सूरत: पांडेसरा की डाईंग मिल में भयानक आग लगी,दमकल की १४ गाड़ियाँ पहुंची!


सूरत में, पांडेसरा की प्रेरणा डाइंग मिल नामक एक डाइंग प्रोसेसिंग मिल में रात में रविवार की रात को भीषण आग लग गई। घटना के कारण भगदड़ मच गई। आग ब़डी होने के कारण माहौल भयानक बन गया था। घटना के बारे में आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड को जानकारी देते ही फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और 108 की टीम भी पहुंच गई।

चर्चा  है कि  एक कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए तीसरी मंजिल से कूद गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी है। आसपास के लोगों का कहना है कि रात दस बजे के करीब लगी आग के कारण आग की लपटें और धुआँ दूर से  दिखाई दे रहा था। 


अग्निशमन विभाग ने कहा कि पांडेसरा वडोद गांव में प्रेरणा मिल में आग लग गई। लगभग 14 वाहनों को अलग-अलग दमकल केंद्रों पर भेजा गया है, जिनमें मान दरवाजा, माजुरा, भेसन, डिंडोली शामिल हैं। मिल की तीसरी मंजिल पर कपड़े में आग लगने से आग और भड़क गई। वर्तमान में आग पर काबू पाने का काम चल रहा है।

स्थानीय लोगो का कहना था कि जोर से ब्लास्ट के बाद आग लगी थी। फिलहाल जानहानि की कोई जानकारी नहीं है। हालाँकि आसपास के माहौल में भय का माहौल फैल गया है।

जीएसटीआर-9 और जीएसटीआर 9-सी रिटर्न फाइल करने की समय सीमा बढी


केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और उत्पाद शुल्क बोर्ड ने आज जीएसटीआर-9 और जीएसटीआर-9 सी रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाकर 31 मार्च कर दी है। 


सूरत सहित देश भर के व्यापारिक संगठनों द्वारा रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख 28 फरवरी से बढाकर 30 जून तक करने की मांग की थी। संगठनों का कहना था कि मार्च 2018 में लॉकडाउन के बाद से सभी उद्योग अच्छे से नहीं खुल सके है। 

व्यावसायिक इकाइयों को उनके सभी स्टाफ अभी ड्यूटी पर नहीं आ पा रहे। इसलिए टैक्स सलाहकारों के लिए पूरा डेटा हासिल करना भी मुश्किल हो रहा है। टैक्स सलाहकारों का आधा स्टाफ ही कोरोना के कारण काम कर पा रहा है। इसलिए सरकार द्वारा दी गई समय सीमा के भीतर दोनों रिटर्न दाखिल करना संभव नहीं है।

सीए राजेश भाउवाला ने बताया कि आज जीएसटीआर-9 और 9-सी रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि होने के बावजूद सिर्फ 40 प्रतिशत लोग ही रिटर्न फाइल कर पाए थे। आयकर ऑडिट रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी थी। इसलिए सीए उसमें व्यस्त थे। इसके अलावा कोरोना के कारण से भी असर प़ड़ा है।

 इस बारे में चैम्बर ऑफ कॉमर्स सहित व्यापारिक संस्थाओं से मिलकर गुहार लगाई गई थी। जीएसटीआर-9 रिटर्न विलंब से भरने पर दो सौ रूपए प्रतिदिन पैनल्टी लगती है और 9-सी रिटर्न देर से फाइल करने पर 50 हजार रुपए तक विलंब फीस का प्रावधान है। 

ग्रे की डिलिवरी पर ट्रान्सपोर्टेशन फीस नहीं देंगे कपड़ा व्यापारी


फैडरेशन ऑफ गुजरात वेल्फेयर विवर्स एसोसिएशन की ओर से शनिवार को ग्रे की डिलिवरी पर ट्रान्सपोर्टेशन चार्ज लेने का फैसला किया है। सूरत मर्कन्टाइलए एसोसिएशन ने इसका विरोध किया। 


सूरत मर्कन्टाइल एसोसिएशन की ओर से रविवार शाम 4 से 5 बजे मनभरी फार्म हाउस के प्रांगण में नरेन्द्र साबू के नेतृत्व में तथा कोर कमेटी व वर्किंग कमेटी के सभी सदस्यों की उपस्थिति में समस्या समाधान मिटिंग हुई। मीटिंग में विवर द्वारा सूरत कपडा मार्केट में डिलीवरी चार्ज करने के निर्णय पर भी चर्चा की गई, तथा सभी व्यापारियों ने एकमत से उपरोक्त डिलीवरी चार्ज नियम का विरोध करने का निर्णय लिया सभी व्यापारियों ने एक स्वर से कहा है कि पुराने नियम के अनुसार ही माल की डिलीवरी ली जायेगी तथा कोई भी नया नियम नहीं मानेगा।

