लिए तय कर लिया गया था।

अपहरण के समय यदि इरशाद भी साथ में रहेगा तो पहचान जाने का डर था। इसलिए अपहरण के समय वह नहीं था। अपहरण करते समय अजय,चिराग, सोनु, कानो, सोनु तथा इरशाद अपने अन्य साथी अपराधियों के साथ पूरी गतिविधि पर नजर रख रहे।


आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि गुरुवार को कौमिल का अपहरण करके कई घंटे बाद छोड़ा गया। इस दौरान यदि पैसे नहीं मिलते या कौमिल के घर वाले पुलिस को जानकारी देते तो अपहरणकर्ता उसे गोली मार देते। उन्होंने एक बार हवा में फायरिंग भी की थी। इसलिए कौमिल उदास हो गया था। उनको पैसे देने के लिए दूधवाला परिवार ने दूसरे से रुपए लिए थे कौमिल के छुटकारे के बाद और रुपए मिल जाने के बाद दूध वाला परिवार पुलिस कमिश्नर से मिला और उनका आभार व्यक्त किया।

कौमिल के अपहरण करने में नौ लोग शामिल थे। चिराग यादव अपन साथ काना नाम के शख्स को भी लेकर गया था रूपए वसूलने के लिए काना को लेकर दूसरे अपराधियों के साथ दुखिया के दरबार पर एक करोड़ लेने आया था।गडबड नजर आए तो गोली मार देने का भी तय किया गया था। एक करोड़ लेने के बाद काना ने अपने इस्तेमाल के लिए 86000 लेकर वहां से चला गया था। शनिवार को पुलिस ने काना को भी पकड़ लिया। 

ट्रेन में मोबाईल छीनने की कोशिश, बचाने के चक्कर में गिरे युवक की मौत

शहर में चेन स्नेचर और ट्रेन में मोबाईल खींचने वालों के कारण लोगों का जीना दुस्वार हो गया है। चार साल पहले ट्रेन के गेट के पास बैठे युवक से मोबाइल खीचा गया। इस दौरान वह भी नीचे गिर गया। इससे ट्रेन के नीचे आ जाने से युवक की मौत हो गई। इस मामले में कोर्ट ने दो आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुनाई।


 7 अक्टूबर 2016 को जयदीप जगदीश भाई केवड़िया भरूच से चली विरार शटल में सूरत आ रहे थे। दोपहर 3:00 बजे के समय ट्रेन की कीम रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। जयदीप मेमो ट्रेन के पांच नंबर के जनरल कोच में दरवाजे के पास बैठकर यात्रा कर रहा था। उसके हाथ में मोबाइल था वह दरवाजे के पास मोबाइल लेकर बैठा था। उस दौरान ओलपाड के कुडसद रोड पर समूह वसाहत सोसायटी में रहने वाले सुशांत उर्फे-बाबू अरुण राउत और किम में रणछोड़ नगर में रहने वाला दीपक उर्फे दीपलो धनसुख वसावा ने जयदेव केवडिया के हाथ से मोबाइल खींचने की कोशिश की।

दोनों आरोपी ने फोन लूटने के इरादे से जयदीप का हाथ खींचा जिससे कि जयदीप चल रही ट्रेन से नीचे गिर पड़ा और ट्रेन के नीचे आ जाने से उसके दोनों पांव कट गए। इस दुर्घटना में जयदीप बुरी तरह से आहत हो गया था। इसके कुछ दिनों बाद जयदीप की मौत हो गई।

इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 324,392, 97 तथा 34 के अनुसार शिकायत दर्ज करके जांच शुरू की थी। यह केस कोर्ट में चल रहा था। सरकारी वकील की दलीलों को ध्यान में रखते हुए और कोर्ट ने दोनों आरोपियों के खिलाफ 10 साल की सजा सुनाई। कोर्ट की इस सजा के चलते शायद चेन स्नेचर्स और मोबाइल लूटने वालों पर लगाम लग सके।

सूरत में दिन दहाड़े व्यापारी से 25 लाख रूपए की लूट


सुरत में दिनदहाडे रामपुरा क्षेत्र में आंगडिया फर्म में रुपए पहुंचाने जा रहे व्यापारी को चक्कू के घाव मारकर लूट लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही उच्च पुलिस अधिकारियो का काफिला घटना स्थल पर पहुंच गया और पुलिस ने घटना के सिलसिले में 25 लाख रुपए की लूट की शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।

मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम के समय रामपुर क्षेत्र में आंगडिया फर्म में 25 लाख रुपए लेकर जा रहा केमिकल व्यापारी अपने दोस्त के साथ बाईक पर जा रहा था। उस दौरान चार रास्ते के करीब उसकी बाइक धीमी होने पर अन्य एक बाइक से आए नकाबपोश शख्स ने उसे चक्कु मार दिया।

