संगीथा मोबाइल्स, एक ऐसा नाम जो पिछले 49 वर्षों से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पांडिचेरी और गोवा में उपभोक्ताओं के दिलों में गूंज रहा है, अब इसने अपनी उपस्थिति गुजरात के अहमदाबाद तक बढ़ा दी है। 1974 की विरासत के साथ, इस दिग्गज ब्रांड ने अहमदाबाद में 20 नए स्टोर खोले हैं, जो ग्राहकों के दरवाजे पर नवीनता की दुनिया लेकर आए हैं।

ये 20 नए स्टोर प्रमुख क्षेत्रों में हैं, जिनमें मोटेरा, चांदखेड़ा, न्यू राणीप, धोळका, वासणा, न्यू नारोल, इसनपुर, मणिनगर, कृष्णनगर-2, विराटनगर, मेघाणीनगर, वस्त्राल, नवा नरोडा, स्वस्तिक क्रॉस रोड, उस्मानपुरा, आश्रम रोड, गुरुकुल, बोडकदेव, साउथ बोपल और साणंद शामिल हैं, जो संगीथा मोबाइल्स की सुविधा ग्राहकों के दरवाजे तक ला रहे हैं।

संगीथा मोबाइल्स की सफलता का आधार उसके ग्राहकों के बीच पैदा हुआ विश्वास है। पारंपरिक फ्रैंचाइज़ी मॉडल से हटकर, संगीथा मोबाइल्स अब कंपनी के स्वामित्व और संचालित संरचना के माध्यम से अपने सभी स्टोरों में समान गुणवत्ता और सेवा सुनिश्चित करता है।

संगीथा के पास अहमदाबाद में अपने ग्राहकों के लिए पेशकशों की एक प्रभावशाली श्रृंखला है। उनकी अग्रणी प्राइज ड्रॉप प्रोटेक्शन पॉलिसी बाजार में विश्वसनीयता का प्रतीक है। ऐसे उद्योग में जो लगातार नए मॉडल जारी होने और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के कारण कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव के लिए जाना जाता है, संगीथा एक अद्वितीय सुरक्षा प्रदान करती है। यदि खरीदे गए फोन की कीमत कम हो जाती है, तो संगीथा कीमत में अंतर की राशि वापस करने के लिए व्यक्तिगत रूप से अपने ग्राहकों से संपर्क करती हैं। यह पॉलिसी 2015 में पेश की गई थी और इससे पहले ही 3 लाख से अधिक ग्राहकों को लाभ हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप इसके मूल्यवान ग्राहकों को कुल 33 करोड़ का कैशबैक मिला है।

इस ऑफर के माध्यम से ग्राहकों की संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता स्पष्ट है, क्योंकि यह फोन की कीमत गिरने पर अंतर की रकम वापस करने की गारंटी देता है, चाहे वह रु. 500 की मामूली कमी हो या रु. 10,000 की बड़ी कमी हो। देश में कोई भी कभी भी इस तरह से अपने उपभोक्ता की सेवा करने में सक्षम नहीं हुआ है।

संगीथा मोबाइल्स व्यापक डेमेज प्रोटेक्शन भी प्रदान करता है, जो आकस्मिक रुप से फोन के गिर जाने और लिक्विड डेमेज के कारण होने वाली शारीरिक क्षति को कवर करता है। इसका मतलब यह है कि ग्राहक लागत में केवल 30% योगदान देकर बिना कोई प्रश्न पूछे अपना फोन बदलवा सकते हैं। संगीथा ग्राहकों की संतुष्टि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए शेष 70% का ख्याल रखती है।

संगीथा मोबाइल्स के ग्राहक एक पुरस्कृत कैशबैक कार्यक्रम का भी आनंद ले सकते हैं, जिसमें रु. 10,000 तक का कैशबैक दिया जाता है। पहले रु. 5,000 तुरंत जमा कर दिए जाते हैं, साथ ही अगली खरीदारी के लिए अतिरिक्त रु. 5,000 उनके ऐप के माध्यम से भुनाए जा सकते हैं। इसके अलावा, संगीथा शुरुआती कैशबैक के अलावा रु. 7,500 तक के कैशबैक ऑफर प्रदान करने के लिए बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ सहयोग करती है। विशेष रूप से अहमदाबाद के लिए एक सीमित समय की पेशकश में, संगीथा पावर बैंक, ट्रिमर और इयरफ़ोन जैसे एसेसरीज पर डील्स पेश करती है।

अपने मूल्य निर्धारण में आश्वस्त संगीथा मोबाइल्स प्राइज मैचिंग गारंटी प्रदान करता है। संगीथा मोबाइल्स यह सुनिश्चित करती है कि अगर ग्राहकों को अमेज़ॅन या फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफॉर्म पर उत्पाद की कीमत मिलती है, तो वे उस कीमत के बराबर या उससे भी कम कीमत पर प्रोडक्ट देंगे। इसके अतिरिक्त, संगीथा मोबाइल्स 24 महीने की शून्य-ब्याज ईएमआई विकल्प प्रदान करता है जो ग्राहकों के लिए हाई-एंड फोन को अधिक किफायती बनाता है।