व्यापारियों का कहना था कि इस तरह से अचानक कोई भी निर्णय थोप दिए जाने से नही माना जाएगा। यदि विवर्स पुराने नियमों के अनुसार व्यापार करेगे और ग्रे की डिलिवरी देंगे तो ही माल लेंगे।


इसके अलावा मीटिंग में व्यापारियों ने अपनी अपनी समस्याएं कही। प्रमुख नरेन्द्र साबू ने सुनवाई की तथा समस्याओं का विवरण आत्माराम बाजारी  ने दिया । मिटिंग का संचालन दुर्गेश टिबडेवाल ने किया।सभी समस्याओं को समाधान के लिए कोर कमेटी तथा वर्किंग कमेटी के पंच पैनल को सौंप दिया तथा कुछ शिकायतों को लीगल टीम की एडवाइजर रीना  सोलंकी  को सलाह मशविरा के लिए ट्रांसफर कर दिया।
 
नरेन्द्र साबू ने बताया कि सूरत मर्कनटाइल ऐसोसिएशन 1 अप्रैल से सूरत कपडा बाजार के व्यापारियों की सलाह मशवरा के बाद ट्रेडर्स, वीवर तथा मिल से सम्बंधित व्यापार की गाइडलाइन जारी करेंगी।

दूसरी ओर सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से भी ग्रे पर ट्रान्सपोर्टेशन चार्ज को ले कर शाम साढ़े चार बजे सूरत टैक्सटाइल मार्केट में मीटिंग बुलाई है।

लग्जरी बस में विवाहिता पर बलात्कार करने वाला पकडाया!

सुरत के पांडेसरा क्षेत्र में गोवालक रोड पर रहनेवाली 35 साल की विवाहिता पर बलात्कार की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने बलात्कारी को पकड कर जाँच शुरू की है।

मिली जानकारी के अनुसार पांडेसरा क्षेत्र में गोवालक रोड पर देवेन्द्र नगर में रहने वाले और सिलाई का काम करने वाले शशी जितेन्द्र सोनी पर पडोस मं रहने वाली विवाहिता के साथ जबरदस्ती शारिरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया गया है। बात ऐसी है कि विवाहिता चाय बेचती है। सोसायटी के मुहाने पर ही उसकी चाय की दुकान है।

शशि चाय पीने के लिए विवाहिता की दुकान पर आता था। इस तरह से शशि और विवाहिता के बीच दोस्ती हो गई। दोनो एक दूसरे पर विश्वास करने लगे। इस दौरान विवाहिता का पति गांव गया था। पति से मिलने के लिए शशि भावनगर जा रही थी। मौका देखकर शशि भी उसके साथ जाने को तैयार हो गया।

सूरत से बस मे जाते समय स्लीपिंग कोच में दोनो अकेले होने के कारण शशि के मन में विवाहिता को देखकर वासना जाग गई। उसने पहले विवाहिता को गंदे इशार कर शारिरिक संबंध बनाने के लिए उकसाया। लेकिन जब विवाहिता तैयार नहीं हुई तो उसने बस चक्कु दिखाकर उसे जान से मार ड़ालने की धमकी दी और चलती बस में दुष्कर्म किया।

इसके बाद घर पर आने के बाद भी उसने अपनी हवस पूरी करने के लिए विवाहिता के शरीर का इस्तेमाल करता था। उसने और तीन बार बलात्कार किया। आखिर कार इससे त्रस्त विवाहिता ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी।

बिल्डर से पांच करोड की फिरौती मांगने वाले दो पकडाए


वेसू के कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में नकली दस्तावेजों के आधार पर रुकावट करने के बाद, औजार के साथ घुस गए कुछ लोगों ने बिल्डर से 5 करोड रुपए की फिरौती मांगी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।


 मिली जानकारी के अनुसार वेसू की सर्वे नंबर 333 333-2की जमीन में धर्मेश पटेल प्रोजेक्ट शुरू किया है। यह जमीन  जमीन सोनाबेन छनाबेन रूपा की बेटी ने 2004 में धीरू पटेल और मनु जिंजाला से खरीदी थी। उनसे जमीन का 8450 चौरस मीटर खरीद कर इस पर धर्मेश भाई ने कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट शुरू किया था।

