सूरत के परवत गांव के बजरंग नगर में आधी रात को एक युवक को कुछ लोगो ने चाकू मारकर हत्या कर दी. मृतक सोनू उर्फ राकेश वाधमार ने डेढ़ साल पहले ही अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
जगदीश वाधमारे (मृतक के बड़े भाई) ने कहा कि परिवार में दो भाई और माता-पिता रहते थे। डेढ़ साल पहले सोनू की शादी हुई थी। गुरुवार की देर रात एक अजनबी घर यह कहने आया कि बजरंग नगर में सोनू को कोई मार रहा है। यह सुनकर मैं अपने पिता के साथ दौड़ा। सोनु गड्डे में पड़ा था। घटनास्थल पर एक चप्पू भी मिला है।
108 की मदद से सोनू को स्मीमेर अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सोनू की हत्या के पीछे पुरानी रंजिश है। इतना ही नहीं शराब कारोबार में रंजिश या रंजिश में सोने की हत्या किए जाने की चर्चा है. लिंबायत पुलिस आगे की जांच कर रही है।
साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) के बोर्ड रूम में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और मेंबर्स की अति आवश्यक बैठक आयोजित की गई। अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने की। सभी सदस्यों ने सरकार के उस निर्णय की मुक्त कंठ से प्रशंसा की, जिसमें जीएसटी दर वृद्धि के निर्णय की नोटिफिकेशन को रद्द करते हुए कपड़े पर 5 पर्सेंट की दर यथावत रखी गई है। सभी सदस्यों ने सरकार के निर्णय पर खुशी जाहिर की।
साथ ही साथ खुशी के इस अवसर पर कोहिनूर टेक्सटाइल मार्केट में मिष्ठान वितरण हुआ और संस्था के बोर्ड रूम में भी सभी सदस्यों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई।मीटिंग में नवसारी सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोष का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हुए उनके प्रयासों की सभी ने भूरि भूरि प्रशंसा की। सांसद और मंत्रीजी के प्रयासों के प्रति आभार प्रकट किया गया।
बैठक में अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने टेक्सटाइल सेक्टर के सभी घटकों एवं दिसावर मंडियों की एकजुटता की सराहना करते हुए उनके प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने जीएसटी नोटिफिकेशन की वापसी को नववर्ष पर भारत सरकार का कपड़ा व्यापारियों को अनमोल तोहफा बताया और कहा कि यह सरकार की व्यापार हितैषी कार्यशैली का प्रमाण है।
कपड़े पर जीएसटी दर यथावत रखने की दिशा में एसजीटीटीए के प्रयासों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संस्था ने नोटिफिकेशन जारी होने के पूर्व से ही मुख्यमंत्री गुजरात सरकार, राज्य के वित्तमंत्री कनुभाई देसाई, केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन, कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोष, सांसद सीआर पाटिल से इस मुद्दे पर अनेक बार मुलाकात की। पत्र और मेल के माध्यम से इन नेताओं को यह बताया कि कपड़े पर जीएसटी दर बढ़ाना कपड़ा व्यापार पर आघात के समान होगा। इसके साथ ही एसजीटीटीए ने सभी व्यापारियों के सहयोग से शांतिपूर्ण विरोध को अंजाम दिया। कपड़ा क्षेत्र के सभी घटकों और व्यापारियों ने जिस प्रकार से एकजुटता प्रदर्शित करते हुए विरोध दर्शाया है उसी का यह सुखद परिणाम है कि जीएसटी अब 1 जनवरी से पूर्ववत पांच पर्सेंट ही रहेगी।
