अर्थ इंफ़्रास्ट्रक्स्चर के सिद्धार्थ कटयाल बने भूमिका ग्रुप के सीईओ

नई दिल्ली, सितम्बर 4: अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के पूर्व सीनियर वाईस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ कटयाल ने रियल एस्टेट कंपनी भूमिका ग्रुप को बतौर सीईओ जॉइन किया है। दिल्ली स्थित भूमिका ग्रुप के उदयपुर, फ़रीदाबाद दिल्ली आदि जैसे शहरों में प्रोजैक्ट्स है और कंपनी लॉजिस्टिक्स, माइनिंग, वेयरहाउसिंग, टेक्सटाइल आदि का व्यापार भी करती है।

बता दें की, भूमिका ग्रुप जॉइन करने के पहले सिद्धार्थ कटयाल ओमैक्स ग्रुप में डायरेक्टर के पद पर कार्यरथ और उसके पहले अर्थ इंफ़्रास्ट्रक्चर में सीनियर वाईस प्रेसिडेंट थे। वहाँ उन्हें 168 करोड़ के फ्रॉड केस में 10 जनवरी 2019 को वाराणसी से गिरफ़्तार किया गया था। सिद्धार्थ के ऊपर घर ख़रीदारों के साथ फ़्राज़ी कंपनियाँ बना कर पैसे ऐंठने का आरोप था, सन् 2016 में 30 से अधिक घर ख़रीदारों ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एफ़आईआर करी थी, जिसकें बाद ये मामला सामने आया।

भूमिका ग्रुप उत्तर भारत की जानी मानी रियल एस्टेट कंपनी है, और सिद्धार्थ कटयाल का सीईओ की तरह कंपनी को जॉइन करना गौर करने वाला विषय है।

नई दिशाः अब सूरत के हीरा उद्यमी कर रहे लैबग्रान रफ हीरो का निर्यात


सूरत
मंदी के दौर से गुज़र रहे सूरत के हीरा उद्यमी नए विकल्प की तलाश में है। कई उद्यमियों ने व्यापार के नए रस्ते ढूंढना शुरू कर दिया है। इन प्रयासों के चलते नैचरल हीरों का गढ़ माने जाने वाला सूरत अब लैबग्रान डायमंड में भी नए क्षितिज को छू रहा है। लैबग्रान डायमंड के क्षेत्र मे हीरा उद्यमियों ने अपना वर्चस्व बनाना शुरू कर दिया है। बीते कुछ वर्षो से सूरत से बड़े पैमाने पर लैबग्रान रफ डायमंड विदेशों में भेजा जा रहा है।सूरत अब लैबग्रान रफ डायमंड के लिए भी केन्द्र बन रहा है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष की बात करें तो बीते 4 महीने में 21 मिलियन यूएस डॉलर का लैबग्रान रफ डायमंड का निर्यात किया जा चुका है।

——9 हज़ार लैबग्रान डायमंड रिएक्टर
हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत नेचरल हीरों का केंद्र माना जाता है।90 प्रतिशत से अधिक हीरा सूरत में तराशे जाते हैं ।सूरत में तैयार होने वाले नेचरल हीरे ज़्यादातर रूस, ऑस्ट्रेलिया, ज़िम्बाब्वे, दक्षिण अफ़्रीका में से आयात किए जाते हैं लेकिन अब सूरत में हीरा उद्योग ने करवट बदली है और सूरत में बड़े पैमाने पर लैबग्रान डायमंड का काम होता है।सूरत के कई उद्यमी लैबग्रान डायमंड का उत्पादन भी कर रहे हैं।एक अंदाज़ के अनुसार सूरत में 9 हज़ार के क़रीब डायमंड रिएक्टर रहा है जिनमें की लेबग्रॉन डायमंड बनाया जाता है।लेबग्रॉन डायमंड की डिमांड दुनिया में लगातार बढ़ते जा रही है जिसके चलते इस सेक्टर काम बढ़ा है।
——-नेचरल हीरो का विकल्प बना लैबग्रान हीरा

सूरत में लेबग्रॉन डायमंड का बड़े पैमाने पर उत्पादन होने के कारण दुनिया के कई देशों में यहाँ से निर्यात किया जा रहा है।हालाँकि वर्तमान समय में लेबग्रॉन डायमंड में भी मंदी का दौर है लेकिन उद्यमियों का मानना है कि आने वाले दिनों में लेबग्रॉन डायमंड हीरा पसंद करने वाले लोगों के लिए एक नया विकल्प बनकर उभरेगा। बीते दो साल से नेचरल हीरा उद्योग में मंदी का दौर है ऐसे में कई हीरा उद्यमी अब लैबग्रान का भी काम कर रहे है। इसके चलते बड़ी संख्या में हीरा श्रमिको को रोज़गार मिल रही है।

रफ लैबग्रॉन डायमंड का एक्सपोर्ट
महीना———निर्यात ( मिलियन)
अप्रेल —3.22
मई—-6.28
जून——7.09
जुलाई—-4.32

-मोटी साईज़ के हीरो का निर्यात
चीन मे पतली साइज़ के लैबग्रान रफ डायमंड( एचपीएचटी) एक्सपोर्ट किए जाते हैं जबकि सूरत में बड़ी साइज़ के लैबग्रान डायमंड तैयार होते हैं। विदेश के जिन उद्यमियों को बड़ी साइज़ के लैबग्रान रफ डायमंड की ज़रूरत है वह सूरत से इंपोर्ट कर रहे हैं। सूरत के हीरा उद्योग के लिए अच्छी संभावना है।
विजय माँगुकिया, रीजनल चेयरमैन, जीजेईपीसी

AM/NS India ने वडोदरा में बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान की

हजीरासूरत, अगस्त 31, 2024: आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) ने वडोदरा में 50,000 फूड(खाद्य) पैकेटों का वितरण शुरू किया है। वडोदरा का अधिकांश इलाका इस सप्ताह के प्रारंभ में विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित हुआ था। यह वितरण अभियान AM/NS India के जारी रहे कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) प्रयासों का हिस्सा है और इसका उद्देश्य प्रभावित समुदायों को तत्काल राहत प्रदान करने में स्थानीय प्रशासन का समर्थन करना है।

इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान जरूरतमंद लोगों को आवश्यक खाद्य आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए कंपनी प्रतिबद्ध हैं। कंपनी वडोदरा के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ी है और पुनर्वास के प्रयासों में अपना पूर्ण योगदान देने के लिए वचनबद्ध है।

AM/NS India अपने CSR प्रयासों के तहत हेल्थकेयर (स्वास्थ्य सेवा), शिक्षण, कौशल विकास आदि के क्षेत्र में विभिन्न विकासात्मक पहलों में अग्रणी है। संकट के समय में आवश्यकता पड़ने पर कंपनी सहायता भी प्रदान करती है।