 जमीन के मालिक और मगदल्ला के कुमली मोहल्ले में रहने वाले दिनेश उर्फ भगु छना पटेल और हरीश दुर्लभ पटेल ने प्रोजेक्ट में रुकावट खड़ी करके 5 करोड़ की फिरौती मांगी थी। इतना ही नहीं इंजीनियर इस्माइल मेंसनिया के साथ हाथापाई भी की थी।

कुछ दिनों बाद यह लोग और औजार लेकर प्रोजेक्ट में घुस गए थे और हंगामा मचा दिया था और फिर से फिरौती मांगी थी। इस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को हरीश दुर्लभ पटेल और दिनेश छना भाई पटेल को फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

 गत 19 तारीख को जमीन के दूसरे हिस्से पर प्रोजेक्ट शुरू करने वाले वराछा के त्रिकम नगर के निवासी और बिल्डर मनजी लक्ष्मण बेलड़िया ने रमेश भदानी तथा उनके दोस्तों के खिलाफ जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर कोर्ट में केस करने के बाद यह केस वापस लेने के बदले में 50000000 की फिरौती मांगने का शिकायत दर्ज करवाई थी।पुलिस की जांच में दोनों मामलों में कनेक्शन होने का खुलासा हुआ है।

बगीचे में थी अकेली किशोरी, घर में घुसकर किया बलात्कार


अपराधियों के मन से पुलिस प्रशासन का डर निकलते जा रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है। सूरत शहर और जिले बलात्कार की घटनाएं बढती जा रही हैं।कोसंबा के में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी को हथियार दिखाकर जान से मार डालने की धमकी देने के बाद बार बार दुष्कर्म किया गया।

आम के बगीचे में नौकरी करने वाले श्रमिक परिवार की 15 साल की किशोरी को बगीचे में एक रूम में ले जाकर किसी अजनबी ने दबोच लिया था जिससे कि किशोरी ने घबराकर चिल्लाना शुरू कर दिया। वहां पहुंचकर किशोरी के पिता ने उसे छुड़ाया। जांच करने पर पता चला कि वह अजनबी कठवाड़ा गांव के लिमडी मोहल्ले में रहता था। उसका नाम कल्पेश वसावा है।

किशोरी ने बताया कि 2 महीने पहले जब वह बगीचे में अकेली थी तब एक शख्स अचानक उसके घर में घुस गया और जबरदस्ती दुष्कर्म किया बाद में हंसिया बता कर धमकी दी थी कि यदि किसी को बताया तो जान से मार डालूंगा।

इसके बाद जब किशोरी अकेली रहती तब दीपक उसके कमरे में बार-बार आ जाता था और यह कृत्य करता था। घटना के बारे में किशोरी के पिता ने शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बलात्कार और पोक्सो एक्ट के तहत शिकायत दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की है।

भाभी की हत्या में शामिल ननद की जमानत याचिका नामंजूर


पूणा के चर्चास्पद हत्या के मामले में अब आरोपियों के लिए मुसीबत बढती जा रही है।शहर के पुणा क्षेत्र में भाभी की हत्या में शामिल ननंद ने जमानत के लिए लगाई अग्रिम जमानत की याचिका कोर्ट ने नामंजूर कर दिया है।

ननद ने मृतक भाभी की बेटी को संभालने के बहाने से याचिका दायर की थी। मिली जानकारी के अनुसार पूणा गांव के सारथी रेजिडेंसी में रहने वाले अनुज चौहान यादव ने गत 8 जनवरी को 2000 गला दबाकर पत्नी की हत्या कर दी थी। पति ने सवेरे 5:00 बजे पत्नी का एक्सीडेंट होने का बहाना बनाया था।

पुलिस ने जब गहराई से जांच की तो इसमें हजारे अनुज का भांडा फूट गया। अनुज ने अपने दोस्त मोहम्मद नईम के साथ मिलकर पत्नी शालिनी को गला दबाकर बेहोश कर दिया था और बाद में उसके सिर पर ट्रक चढ़ा दिया था।


पुलिस ने इस घटना में अनुज को गिरफ्तार करके पूछताछ की।अनुज की बहन नीरू उर्फे पूजा भी शामिल थी। शालिनी की बड़ी रकम का इंश्योरेंस कराया गया था। यह इंश्योरेंस की रकम पाने के लिए उसकी मौत को एक्सीडेंट में बताने के लिए यह षड्यंत्र किया गया था। इस घटना में पुलिस से बचने के लिए नीरू ने शालिनी की बच्चे का बहाना बताते हुए उसका ख्याल रखने के लिए अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी।