इसे एक कदम आगे बढ़ाते हुए, संगीथा मोबाइल्स अपनी वेबसाइट और ऐप के माध्यम से डिलीवरी सेवाएं प्रदान करता है। ग्राहक अपने घर बैठे आसानी से ऑर्डर दे सकते हैं और मोबाइल विशेषज्ञ से दो घंटे के भीतर डिलीवरी प्राप्त कर सकते हैं। इस सेवा में डेटा ट्रांसफर, ग्लास या फिल्म फिक्सिंग और विभिन्न मूल्य वर्धित सेवाएं भी शामिल हैं जो स्टोर में खरीदारी के अनुभव को दोहराती हैं।

अहमदाबाद में लॉन्च के अनुरूप, संगीथा मोबाइल्स सीमित अवधि के लिए विशेष प्रमोशन प्रस्तुत करता है। ग्राहक पावर बैंक, ट्रिमर और ईयरफोन समेत एसेसरीज पर पर्याप्त छूट का लाभ उठा सकते हैं। ये एसेसरीज उल्लेखनीय रूप से कम कीमत पर पेश की जाती हैं, जो ग्राहक के समग्र खरीदारी अनुभव को बेहतर बनाती हैं।

हमने आपको बताया था उसके मुताबिक ग्राहकों के लिए लाभों की सूची अंतहीन है।

विश्वसनीयता, ग्राहक संतुष्टि और मूल्य के प्रति संगीथा मोबाइल्स की प्रतिबद्धता उनकी अनूठी पेशकशों में स्पष्ट है। जैसे-जैसे संगीथा मोबाइल्स अहमदाबाद में अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रहा है, क्षेत्र के निवासी इस ब्रांड से उत्कृष्ट सेवा और अद्वितीय ऑफर की उम्मीद कर सकते हैं।

संगीथा मोबाइल्स के बारे में

संगीथा मोबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड भारत में मोबाइल फोन के अग्रणी मल्टी-ब्रांड रिटेल विक्रेताओं में से एक है। पिछले कुछ वर्षों में, संगीथा मोबाइल्स ने गुणवत्तापूर्ण उत्पाद और नवीन रिटेल समाधान प्रदान करने के लिए एक विशिष्ट प्रतिष्ठा के साथ, अपने लिए एक जगह बनाई है। 1974 में एक मामूली शुरुआत से, जब इसे एलपी नारायण रेड्डी और दोस्तों द्वारा ग्रामोफोन बेचने वाली एकल दुकान के रूप में स्थापित किया गया था, तबसे ब्रांड लगातार विकसित हुआ है।

संगीथा ने श्री सुभाष चंद्रा के गतिशील नेतृत्व में एक लंबा सफर तय किया है। उनके उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण ने न केवल संगीथा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि इसे मोबाइल क्षेत्र में सबसे पसंदीदा ब्रांड भी बना दिया है।

सम्मानित ग्राहकों के भरोसे के कारण, संगीथा मोबाइल्स 7 राज्यों में 800 शोरूमों के साथ 60 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है।

गौमाता की सेवा ने बदली गौदास आदि की तकदीर।

MBA गाय वाला के नाम से हुआ फेमस आदि डडवाल हिमाचल के छोटे से गांव सलोह में रहने वाला शख्स जिसे कभी नहीं पता था की गौ माता की सेवा करते करते उन्हें लोग MBA गाय वाला के नाम से जानने लगेंगे.

ज्यादातर लोग यहीं सोचते हैं की गौ सेवा बुढ़ापे में या रिटायर्मेंट के बाद करनी चाहिए पर ये अलग बात है आदि डडवाल ने अपना जीवन जीने का एक अलग रास्ता चुना और गौशालाओं में गौमाता की सेवा कर जीवन जीने को स्वीकार किया SOCIAL मीडिया से हमेशा खुद को दूर रखते हुए भी आज  SOCIAL मीडिया पर लोग इन्हें mba गाय वाला के नाम से जानने लगें है। जी हाँ mba चाय वाला के बाद अब एक ऐसा शख्स जो MBA गाय वाला के नाम से जाना जा रहा है।  

MBAकी डीग्री करने के बाद हर स्टूडेंट का एक अच्छी नोकरी की ओर ध्यान होता है एक अच्छी कम्पनी में काम कर अच्छा खासा पैसे कमाना और अपने सपनों को साकार करना होता है पर MBA गाय वाला के नजरिये से गौमाता की सेवा से बड़ी कोई नोकरी नहीं है और उनका कहना है जो भी व्यक्ति गौसेवा में लगा हुआ है या गौशाला को चला रहा है इसमें हमारा ये कर्तव्य बनता है की हम ऐसे लोगों का साथ दें (गावो रक्षन्ति रक्षितः) इसका मतलब साफ़ है अगर गौमाता बचेगी तो इन्सान बचेगा ओर हमारा धर्म बचेगा। नहीं तो जैसी हालत गौमाता की हो रही है ऐसी ही हालत इंसानों की भी हो रही है जैसे जैसे देश में गौशालाएं बढ़ रही हैं वेसे वेसे देश में वृद्ध आश्रमों की संख्या भी बड रही है। 