मीटिंग का संचालन करते हुए संस्था के महासचिव सचिन अग्रवाल ने इसे कपड़ा व्यापारियों की अभूतपूर्व कामयाबी बताया। उन्होंने सरकार की संवेदनशीलता की प्रशंसा की। उन्होंने एसजीटीटीए की ओर से सभी कपड़ा व्यापारियों को शांतिपूर्ण विरोध में अपेक्षित सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। बैठक में अध्यक्ष सुनील कुमार जैन एवं महासचिव सचिन अग्रवाल के अलावा बोर्ड चेयरमैन सांवर प्रसाद बुधिया, महेश जैन, सुनील मित्तल, संजय अग्रवाल, खेमकरन शर्मा, श्याम जी कोकड़ा, हंसराज भाई आदि उपस्थित रहे। अंत में सुनील मित्तल ने मीटिंग में पधारे सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
बीते दिनों यूपी में इत्र के कारोबारी के यहाँ आयकर की जाँच के मामले में शुक्रवार को सूरत सेज स्थित दो यूनिट पर विभाग ने जाँच शुरू की। चार दिनो पूर्व ही कानपुर के इत्र कारोबारी के यहा छापेमारी मे 196 करोडो रूपए नक़द और करोड़ों की ज्वेलरी मिलने के बाद से कानपुर का यह कारोबारी पूरे देश मे चर्चा का विषय बना हुआ है। तीन गाडियो मे भरकर आये आयकर विभाग के अधिकारियो ने शुक्रवार को सुबह सूरत सेज स्थित यूनिट मे जाँच शूरू की है। यूनिट का फैलाव दो हजार स्क्वायर मीटर मे है और सूत्रो के अनुसार दोनो कंपनियां पिछले आठ साल से चल रही है।
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग की कार्रवाई के कारण सेज की अन्य यूनिट में भी हड़कंप मचा हुआ है। कुछ दिनों पहले ही सूरज DRI ने भी सेज की एक कंपनी के मेसे कट और पॉलिश हीरे लोकल बाज़ार में बेचे जाने का घोटाला पर्दाफ़ाश किया था। DRI ने करोड़ों रुपये के हीरे ज़ब्त किए थे। जिस की जाँच अभी भी चल रही है।
आपको बता दें कि शुक्रवार सबेरे से जिम में जिस यूनिट पर छापा मारा गया है। बीते दिनों UP में इत्र कारोबारी के यहाँ पड़े छापे से जोड़कर देखा जा रहा है। डिपार्टमेंट नेताम तक चली कार्रवाई के दौरान बड़े पैमाने पर दस्तावेज़ ज़ब्त किया है। जिसकी जाँच के बाद वास्तविक परिस्थिति का ख़ुलासा होगा हालाँकि डिपार्टमेंट को यहाँ से बड़ी रक़म की गड़बड़ी मिलने का अंदेशा है।
आख़िर कपड़े पर जीएसटी को लेकर सूरत सहित देशभर के कपड़ा व्यापारियों की जीत हुई। जीएसटी काउन्सिल की शुक्रवार को आयोजित मीटिंग में कपड़ों पर प्रस्तावित 12 प्रतिशत जीएसटी लगाने के फ़ैसले को स्थगित करते हुए वर्तमान स्थिति यथावत रखने का फ़ैसला किया गया।आगामी मीटिंग में फ़ैसला होगा। इसके पहले काउन्सिल की मीटिंग में कपड़ों पर जीएसटी का दर पाँच प्रतिशत से बढ़ाकर बारह करने का फ़ैसला किया गया था।
इसे लेकर देशभर के कपड़ा व्यापारियों ने कड़ी नाराज़गी दर्शाई थी। सूरत में कपडा 165 मार्केट की 65,000 दुकानो का व्यवसाय बंद रखकर विरोध किया वहीं देश की अन्य मंडियों में भी व्यापार बंद रहे।कैट, फ़ोस्टा, फोगवा, फिआस्वी, चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन को पत्र भेजकर जीएसटी काऊन्सलिंग मीटिंग मे 5% से 12% की गई जीएसटी की अधिसूचना को स्थगित करने या रद्द करने की माँग की थी। साथ ही सभी राज्यो के मुख्यमन्त्री एवं वित्तमंत्री के साथ जीएसटी काऊन्सलिंग सदस्यो को ज्ञापन भेजकर कपडा उघोग को राहत देने के लिये मांग की थी।
कपड़ा व्यापारियों का कहना था कि यदि कपड़े पर जीएसटी का दर पाँच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किया जाता है तो इससे रिटेल व्यापार बुरी तरह से प्रभावित होगा। छोटे और मध्यम व्यापारियों को बुरी तरह से असर होगा। व्यापारियों की अधिक पूँजी जीएसटी के तौर पर फँसेगी। इन तमाम मुद्दों के कारण कपड़ा व्यापारियों ने गुहार लगाई थी। कई राज्यों ने भी जीएसटी की बढ़ी दरों का विरोध किया था।