यह देखकर व्यापारी की बाइक पर पीछे बैठा युवक थैला लेकर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन नकाबपोश ने उसे धमका पर 25 लाख रुपए भरा बैग ले लिया। यह सब घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस वहां पहुंच गई और मामले की जांच शुरू की है। लूटेरो को पकडाने के लिए आसपास के क्षेत्रो में नाकाबंदी कर दी गई है।

पुलिस को शक है कि इस घटना में किसी परिचित के हाथ होने की आशंका है। घायल व्यापारी को अस्पताल में ले जाया गया है। सूरत में हत्या और लूट की घटनाओं में बढोतरी के कारण प्रशासन चिंतित हो गया है।

पुलिस ने आसपास के सभी सीसीटीवी फूटेज के आधार पर जांच की गति तेज कर दी है। पुलिस का दावा है कि आरोपी जल्दी ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। पुलिस फिलहाल सीसीटीवी फूटेज का बारीकी से अध्यन कर रही है। पुलिस सीसीटीवी कैमरे की मदद से गाड़ी का नंबर जानने सहित अन्य लक्षणो को पहचानने का प्रयास कर रही है।

आपको बता दें कि सूरत में आंगडिया पेढी का कारोबार बड़े पैमाने पर फैला है। सूरत के कारोबारी एक स्थान से दूसरे स्थान पर रूपए भेजने के लिए आंगडिया फर्म का इस्तेमाल करते हैं। आज की घटना ने आंगडिया फर्म के संचालको की चिंता बढी है।

कक्षा 7 के छात्र और 10वीं की छात्रा ने की आत्महत्या

सूरत शहर एक ओर विकास की ओर तेजी से आगे बढ रहा है वहीं दूसरी ओर शहर में जिस तरह से किशोर-किशोरियों और युवाओं में आत्महत्या की घटनाए बढ़ रही है। इसने सब को चिंतित कर दिया है। गुरूवार को 10वीं कक्षा में पढने वाले विद्यार्थी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद सूरत शहर में पिछले 24 घंटों में 4 आत्महत्याएं हुई हैं।

पहले मामले में आर्थिक परेशानियों के चलते पीसोदरा की महिला ने जहरीली दवा खाकर अपनी जान दे दी। दूसरे मामले में वेडरो़ड की 10वीं कक्षा की एक छात्र जिसने 21 दिन पहले किसी कारण से फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। तीसरी घटना में, कक्षा 7के एक छात्र ने घर पर फांसी लगा ली। और एक अन्य घटना में महिला ने कारखाने में ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या

लिंबायत के संतोष नगर मे रहने वाले जनाभाई रबारी के घर में रहने वाली 28 वर्षीय ज्योतिबेन बिरजूभाई गुप्ता लिंबायत के महाप्रभु नगर में एक लेस पट्टी के कारखाने में फांसी लगा ली। चर्चा है कि उन्होंने तनाव के कारण यह कदम उठाया । ज्योतिबेन फैक्ट्री में काम करती थीं। लिंबायत पुलिस ने इस संबंध में एक जांच शुरू की है।

कक्षा 10वीं की छात्रा ने की आत्महत्या

वेड रोड पर प्राणनाथ सोसाइटी में रहने वाली 14 वर्षीय नैंसी गिरीशभाई खुमान 9 तारीख की शाम को घर पर पंखे से दुपट्टा लगा फांसी की कोशिश कर रही थी। अचानक, उनके परिवार के सदस्यों ने उसे देखा और उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया। आगे के इलाज के लिए दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और 13 तारीख को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां देर रात उसकी मौत हो गई। भावनगर के गरियाधर तालुका के टिम्बा गाँव की मूल निवासी नैन्सी, वे़डरोड के एक स्कूल में 10 वीं कक्षा में पढ़ रही थी। उसके पिता चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े हैं और उनकी दो बहनें हैं। कतारगाम पुलिस ने इस संबंध में एक जांच शुरू की है।

13 साल के विद्यार्थी ने की आत्महत्या

अलथान इलाके में सुमन अमृत अवास के रहने वाले 13 वर्षीय शिवकुमार अमित सिंह ने आज सुबह घर पर पंखे से दुपट्टे से फांसी लगा ली। परिवार को इस घटना के बारे में पता चला तो सिविल होस्पिटल लेकर आए।। शिवकुमार कक्षा सात में पढ़ रहे थे। अपने माता-पिता के बीच तनाव के कारण यह कदम उठाया। उसके पिता एक मजदूरी का काम करते हैं। खटोदरा पुलिस ने इस संबंध में एक जांच शुरू की है।