MBA गाय वाला ने एक चर्चा में बताया की MBAकरने के बाद समाज में बहुत से लोगों ने उन्हें तान्हे भी मारे की पढाई क्यों की अगर गौसेवा ही करनी थी।गौसेवा तो अनपढ़ लोग भी कर सकते हैं पर बहुत कम लोग है जो गौमाता के दर्द को समझ सकते हैं इस विषय पर कहने को बहुत कुछ है पर बातों से ज्यादा समय सेवा में लगे तो अच्छा है 10 साल से गौसेवा में जुटे रहते हुए बहुत सी गौशालाओं में सेवा दी। हाल ही में हुई चर्चा में पता चला है की अब MBA गाय वाला पंजाब होशियारपुर के एक छोटे से गांव पोहारी में प्राचीन बाण गंगा शिव मंदिर जो की 5000 साल पुराना पांडवों दुवारा निर्मित एक त्रिमूर्ति शिवलिंग है और अपने गुरु आज्ञा पर MBA गाय वाला वंहा पर सनातन की नष्ट हुई प्राचीन विद्याएँ जो गौमाता और कुदरत की देंन हैं और बहुत सी बीमारियों में रामबाण है इसके अध्यन में लगें हुए हैं।

समय और शिक्षा का सही उपयोग ही व्यक्ति को सफल बना देता है पढ़े Vidya Question Bank से और दें अपने सपनों को नयी उड़ान

अक्टूबर, 2023: विगत 33 वर्षों से Topper's की पहली पसंद और समृद्ध धरोहर के साथ विद्या प्रकाशन मंदिर अपने Vidya Question Banks में QR Codes लेकर आया है और इसी के साथ यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के लिए Hand Books के क्षेत्र में नए रुझान स्थापित करते हुए छात्रों के लर्निंग के अनुभव को बेहतर बना दिया है। विद्या प्रकाशन के Question Bank छात्रों को बोर्ड की परीक्षा की तैयारी में मदद करते हैं। विद्या Question Bank आज बड़ी संख्या में छात्रों के लिए पसंदीदा विकल्प बन चुके हैं। सोच-समझ कर डिज़ाइन किए गए ये Question Bank छात्रों को उनके विषय के बारे में पूरा मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करते हैं। प्रकाशक का व्यापक अनुभव छात्रों को सर्वोच्च स्तर की शिक्षा और हर ज़रूरी सहयोग प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इस अवसर पर विद्या प्रकाशन मंदिर के मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ जैन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “विद्या Question Bank छात्रों की शिक्षा में सहयोग प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। Vidya Question Bank में दिए गए सवाल और अध्ययन सामग्री छात्रों के लिए बेहद कारगर सिद्ध हुई है और होती रहेगी। हर सवाल का हल विस्तार से दिया गया है, जो लर्निंग को आसान बना देता है। हम न केवल छात्रों को मार्गदर्शन देते हैं बल्कि उन्हें प्रेरित भी करते हैं और हमारे Question Bank के हर पृष्ठ में इसकी पुष्टि होती है।”

विद्या प्रकाशन मंदिर के सीटीओ डॉ. रोहित खोखर ने इस नए दृष्टिकोण की प्रमुख विशेषता यह बताई है कि अनुभवी शिक्षकों ने एक सरल स्कैन क्यूरेट किया है, छात्र अपने स्मार्टफोन से QR Code को Scan कर अपने Subjects के वीडियोज़ देख सकते हैं। इन वीडियोज़ में वे अध्यापकों को कठिन सवालों को हल करते हुए देख सकते हैं, जिससे उनके लिए लर्निंग की प्रक्रिया बेहद आसान हो जाती है। इस तकनीक के साथ विद्यार्थी रियल टाईम में सवालों को हल कर अपनी प्रॉब्लम सॉल्विंग क्षमता में सुधार ला सकते हैं।

एक और महत्वपूर्ण पहलू जो इन Question Bank को यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए बेंचमार्क बनाता है, वह यह है कि इन Question Banks में यूपी बोर्ड की परीक्षा के पैटर्न को ध्यान में रखते हुए छात्रों को ज़रूरी मार्गदर्शन दिया गया है। अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई यह अध्ययन सामग्री सुनिश्चित करती है कि छात्र नए पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझ सकें। छात्रों को हर ज़रूरी सहयोग प्रदान करने के लिए विद्या Question Bank में विभिन्न मॉडल पेपर दिए गए हैं। कक्षा 9 के लिए 2 मॉडल पेपर के साथ ही कक्षा 10 के लिए 3, कक्षा 11 के लिए 2 मॉडल पेपर, एक विस्तृत फोर्मेट और ओएमआर शीट (OMR Sheet) भी दी गई है।