कैट के गुजरात चैप्टर के उपप्रमुख चम्पालाल बोथरा ने बताया के कपड़े पर GST की दरें यथावत रखकर केंद्र सरकार ने व्यापारियों और आम आदमियों के बातों को मान दिया है। यह देश भर के लाखों व्यापारियों की जीत है। कैट ने इस मुद्दे को बड़े प्रमुखता से सरकार के समक्ष पेश किया था आर व्यापारियों के परिस्थिति बताए थी। साथ ही कपड़ों पर GST का आधार बढ़ने से गरीबों और लाचार वर्गों की मुसीबत और बढ़ेगी इन बातों को विस्तारपूर्वक समझाया था।
कपड़े पर 5% से GST बढ़ाकर १२ प्रतिशत कर देने के विरोध में देश भर में हो रहे विरोध के कारण शुक्रवार कि GST काउंसिल की मीटिंग में फिर से कपड़ों पर अगर GST का दर 5% कर दें ऐसे उम्मीद कपड़ा व्यापारियों में बँधी है। कपड़ा व्यापारियों का मानना है कि शुक्रवार को काउंसिल की मीटिंग इसिलिए बुलायी गई है।
कपड़ों पर GST की दर बढ़ाने के बाद से ही देश भर के तमाम एसोसिएशन और कैंट ने वित्तमंत्री तथा कपड़ा मंत्री सहित से गुहार लगायी थी। इसके बाद बीते 2 दिनों से देश भर में व्यापक विरोध चल रहा है। सूरत में गुरुवार को 50 हज़ार से अधिकअपना व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर अपना विरोध व्यक्त किया था जिसके चलते 100 करोड़ रुपये से अधिक व्यापार प्रभावित हुआ।
कपड़ा व्यापारियों के साथ ही कपड़ा बुनकरों ने भी काली पट्टी बांधकर विरोध व्यक्त किया था।इसके अलावा 1 तारीख़ से कपड़ा बुनकर कपड़ों का उत्पादन भी बंद करने की सोच रहे हैं।व्यापारियों का मानना है कि सरकार व्यापारियों की नाराज़गी को समझ गयी है और आगामी चुनाव में लोगों की नाराज़गी का सामना न करना पड़े। इसलिए इस फ़ैसले को वापस ले सकती है। शुक्रवार को दोपहर के समय GST काउंसिल की मीटिंग मिलने वाली है।इसमें अंतिम फ़ैसला आ जाएगा।
कैट के गुजरात के वाइस प्रेसीडेंट चम्पालाल बोथरा ने बताया कि कपड़ों पर GST की दर बढ़ाने से आम आदमी की मुसीबत बढ़ेगी।लोगों की ख़रीदशक्ति कोरोना के कारण पहले ही घटी है। 12 प्रतिशत जीएसटी लगी तो आम आदमी की मुसीबत और बढ़ेगी। छोटे और मध्यम व्यापारी परेशान होंगे उनकी पूंजी GST के तौर पर जाम होगी इन तमाम मुद्दों पर हमने सरकार से बात किया है। हमें उम्मीद है कि शुक्रवार को काउंसिल की मीटिंग में व्यापारियों के हित में फ़ैसला होगा।
सूरत कस्टम डिपार्टमेंट ने गोडादरा के लॉजिस्टिक गोडाउन में से 48 लाख रुपया की प्रतिबंधित सिगरेट पकड़ी। यह सिगरेट आसाम से मंगाई गई थी जिसे है कि सूरत में किसी रोहित नाम के शख़्स ने मंगाया था। डिपार्टमेंट में सिगरेट को ज़ब्त करके इसे मंगाने वाले रोहित की तलाश शुरू की है। डिपार्टमेंट जब रोहित के बताए गए पते पर परवटपाटिया में पहुँचा तो वहाँ पर नहीं मिला।
मिली जानकारी के अनुसार कस्टम डिपार्टमेंट के स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को यह जानकारी मिली है कि कडोदरा के लॉजिस्टिक गोडाउन मे से प्रतिबंधित सिगरेट की हेर फेर की जा रही है। इस जानकारी के आधार पर कस्टम अधिकारियों ने जाँच की। जाँच में पता चला कि असम से सूरत में डिलीवरी के लिए सिगरेट भेजे गए थें।
भेजने वाले ने सूरत में परवटपाटिया के रोहित का नाम बताया था कि कस्टम अधिकारियों ने सिगरेट ज़ब्त कर लिया और रोहित के घर पहुँचे लेकिन रोहित नहीं मिला। अब कस्टम डिपार्टमेंट लॉजिस्टिक गोडाउन वालों के से पूछताछ करके इसे भेजने वाले तक पहुँचने की कोशिश कर रहा है।सिगरेट की क़ीमत 48 लाख बतायी जा रही है या सिगरेट भारत में प्रतिबंधित है। इसमें सिगरेट से होने वाले नुक़सान के बारे में नहीं बताया गया है। इसलिए भारत सरकार ने इसे प्रतिबंधित किया है कस्टम डिपार्टमेंट में आगे की जाँच पड़ताल शुरू की है।
टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड ने थाली बजाकर किया GST बढ़ोतरी का विरोध सूरत।कपड़े पर जीएसटी बढ़ने के नोटिफिकेशन के बाद इसका प्रत्येक कपड़ा व्यापारी विरोध कर रहा है। आज 31 दिसम्बर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक से पूर्व कल कपड़ा बाजार सम्पूर्ण बन्द रहा। इस दरम्यान कपड़ा बाजार की संस्था टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड द्वारा जीएसटी के नोटिफिकेशन पर पुनर्विचार करके इसे यथावत रखने के लिए थाली बजाकर प्रदर्शन किया गया।
टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड के अध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि हम अलग अलग तरीको से अपनी आवाज को दिल्ली तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे है। उसी सन्दर्भ में कल बन्द के दरम्यान थाली बजाकर प्रदर्शन किया गया। हमारे सांसद सी आर पाटिल तथा कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोष पहले ही इस संदर्भ में वित्तमन्त्री को रजुआत कर चुके है। जबकि मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने भी जीएसटी यथावत रखने का पत्र लिखा है। इन्ही की आवाज को बुलन्दी देने के लिए हमने थाली बजाकर वित्तमंत्री तथा जीएसटी काउंसिल के सदस्यों का ध्यानाकर्षित किया है।
संस्था के संस्थापक राजू तातेड़ ने बताया कि टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड नोटिफिकेशन के आने के बाद ही विविध प्रकार से प्रयास कर रही है लेकिन कल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पाटिल के वक्तव्य के बाद हमारी आशा बढ़ी है तथा काउंसिल की मीटिंग में सूरत की आवाज भी गूंजे इसके लिए थाली बजाने का कार्यक्रम किया गया। इस दरम्यान कोषाध्यक्ष सुरेंद्र सेठिया, सुनील शर्मा, गुरुमुख कुंगवानी, नीरज ओस्तवाल,महावीर कोठारी,युवराज गोलेच्छा,धर्मेन्द्र राजपुरोहित ,अशोक बच्छावत, आदि उपस्थित रहे।
सूरत नगर निगम की स्थायी समिति की आज की बैठक में कुछ अहम मुद्दों को मंजूरी दी गई. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शहर में वाहन दुर्घटना में घायल हुए किसी भी व्यक्ति का स्मीमेर अस्पताल के अंदर नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। यदि घायल व्यक्ति 48 घंटे के भीतर इलाज के लिए अस्पताल आता है तो उसका पूरा इलाज नि:शुल्क किया जाएगा। स्मीमेर अस्पताल में जो इलाज उपलब्ध होगा, वह मरीज को दिया जाएगा।
इनके अलावा, स्थायी समिति में कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे भी इलेक्ट्रिक वाहन नीति के तहत 150 और इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना बना रहे हैं।इस प्रकार की बस जन परिवहन के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। निगम में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ाने की दिशा में नीति बनाई गई है। यह फैसला आंतरिक तौर पर लिया जा रहा है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ई-वाहन नीति अपनाई गई है। ताकि लोग निजी वाहन का उपयोग कम कर सकें और बड़े पैमाने पर परिवहन के लिए ई-वाहन का उपयोग कर सकें।
स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल ने कहा कि शमीयर अस्पताल के अंदर वाहन दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को मुफ्त इलाज मुहैया कराने का फैसला लिया गया है. 150 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। वीआईपी रोड पर नहर पर बने बगीचे के लिए निगम पीपीपी आधार पर 2.71 लाख रुपये का भुगतान करेगा और बगीचे की देखरेख करेगा.