कोर्ट ने वकीलों की दलीलों को ध्यान में रखते हुए नीरू की अग्रिम जमानत नामंजूर कर दी है। उल्लेखनीय है कि 8 जनवरी को शालिनी के पति ने ही उसका गला दबाकर हत्या कर दी थी जितने की वह इंश्योरेंस की रकम पा सके। इतना ही नहीं इसके पहले ननद ने गांव से भी मृतक भाभी जिंदा थी तब फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने की कोशिश की थी।

(मृतक महिला का फाइल फोटो पति के साथ)

गुजरात में जिला पंचायत और तहसील पंचायत के चुनाव आज


सूरत जिला पंचायत की 34 और तहसील पंचायत में 176 बैठकों सहित पुरे गुजरात में तहसील पंचायत और जिला पंचायत के लिए चुनाव शुरू हो चुका है। 9.37 लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेगे।

जिला पंचायत की 36 बैठकों में से दो बैठक कामरेज और पिंजरत पंचायत में भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए जाने के बाद 34 बैठकों के लिए चुनाव होंगे। इसमें आधी बैठक यानी कि 16 बैठक पर भाजपा कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होगी। जबकि आम आदमी पार्टी तथा अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों की उपस्थिति के कारण चुनाव रोमांचक हो सकता है।

कुल 34 बैठकों के लिए 89 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा और कांग्रेस के कई नाराज नेताओं ने पार्टी छोड़ देने के बाद चुनाव में और प्रतिस्पर्धा होगी। बारडोली की वांकानेर बैठक पर चुनाव लड़ने वाले भावेश पटेल नानी नरौली बैठक पर से कांग्रेस के दर्शन नायक और सुराली बैठक पर आम आदमी के भी चुनाव में शामिल होने के कारण यह चुनाव और रोमांचक हो गया है।

तहसील पंचायत में भाजप को चौर्यासी तहसील पंचायत की दो, ओलपाड की पांच तथा बारडोली की खोज बैठक निर्विरोध हासिल की है। जबकि बाकी 9 तहसील पंचायत की बैठको में तीन से अधिक प्रत्याशी मैदान में खड़े हैं। इससे बड़े पैमाने पर विभाजन होने की संभावना है।

चौर्यासी तहसील में 31, ओलपाड में 51, कामरेज में 62, पलसाना में 44, बारडोली में 49, महुआ में 52, मांडवी में 70, मांगरोल में 65, और उमरपाड़ा तहसील पंचायत में 42 प्रत्याशी मैदान में है।

श्री हरि सत्संग समिति ने वनवासी क्षेत्रों में बनाए 4000 कथाकार


श्री हरि सत्संग समिति के 25 वर्ष पूर्ण होने पर देश भर में रजत जयंती महोत्सव का आयोजन आगामी 6 एवं 7 मार्च को किया जाएगा। 7 मार्च को सायं 5 बजे भारत संग एकल के रंग का कार्यक्रम होगा। इसके बाद ऋतंभरा दीदी का उद्बोधन होगा, जिसका सीधा प्रसारण सुभारती चैनल पर होगा। समिति के पहले अध्यक्ष साधुरामजी बंसल थे।


शनिवार को हरि सत्संग सूरत इकाई ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में महेश मित्तल ने समिति के 25 वर्षों में किए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि समिति 1996 से लेकर आज तक वनवासी युवक-युवतियों को अयोध्या, वृन्दावन में तकरीबन 9 महीने तक प्रशिक्षण देकर कथाकार बनाते है। अभी तक 4 हजा वनवासी कथाकार बनाए गए हैं, जो पिछले 25 सालों से वनवासी क्षेत्रों में राम-कृष्णा की कथायें कर लोगों को संगठित कर रहे हैं।

वनवासी क्षेत्रों में अब साप्ताहिक सत्संग शुरु किया गया है। कई वनवासी गांव में मंदिर नहीं थे और आज भी अधिकांश क्षेत्रों में नहीं है। परिणाम स्वरुप वनवासी लोग राम, हनुमान, श्रीकृष्ण के स्वरुप को ही भूल गये थे। लेकिन समिति द्वारा श्रीहरि मंदिर रथ बनाकर वनवासी गांवों में चलाया जा रहा है। अब तक समिति के 52 श्रीहरि मंदिर रथ हैं, जो गांव-गांव जाते हैं।