इन पेपर्स की मदद से छात्रों को अपने कौशल में सुधार लाने का मौका मिलता है। इन पर अभ्यास कर वे समझ सकते हैं कि परीक्षा के दौरान वे अपना समय प्रबन्धन किस तरह से करेंगे। साथ ही इसमें 30 अंक के मासिक प्रोजेक्ट असाइनमेन्ट, एक्सपेरिमेंटल वर्क और टेस्ट भी शामिल हैं। वास्तव में ये Question Banks छात्रों को इस तरह से तैयार करते हैं कि वे हर सवाल का उत्तर आत्मविश्वास से दे सकें, उन्हें विषय को समझने और अपने परफोर्मेन्स में सुधार लाने के लिए जूझना न पड़े।

वर्ष 2023-24 में छात्रों के लिए यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी को आसान बनाने के प्रयास में विद्या Question Banks हर विषय पर अध्ययन सामग्री लेकर आए हैं। इस सहयोग से छात्र न सिर्फ विषय को बेहतर समझ सकते हैं बल्कि अनुकूल माहौल में परीक्षा की तैयारी कर आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में सफलता भी हासिल कर सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें https://bit.ly/3QkwzZS

सूरत: हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज प्राईवेट लिमिटेड अपने खिलाफ लगाए गए बैंक धोखाधड़ी और ऋण डिफ़ॉल्ट के निराधार और मानहानिकारक आरोपों से सख्ती से इनकार करता है। इन आरोपों से पता चलता है कि कंपनी के निदेशक कथित तौर पर बैंक ऑफ बड़ौदा से रु. 100 करोड़ का ऋण न चुकाने के बाद देश से बाहर भाग गए हैं।

इसके बारे में जानकारी देते हुए हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजी के निदेशक विजय शाह ने पीएनएन को बताया कि कश्यप इंफ्राप्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के हिरेन भावसार द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाए गए थे, जो हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज के साथ व्यावसायिक विवादों के इतिहास वाला एक व्यक्ति है। साथ ही पूर्व में कैलाश लोहिया ने कंपनी की बिहार जल परियोजना में भी फर्जीवाड़ा किया था। परियोजना के लिए घटिया सौर पैनल/पंप की आपूर्ति हिरेन भावसार द्वारा की गई थी। कैलाश लोहिया ने हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज समूह की कंपनी के शेयरों को अवैध रूप से अपने नाम पर स्थानांतरित कर लिया था और अपनी पत्नी दिशा लोहिया के नाम पर महत्वपूर्ण धन का दुरुपयोग किया था।

और उन्होंने ये कहा कि जेल में महत्वपूर्ण समय बिताने वाले कैलाश लोहिया के खिलाफ सूरत में अपराध शाखा में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। फिलहाल कैलाश लोहिया और दिशा लोहिया दोनों जमानत पर बाहर हैं। यह मानने के कई कारण हैं कि कैलाश लोहिया, हिरेन भावसार और अन्य लोगों के साथ मिलकर हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज की प्रतिष्ठा और ब्रांड को खराब कर रहे हैं।

और उन्होंने ये भी कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा की एसएमई शाखा, जहां हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज का खाता है, ने 25 अक्टूबर को बैंक खाते के संतोषजनक प्रदर्शन की ईमेल पर पुष्टि की है कि हाई-टेक में कोई बकाया/अतिदेय राशि नहीं है। स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज के खाते (कैश क्रेडिट अकाउन्ट और टर्म लोन अकाउन्ट) और इन खातों का "मानक" वर्गीकरण है।

हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज के निदेशक विजय शाह ने दोनों कंपनियों के बीच विवादों के इतिहास को साझा करते हुए पीएनएन को बताया कि बिहार परियोजना के लिए पंप सेट की आपूर्ति में कश्यप इंफ्राप्रोजेक्ट की ओर से दोषपूर्ण सामग्री और वितरण में देरी के कारण समस्याएं सामने आईं थी। शुरू में दोषपूर्ण पंप सेट को बदलने के लिए सहमत होने के बावजूद, हिरेन भावसार ने इसका पालन नहीं किया और पैसे की वसूली के लिए सीआईडी सूरत और अठवालाइन्स पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बाद की पुलिस जांच में आरोप निराधार निकले।

उन्होंने आगे ये भी कहा कि हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज के खिलाफ इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) के तहत हिरेन भावसार के आवेदन को 2022 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की अहमदाबाद पीठ ने भी खारिज कर दिया था।

एनसीएलटी में झटका लगने के बाद कश्यप इंफ्राप्रोजेक्ट ने सीबीआई गांधीनगर में अर्जी दाखिल की। बाद में मामला सूरत में आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया। पीआई अजय राजपूत ने जांच की और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज की ओर से गलत काम करने का कोई सबूत नहीं मिला।

श्री शाह ने इस बात पर जोर दिया कि हिरेन भावसार के आरोपों का उद्देश्य जबरन वसूली के इरादे से हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज और उसके निदेशकों की छवि और ब्रांड को खराब करना है। नतीजतन, हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज और उसके निदेशकों ने हिरेन भावसार और कश्यप इंफ्राप्रोजेक्ट के खिलाफ रु. 500 करोड़ का आपराधिक मानहानि का मुकदमा दाखिल करने का इरादा किया है। बेबुनियाद आरोप लगाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी।