आर्थिक तंगी के कारण की आत्महत्या
सरथाना के पीसोदरा गांव में ओम टाउनशिप डिविजन 1 के निवासी 48 वर्षीय जयबेन तुलसीभाई राठौर ने घर पर जहरीली दवा पी ली थी। इसलिए उन्हें इलाज के लिए उनके बेटे स्मीमेर अस्पताल ले गए। जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी के कारण उसने यह कदम उठाया। सरथाना पुलिस ने इस संबंध में एक जांच शुरू की है।

डीजीजीआई के स्टेटमेन्ट के दौरान व्यापारी चौथी मंज़िल से कूदा

डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट की वीआईपी रोड पर व्हाइट हाउस स्थित चौथे मंज़िलें पर से एक व्यापारी ने कूदकर जान देने की कोशिश की। उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।



मिली जानकारी के अनुसार डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ़ गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों ने बिल्लीमोरा में रहने वाले व्यापारी मुकेश मारू को स्टेटमेंट के लिए बुलाया था। उसका स्टेटमेंट चल रहा था उस दौरान व्यापारी ने कहा कि उसके सिर में दर्द हो रहा है और इस बहाने से बाहर निकला और नीचे कूद पड़ा।

हालाँकि जहाँ वह कूदा वहाँ पर पतरे के शेड लगे होने के कारण गंभीर चोट नहीं आयी। लेकिन शरीर के कई हिस्सो पर चोट लगी होने से उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि GST विभाग के अधिकारियों के रवैये से व्यापारी परेशान था। हालाँकि GST विभाग का कहना है कि व्यापारिक व इसी प्रकार से परेशान नहीं किया गया।

अधिकारियों का कहना है कि देश व्यापी 20 हज़ार करोड़ के बोगस ITC घोटाले के लिए बीते दिनों व्यापारिक सम्मन दिया गया था। जिस के सिलसिले में वह जवाब लिखवाने आया था।उसका जवाब भी लिखा जा चुका था। इसके बाद उसने यह हरकत की।

अभी तक 20, हज़ार करोड़ रुपये के घोटाले में देश भर में ढाई सौ से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि डीजीजीआई की ओर से इन दिनों बोगस आईटीसी मामले में प्रतिदिन कार्रवाई की जा रही है। डीजीजीआई की जाँच के दौरान व्यापारी के आत्महत्या के प्रयास को लेकर शहर में कई प्रकार की चर्चाएँ चल रही है।

तैयार कपड़ों की कीमत नहीं बढा पा रहे सूरत के व्यापारी


एक ओर यार्न की कीमत बढने के कारण ग्रे की कीमत लगातार बढती जा रही है, दूसरी ओर प्रोसेसर की ओर से जॉबचार्ज बढा दिए जाने के कारण कपडों की लागत बढी है। लेकिन कमजोर मांग और प्रतिस्पर्धा के कारण सूरत के व्यापारी कपड़ों की कीमत नहीं बढा पा रहे। व्यापारी अपना लाभ कम कर के व्यापार करने के लिए मजबूर हो गए हैं।

एक ओर कोरोना के कारण व्यापार पर पहले से ही असर पड़ा है। व्यापारी अब धीरे धीरे अपना व्यापार आगे बढा रहे है, लेकिन लॉकडाउन के दिनों से नायलोन यार्न, पोलिएस्टर यार्न की कीमतों में लगातार बढ रही है। जिसके चलते विवर और व्यापारी का लाभ घट गया है। इससे परेशान सूरत के कपड़ा संगठनों ने आयाती यार्न पर कस्टम ड्यूटी कम करने की मांग की है। इसमें कपड़ा व्यापारियों ने भी अपनी सहमति बताई है।

व्यापारियों का कहना है कि यार्न की कीमत जितनी बढ़ती है उतना कपड़ों की कीमत नहीं बढ़ती। इसलिए आयाती यार्न ड्यूटी हटा लेनी चाहिए। पॉलिस्टर यार्न के लिए कच्चा माल बड़े पैमाने पर विदेश से आता है। सूरत के 40,000 से अधिक पावरलूम्स संचालक एफडीआई का उपयोग सतत मशीनों पर पॉलिस्टर का उपयोग करते हैं।

ऐसे में बजट में पॉलिस्टर यार्न पर की ड्यूटी साढे पांच प्रतिशत से डबल होने पर विवर्स को डबल नुकसान होगा। इसके अलावा इंटरनेशनल मार्केट में भी व्यापारियों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो जाएगी।कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि अलग-अलग यार्न में बीते दिनों पचास रूपए तक दाम बढ गए। इसकी तुलना में साड़ियों की कीमत में 10 रूपए बढ़े हैं।

फैंसी फैब्रिक में तीन रूपए बढ़े हैं। यदि फैब्रिक महंगा किया जाए तो उसकी असर खरीदी पर होती है। इसलिए व्यापारी अपना लाभ कम कर के व्यापार कर रहे हैं। यार्न की कीमत बढ़ने से विवर ही नहीं व्यापारियों की भी मुसीबत बढ़ी है।