उन्होंने कहा कि एक रथ महीने में 40 गांव में जाता है, जहां गांव के लोग स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहन कर पंक्ति में खड़े होकर मंदिर रुपी रथ में प्रस्थापित राम,कृष्ण, हनुमान आदि देवताओं की पूजा अर्चना करते हैं। जिसका प्रभाव यह हुआ कि आज अपनी संस्कृति एवं धर्म के प्रति वनवासी बंधुओं का निष्ठा बढ़ी। अब कोई भी व्यक्ति उन्हें बहला फुसला कर धर्म परिवर्तन नहीं करा सकता।


उन्होंने कहा कि समिति हर वर्ष नव यात्रा का आयोजन करती है, जिसमें शहर के लोगों को वनवासी क्षेत्रों में ले जाते हैं, ताकि वनवासी का शहर और शहरवासियों का वनवासियों के प्रति लगाव हो सके। साथ ही शहर के लोग वर्ष में कई बार नव यात्रा कर वनवासी‌ बंधुओं का हर संभव सहयोग करते हैं।


समिति ने गोपाष्टमी के दिन 22 नवंबर को वृन्दावन में एकल गौ ग्राम योजना का उद्घाटन किया गया। एकल अभियान ने ठाना है कि दूध नहीं देने वाली गायें अब नहीं बिकेगी, जब बिकेगी नहीं तो कटेगी नहीं। हाल में पश्चिम बंगाल एवं झारखंड के गो शालाओं से 8 हजार गायों को लेकर वनवासी किसानों के घर भेजा जाएगा। साथ ही गोबर एवं मूत्र को उपयोग में लाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिस दिन गाय कटना बंद हो जाएगा, उस दिन भारत पुनः विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करेगा।

इस अवसर पर विश्वनाथ सिंघानिया, रमेश अग्रवाल, रतनलालभाई, कपीश खाटुवाला के अलावा महिला इकाई के विजयलक्ष्मीबेन प्रेरणा भाउवाला, कांता सोनी, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

आयकर विभाग ने विवाद से विश्वास योजना की समय सीमा बढ़ाई

आयकर विभाग की ओर से करदाताओं के लिए बड़ी खबर है। सेन्ट्ल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने क़ानूनी दाँवपेंच में पड़े आयकर से जुड़े मामलों के लिए लागू विवाद से विश्वास योजना में आवेदन की अंतिम तारीख बढ़ाकर 31 मार्च कर दी है।

यह जानकारी ट्विटर के माध्यम से दी। इससे पहले केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख 28 फरवरी रखी थी। आयकर विभाग ने ने ट्वीट कर कहा, ‘सीबीडीटी ने विवाद से विश्वास एक्ट, 2020 के तहत आवेदन करने की तारीख 31 मार्च, 2021 तक आगे बढ़ा दिया है। विवाद से विश्वास के तहत बिना किसी अतिरिक्त राशि के भुगतान करने की तारीख को भी बढ़ाकर 30 अप्रैल, 2021 की गई है।’

विवाद से विश्वास एक्ट, 2020 के तहत अब तक 1,25,144 मामलों का निपटारा हो चुका है। योजना के आने से 97,000 करोड़ रुपये का टैक्स विवाद निपटाया जा चुका है।

टैक्स जानकारों का कहना है कि टैक्स संबंधित परेशानी से निजात पाने में करदाताओं के लिए सरकार की यह पहल सफल साबित हो रही है। इसी के मद्देजनर इसकी समयसीमा में विस्तार किया गया है। डायरेक्ट टैक्स विवाद से विश्वास अधिनियम, 2020 को विभिन्न अपीलीय फोरम में पड़े हुए प्रत्यक्ष कर विवादों को निपटाने के लिए 17 मार्च, 2020 को लागू किया गया था। इस योजना की समय सीमा दो बार बढ़ाई जा चुकी है।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020-21 के बजेट में आयकर मामलों के समाधान के लिए ‘विवाद से विश्वास’ योजना की घोषणा की थी। देश भर में वर्ष 2020 की शुरुआत तक करीब 9 लाख करोड़ की रकम टैक्स विवाद में फंसी हुई है और ये मामले अलग-अलग ट्रिब्यूनल और न्यायालय में चल रहे हैं। इस योजना को बढाने से करदाताओं को लाभ होगा।