हाई-टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज 24 साल की विरासत वाली एक सम्मानीय और प्रतिष्ठित कंपनी है, और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 2,000 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार देती है। विजय शाह और उनका परिवार भारत, थाईलैंड और अमेरिका में 25 वर्षों से व्यवसाय में हैं। उन्होंने 25 साल पहले अमेरिका से भारत में आरओ सिस्टम तकनीक पेश की थी और वे भारत में आरओ जल प्रणालियों के अग्रणी हैं। वे और कंपनी निराधार और मनगढ़ंत आरोपों का सख्ती से खंडन करते हैं।

चीनी सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों द्वारा पूर्ण बॉयकॉट

भारत के सबसे बड़े त्यौहार दिवाली एवं उससे जुड़े अन्य त्यौहारों की श्रृंखला को ज़ोर-शोर से मनाने के लिए व्यापारी और उपभोक्ता दोनों बेहद उत्साहित हैं और यही वजह है कि इस बार दिवाली के त्यौहारों के सीजन में देश के बाज़ारों में लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने की संभावना है ।

कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के 30 शहरों में व्यापारी संगठनों के ज़रिए कराये गये एक हालिया सर्वे की समीक्षा में यह सामने आया कि इस वर्ष व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर ग्राहकों की माँग एवं पसंद को पूरा करने के लिए व्यापक तैयारियाँ की है । जिस प्रकार से देश भर के बाज़ारों में इस बार रक्षा बंधन, गणेश पूजा, नवरात्रि, दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर ग्राहकों ने खुलकर ख़रीदारी की है उसको देखते हुए इस वर्ष त्यौहारों के सीजन का व्यापार 3.5 लाख करोड़ रुपये का होने की प्रबल संभावना है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की एक मोटे अनुमान के अनुसार दिवाली त्यौहार के मौक़े पर लगभग 65 करोड़ ग्राहक बाज़ारों में ख़रीददारी करते हैं और अगर औसतन हम प्रति व्यक्ति 5500 रुपये की ख़रीद करे तो यह आँकड़ा ही 3.5 लाख करोड़ के व्यापार को पार करता है ।जहां देश में इस त्यौहार पर केवल 500 रुपये या उससे कम ख़रीदारी करने वाले लोग हैं वहीं हज़ारों और लाखों रुपये खर्च करने वालों की भी कमी नहीं है और इसीलिए देश में दिवाली त्यौहार के सीजन की महत्त्वता व्यापार की दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण है ।


श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा कि यूँ तो व्यापार के सभी क्षेत्रों में बड़ी बिक्री की संभावना है लेकिन गिफ्ट आइटम्स, मिठाई नमकीन, ड्राई फ्रूट,इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, वस्त्र, आभूषण, कपड़ा, बर्तन, क्राकरी, मोबाइल, फर्नीचर, फ़र्निशिंग, रसोई के उपकरण,घर सजाने का सजावटी सामान,फुटवियर, सौंदर्य प्रसाधन , कास्मेटिक्स, कंप्यूटर उपकरण, स्टेशनरी, बिजली का सामान, फल, फूल, पूजा सामग्री,दिये सहित कुम्हारों द्वारा बनाये गये सामान, भगवानों की तस्वीर, मूर्ति आदि , हार्डवेयर,पेंट,फ़ैशन की वस्तुएँ,खाद्य सामान, एफ़एमसीजी सामान, किराना, सॉफ्ट ड्रिंक,कन्फ़ेक्शनरी,खाद्य तेल,रेडीमेड फ़ूड,खिलौने आदि में बड़ा व्यापार होगा । वहीं देश भर में हज़ारों समारोह होने के कारण सर्विस सेक्टर से जुड़े होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हाल, कैटरिंग, इवेंट मैनेजमेंट, कैब सर्विस, डिलीवरी सेक्टर, कलाकारों सहित इसी तरह के अन्य वर्गों को भी बड़ा व्यापार मिलेगा ।

श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए वोकल फॉर लोकल तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान की वजह से चीनी सामान की माँग पिछले वर्षों में बड़ी हद तक घटी है । इस वर्ष के त्यौहारों सीजन में चीन का कोई भी सामान बाज़ारों में नहीं बिकेगा। देश भर में व्यापारियों ने त्यौहारों पर बिकने वाला कोई भी सामान चीन से आयात नहीं किया है और अब ग्राहक भी चीनी सामान लेने में क़तई इच्छुक नहीं है बेशक वो सस्ता ही क्यों न हो । देश के हितों के विरुद्ध चीनी हरकतों ने उपभोक्ताओं को चीनी सामान से विमुख कर दिया है ।