जैसे जैसे सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ रहा है वैसे वैसे सोशल मीडिया के नुक़सान भी सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इंस्टाग्राम एकाउंट चलाने वाली एक महिला को सूरत शहर के शहपोर क्षेत्र में रहने वाला जिम ट्रेनर परेशान कर रहा था। जिम ट्रेनर ने इंस्टाग्राम पर अपना एक फ़र्ज़ी एकाउंट बनाया और महिला के इंस्टाग्राम एकाउंट पर गंदे गंदे कॉमेंट करने लगा तथा गंदी डिमांड करने लगा।
इससे महिला परेशान हो गई महिला ने उसे कई बार समझाया लेकिन वह बात मानने को तैयार नहीं था इतना ही नहीं जिम ट्रेनर में महिला को वीडियो कॉल करके गुप्तांग भी दिखाना शुरू कर दिया। वह महिला का पीछा करने लगा। परेशान होकर महिला ने साइबर टाइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने मामला दर्ज करके जाँच पड़ताल शुरू की। जाँच के दौरान पुलिस ने शाहपोर क्षेत्र में रहने वाले नईम नासिर एहिया मिद्धा को गिरफ़्तार कर लिया। उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया का उपयोग करते समय इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि किसी भी अजनबी की रिक्वेस्ट नहीं स्वीकार करने चाहिए साथ ही उसे अपना मोबाइल नंबर या अन्य जानकारी साझा नहीं करना चाहिए। इस तरह की घटनाएँ पहले भी हो चुकी है जिसमें कि कई बार महिलाओं को नए नए तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ा है।
कपड़े पर जीएसटी 12 प्रतिशत जीएसटी के विरोध मे सूरत में गुरूवार को 165 मार्केट की 65,000 दुकानें बंद रखकर विरोध जताया गया।फ़ोस्टा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन को पत्र भेजकर कल की जीएसटी काऊन्सलिंग मीटिंग मे 5% से 12% की गई जीएसटी की अधिसूचना को स्थिगित कर सभी आगेवान सगंठनो से सवांद कर पुन: 5% करने का मेल किया है।
साथ ही सभी राज्यो के मुख्यमन्त्री एवं वित्तमंत्री के साथ जीएसटी काऊन्सलिंग सदस्यो को ज्ञापन भेजकर कपडा उघोग को राहत देने के लिये मांग की। सूरत कपडा उघोग बंद रहने से 150 करोड. रूपये के व्यापार का नुकसान हुआ है परंतु जीएसटी दर 12% को हटाने के लिये सभी व्यापारी प्रयास कर रहे है। फोस्टा ने सभी सहयोगी संस्थाओ का तथा बाहर गांव की सभी मण्डियो का आभार व्यक्त किया तथा कल की जीएसटी काऊन्सलिंग की मीटिंग के बाद सभी से एकराय बनाकर आगे की रणनीति तय करने का निश्चय किया है।
शुक्रवार को आयोजित GST की मीटिंग में इन कपड़ों पर 12 प्रतिशत GST दर लगाने का प्रस्ताव स्थगित करके इसके अमल का समय बढ़ाया जा सकता है हालाँकि कई कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि जिस तरह से देश भर में विरोध हो रहा है। सरकारअपना फ़ैसला वापस ले सकती है लेकिन अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। ज़्यादातर लोगों का मानना है कि 1 जनवरी के स्थान पर अब 1 मार्च से इस फ़ैसले को अमल किया जाएगा।