નગરપ્રથમિક શાળામાં GR ડિજિટલ કરો : 'આપ' કોર્પોરેટર મનીષાબેન કુકડીયા

મનીષાબેન કુકડીયા એ ગતરોજ સામાન્ય સભામાં શાળાના GR પર પોતાનું વક્તવ્ય આપતાં જણાવ્યું હતું કે, GR ખુબ જ અગત્ય નું રજીસ્ટર છે. તેની જાળવણી પણ ખુબ જ જરૂરિયાત છે. નગરપ્રાથમિક સ્કૂલો માં ભણેલા ભૂતપૂર્વ વિદ્યાર્થીઓને પોતાના શાળા છોડયાના પ્રમાણપત્ર ની ડગલે ને પગલે જરૂર પડતી હોય છે. કુદરતી હોનારતો જેવી કે રેલ આવવી, વરસાદ અથવા બીજી કોઈ હોનારતો માં એ લિવિંગ સર્ટિફિકેટ નાશ પામે અથવા ખોવાઈ જાય તો વિદ્યાર્થીઓને ખુબ મુશ્કેલી પડતી હોય છે. અને તે દસ્તાવેજ શોધતા નવનેજા પાણી ઉતારતા હોય છે. તેવા સંજોગો માં GR નું ડિજિટલાઈજેશન કરવાંમાં આવે તો LC લેવા આવનાર દરેક વિદ્યાર્થીઓ અને શિક્ષકો તથા શાળાના સ્ટાફ ને પણ આસાની રહેશે અને સમય શક્તિ બંને નો વ્યય ઓછો થાય.અત્યારે જે જુના તૂટેલા ફાટેલા ચોપડાઓ છે તેને ડિજિટલ બનાવવા પર મનીષાબેન કુકડીયા એ વિશેષ ભાર મુક્યો હતો.

IC નાં નાણાં બાબતે કમિશ્નર મેયર ને સામાન્ય સભામાં રજૂઆત કરી:

'આપ' નાં કોર્પોરેટર મનીષાબેન કૂકડિયા એ ગતરોજ સામાન્ય સભામાં બીજો એક ગંભીર મુદ્દો ઉઠાવતા જણાવ્યું હતું કે, અમુક જે જૂની સોસાયટીઓ 30-35-40 વર્ષો ઉપરાંત થી છે તેમાં ઘણી વાર IC નાં નાણાં ભરવાના બાકી બતાવતા હોય છે. અમુક કિસ્સાઓમાં તો સોસાયટી એ ઓર્ગેનાઈઝર ને પૈસા આપી દીધા હોય છે પણ ઓર્ગેનાઈઝરે જમા નહીં કરાવ્યા નાં કિસ્સા પણ સામે આવ્યા છે. રોડ માટે કે બીજી સુવિધા માટે સોસાયટી અરજી કરે ત્યારે ખબર પડે કે IC નાં નાણાં બાકી છે.
તો આ સંજોગો માં બાકી નાણાં બાબતે શા માટે નોટિસ મોકલવામાં નથી આવતી? તેવો પ્રશ્ન મનીષાબેન કુકડીયા એ સામાન્ય સભામાં મેયર કમિશ્નર ને પૂછ્યો હતો.
વધુમાં જયારે નવી લાઈન નાખવાની આવે ત્યારે મનપા તરફ થી જણાવવામાં આવે છે કે ફલાણો ઢીંકણો ચાર્જ બાકી છે. તો એ બાબતે ઘટતું કરવાં અપીલ કરી હતી.

મેટ્રો રેલ ની કામગીરી પૂર્ણ નાં થાય ત્યાં સુધી વેપારીઓને પ્રોફેશનલ ટેક્ષ માંથી મુક્તિ આપવામાં આવે.: આપ કોર્પોરેટર સેજલબેન માલવિયા

આપ નાં કોર્પોરેટર સેજલબેન માલવિયા એ વેપારીઓની પીડા જણાવતા સામાન્ય સભા માં અગત્ય નો મુદ્દો ઉઠાવતા જણાવ્યું હતું કે, છેલ્લા કેટલાય મહિનાઓથી મેટ્રો રેલ ની કામગીરી આખા સુરત શહેર માં ચાલી રહી છે. જેણે કારણે બેરીકેટિંગ કે પતરા નાં બોર્ડ જેવા આડશો મુકવામાં આવ્યા છે. જેને લઈને આસપાસ નાં દુકાનદાર ભાઈઓ ની રોજીરોટી, ધંધા રોજગાર લગભગ થપ્પ કે મંદ પડ્યાં છે. તો તેવી પરિસ્થિતિ માં મેટ્રો રેલ ની કામગીરી પૂર્ણ નાં થાય ત્યાં સુધી વેપારીઓને પ્રોફેશનલ ટેક્ષ માંથી મુક્તિ આપવામાં આવે. જેથી થોડી ઘણી રાહત થાય.

सूरत के पालनपर पाटिया क्षेत्र में एक दिल को दहला देने वाली घटना सामने आ रही है।बताया जा रहा है कि एक ही परिवार के सात लोगों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली।घटना की जानकारी सामने आते ही ही प्रशासन सक्रिय हो गया है और आला अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुँच गई है।

टीम ने घटना के कारणों की जाँच पता करने का काम शुरू कर दिया है।इस घटना के चलते स्थानीय क्षेत्र में चिंता का माहौल फैल गया है।मिली जानकारी के अनुसार सूरत शहर के पालनपुर पाटिया क्षेत्र में सिद्धेश्वर अपार्टमेंट में रहनेवाले युवक उसके माता पिता पत्नी और तीन बच्चे सहित कुल सात लोगों ने आत्महत्या कर ली है। छह लोगों की मौत ज़हरीली दवा पीने से हुई है जबकि युवक की मौत फाँसी लगाने से हुई है। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका है।

घटना सवेरे दस बजे के क़रीब सामने आयी आसपास के लोगों ने पुलिस को इस बारे में बताया। सूचना मिलते ही पुलिस की गाड़ी घटनास्थल पर पहुँच गई। हालाँकि अभी तक प्राथमिक जानकारी सामने नहीं आ सकी है। फ़िलहाल पुलिस ने कारण पता करने के लिए आस पास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दिया है।

पुलिस का मानना है कि जल्द ही घटना के कारणों का अभी पता लगा लिया जाएगा। फ़िलहाल सभी के मृत देह सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं और इनके रिश्तेदारों से भी पूछताछ शुरू की गई है। एक बात सामने आ रही है कि युवक मे माता पिता पत्नी और तीन बच्चों को ज़हर देने के बाद खुद आत्महत्या कर ली हो।

हजीरा/सूरत, अक्टूबर 27, 2023: विश्व के सबसे बड़े स्टील उत्पादक आर्सेलरमित्तल और निप्पोन स्टील का संयुक्त उद्यम एएम/एनएस इंडिया हजीरा के पास शिवरामपुर गांव में सुवाली में सालाना 65 मिलियन मेट्रिक टन की क्षमता वाली डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड जेटी विकसित करने की योजना बना रहा है।

अपनी रणनीतिक विस्तार योजनाओं के हिस्से के रूप में एएम/ एनएस इंडिया हजीरा में अपने एकीकृत इस्पात संयंत्र की उत्पादन क्षमता को मौजूदा 9.6 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 2026 तक 15.6 एमएमटीपीए और 2030 तक 21 एमएमटीपीए करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। सुवाली में नियोजित ग्रीनफील्ड जेटी परियोजना इसी का एक हिस्सा है। इस योजना की परिकल्पना कंपनी की लौह अयस्क, चूना पत्थर और कोयले जैसे कच्चे माल की बढ़ती मांग और विस्तार के बाद आवश्यक तैयार स्टील हैंडलिंग क्षमता को पूरा करने के लिए की गई है।

एएम/ एनएस इंडिया का स्टील प्लांट अपने कच्चे और तैयार माल के संचालन के लिए अपने शेलो वोटर कैप्टिव जेटी के साथ- साथ हजीरा में समूह कंपनी के स्वामित्व और संचालित डीप ड्राफ्ट जेटी का उपयोग करता है। हालांकि, बुनियादी ढांचे की बाधाओं के कारण दोनों जेटी सुविधाओं को स्टील प्लांट से कार्गो की बढ़ी हुई मात्रा को संचालन करने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

कैप्टन ऋतुपर्ण रघुवंशी, प्रमुख, एएम/ एनएस पोर्ट्स, हजीराने कहा कि “मौजूदा पोर्ट बुनियादी ढांचा स्टील उत्पादन में भारी वृद्धि से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं है, जिससे कार्गो आवाजाही में वृद्धि की सुविधा के लिए समर्पित कैप्टिव जेटी की स्थापना और संचालन की आवश्यकता हो गई है। सुवाली में डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड पोर्ट का उद्देश्य हमारी बढ़ती पोर्ट क्षमता की आवश्यकता को पूरा करना है। यह पोर्ट सुविधा हमारी क्षमता बढ़ाने और राष्ट्रीय इस्पात नीति में परिकल्पित देश के 300 एमएमटीपीए के लक्ष्य को साकार करने में योगदान देने में एक महत्वपूर्ण घटक होगा। “

प्रस्तावित डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड जेटी एएम/ एनएस इंडिया के मौजूदा एकीकृत इस्पात संयंत्रों के लिए कैप्टिव जेटी के रूप में काम करेगा और इसकी भविष्य की जरूरतों को भी पूरा करेगा। यह प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा किया जाएगा।

यह परियोजना क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी, जो सामाजिक- आर्थिक स्थितियों में सुधार में योगदान देगी। इसके अलावा, यह कच्चे माल और तैयार माल दोनों के लिए समुद्री परिवहन को बढ़ावा देगा। इससे सड़कों पर ट्रैफिक समस्या के साथ ही वायु प्रदूषण को कम करेगा।

एएम/ एनएस इंडिया का लक्ष्य 2030 तक अपने हजीरा और ओडिशा संयंत्रों में अपनी इस्पात क्षमता को 51 एमएमटीपीए तक बढ़ाना है, ताकि देश को 300 एमएमटीपीए लक्ष्य हांसिल करने में मदद मिल सके और "मेक इन इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" को बढ़ावा देकर भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाया जा सके।

प्रस्तावित डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड पोर्ट के लिए एक सार्वजनिक सुनवाई 27 अक्टूबर को एएम/ एनएस इंडिया, हजीरा में हुई थी।

स्टेट GST डिपार्टमेंट ने गुरुवार को गुजरात भर में ऑटोपार्ट डीलर के यहाँ बड़े पैमाने पर जाँच शुरू की जिसमें कि सूरत में दस स्थानों पूरे राज्य में 50 स्थानो पर देर रात तक जाँच जारी रही। डिपार्टमेंट में सभी स्थानों से बड़े पैमाने पर दस्तावेज़ ज़ब्त किए हैं।

बताया जा रहा है कि दस्तावेजों की जाँच के बाद सभी स्थानों पर से बड़ी रक़म की टैक्स चोरी पकड़े जाने की आशंका है। GST डिपार्टमेंट इन दिनों टैक्स चोरी करने वालों के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर मुहिम चला रहा है बीते 15 दिनों में GST डिपार्टमेंट ने कई कमोडिटी पर जाँच करते हुए करोड़ों रुपया की टैक्स चोरी पकड़ी है। इसी सिलसिले में स्टेट GST डिपार्टमेंट ने गुरुवार को भी सूरत सहित राज्य के कई शहरों में ऑटोमोबाइल पार्ट्स डीलर के यहाँ जाँच की कार्रवाई शुरू की है।

सूरत में अलग अलग अलग स्थानों पर कुल 10 जगह छापेमारी की जा रही है।विभाग की कार्रवाई देर रात तक जारी रही जिसमें की तबीयत स्थानों से बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी संबंधित दस्तावेज़ ज़ब्त किए गए हैं।इनके असेसमेंट के बाद ही टैक्स चोरी के आंकड़ों का ख़ुलासा हो सकेगा उल्लेखनीय है कि GST डिपार्टमेंट इन दिनों चोरी कर टैक्स चोरी करने वालों के लिए घातक साबित हो रहा है।

આગામી ચંદી પડવાના તહેવારને ધ્યાનમાં લઈ સુરત શહેર વિસ્તારમાં આવેલ નીચે જણાવેલ સંસ્થાઓની તા.૨૬/૧૦/ર૦ર૩ નાં રોજ ફુડ વિભાગનાં ફુડ સેફટી ઓફિસરો ધ્વારા સ્થળ તપાસ કરી કુલ–૧૨ સંસ્થાઓમાંથી ઘારીનાં કુલ–૨૪ નમૂનાઓ લઈ પૃથ્થકરણ સારૂં પબ્લીક હેલ્થ લેબોરેટરી, સુરત મહાનગરપાલિકા ખાતે મોકલી આપવામાં આવેલ છે, જેનો પૃથ્થકરણ અહેવાલ આવ્યેથી આગળની કાર્યવાહી હાથ ધરવામાં આવશે.


સંસ્થાનું નામ

૧-સુરત - તાપી જિલ્લા સહકારી દૂધ ઉત્પાદક સંઘ લિમિટેડ સુમુલ ડેરી.
પોસ્ટ બોક્સ-501, સુમુલ ડેરી, સુમુલ ડેરી રોડ, સુરત.
૨-વિજય ડેરી પ્રોડકટ
દુકાન નં- 3, 4,5, રામશા ટાવર, અડાજણ પાટિયા, અડાજણ, સુરત.
૩-શાહ જમનાદાસ સી.ઘારીવાલા
દુકાન નં-117, ચૌટા બજાર, સુરત.
૪-24 કેરેટ મિઠાઈ મેજિક
91748, ચૌટા બજાર, સુરત.
૫-રમેશ ની મિઠાઈઓ
4/3516, ઝાંપા બજાર મેઈન રોડ, સુરત
૬-નિપુન ધનસુખલાલ(H.U.F.)
(મોહન ની મીઠાઈ)
9/211, અંબાજી રોડ, સુરત
૭-મહેશ્વરી કન્ફેક્શનર્સ
1/533-534,દુકાન નં-4, અમર શિલ્પ, ટીમલીયાવાડ, નાનપુરા, સુરત.
૮-ચોર્યાસી તાલુકો દુધ વેચાણ કરનારી સહકારી મંડળી લિમિટેડ
9/874, અંબાજી રોડ, સુરત.
૯-મે. ઠક્કર મોતીહરજી મીઠાઈવાલા
9/195, ખાંડવાલાની શેરી, વાડીફળિયા, સુરત.
૧૦-પીયુષભાઈ સી બારડોલીવાલા
સાકેત બિલ્ડીંગ, રાણી તળાવ મેઈન રોડ, ભાગળ, સુરત
૧૧-કૈલાશ રેસ્ટોરન્ટ
નાનપુરા, ટીમલીયાવાડ, સુરત
૧૨- ઠાકોર ની મીઠાઈ
ભાગળ ચાર રસ્તા, સુરત