विश्व का सबसे बड़ा महामृत्युंजय यंत्र: प्रयागराज में भूमि पूजन संपन्न

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) [भारत], 31 दिसंबर: आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक अभूतपूर्व अध्याय जुड़ गया जब संगम विहार, सेक्टर 22, झूंसी, प्रयागराज में विश्व के सबसे बड़े महामृत्युंजय यंत्र की स्थापना के लिए भूमि पूजन संपन्न हुआ। यह यंत्र पूर्ण महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से आने वाले 40 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बनेगा, जिसमें पर्यावरण और अध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। भूमि पूजन कार्यक्रम विधिवत रूप से सम्पन्न हुआ जिसमें उत्तर प्रदेश विधान परिषद के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, पीठाधीश्वर सिद्ध महामृत्युंजय संस्थान स्वामी सहजानंद सरस्वती , सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र संस्थान की चेयरपर्सन परम पूज्य सद्गुरु मां उषा जी, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज, और महामंडलेश्वर परम पूज्य रामेश्वरानंद जी महाराज सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। 52 अक्षरों के महामृत्युंजय मंत्र से प्रेरित, यह अद्वितीय 3-डी यंत्र 52 फीट लंबा, 52 फीट चौड़ा और 52 फीट ऊंचा होगा। इसे 151 विद्वान पंडितों द्वारा 8,00,000 महामृत्युंजय मंत्रों के जाप से अभिमंत्रित किया जाएगा। यह यंत्र न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र होगा, बल्कि पूरे क्षेत्र में सकारात्मकता का संचार करेगा।
सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र संस्थान के पीठाधीश्वर परम पूज्य स्वामी सहजानंद सरस्वती ने यंत्र की गहराई और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह यंत्र मानव और ब्रह्मांड के बीच के आध्यात्मिक संबंध का प्रतीक है। महामृत्युंजय मंत्र के 52 अक्षर हमारे जीवन और ब्रह्मांड के मूलभूत तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं।” स्वामी जी ने बताया, “यह यंत्र केवल शारीरिक रोगों का निवारण नहीं करेगा, बल्कि मानसिक प्रदूषण को भी दूर करेगा। आज के समय में तनाव, अवसाद और सामाजिक असहमति जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। यह यंत्र हर व्यक्ति के लिए सकारात्मकता का स्रोत बनेगा और समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगा।” उन्होंने इस यंत्र को ‘आध्यात्मिक रिफ्रेशर’ बताते हुए कहा, “जिस प्रकार कंप्यूटर को रीफ्रेश किया जाता है, उसी प्रकार इस यंत्र के दर्शन मात्र से किसी भी व्यक्ति की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी और उसे एक नई ऊर्जा प्राप्त होगी। यह यंत्र समाज को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक स्वास्थ्य प्रदान करेगा।”
सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र संस्थान की चेयरपर्सन परम पूज्य सद्गुरु मां उषा जी ने कहा, “यह यंत्र केवल एक आध्यात्मिक प्रतीक नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक सकारात्मक ऊर्जा स्रोत बनेगा। इसे वर्षों के शोध के बाद तैयार किया गया है, जिसमें वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखा गया है।”
महाकुंभ 2025 का प्रमुख आकर्षण
पूर्ण महाकुंभ 2025 में यह महामृत्युंजय यंत्र श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। यहां नियमित रूप से रुद्राभिषेक और अतिरुद्र यज्ञ आयोजित किए जाएंगे, जिससे आध्यात्मिक वातावरण और अधिक प्रभावशाली बनेगा।
विश्वव्यापी पहल
प्रयागराज में इस यंत्र की स्थापना के बाद इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों और विश्व के 132 देशों में स्थापित करने की योजना है। इस पहल का उद्देश्य आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश पूरी दुनिया में फैलाना है।
भविष्य के लिए दृष्टिकोण
कार्यक्रम के अंत में परम पूज्य सद्गुरु मां उषा जी ने मीडिया और उपस्थित श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह यंत्र केवल भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह पूरी मानवता के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगा। मैं सभी से आग्रह करती हूं कि वे इस यंत्र के दर्शन करें और इसके महत्व को जन-जन तक पहुंचाएं।” यह महामृत्युंजय यंत्र प्रयागराज को वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा और श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा। इसके उद्घाटन की प्रतीक्षा देश-विदेश में बेसब्री से की जा रही है।

मुंबई नाव दुर्घटना में मृतकों को मोरारी बापू की श्रद्धांजलि और परिवारों को सहायता

मुंबई , 27 दिसंबर: दो दिन पहले मुंबई में हुई एक नाव दुर्घटना में 15 लोगों की मृत्यु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से कुछ पर्यटक नाव के जरिए एलीफैंटा गुफाओं की ओर जा रहे थे। इसी दौरान भारतीय नौसेना की एक स्पीड बोट का पर्यटकों की नाव से दुर्घटनावश टकराव हो गया। दोनों नावों में करीब 60 लोग सवार थे। इस दुर्घटना में 15 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने इस दुर्घटना में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। पूज्य बापू ने उनके परिवारजनों को 15,000-15,000 रुपये, यानि कि कुल मिलाकर 2,25,000 रुपये की आर्थिक सहायता भी समर्पित की है। यह राशि मुंबई स्थित रामकथा के श्रोता श्री प्रवीणभाई तन्ना के माध्यम से सेवा रूप में पीड़ित परिवारों तक पहुँचाई जाएगी।

पूज्य मोरारी बापू ने इस घटना में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है और उनके परिवारजनों को सांत्वना दी है।

सूरत : स्वास्थ्य जांच शिविर का मरीजों ने उठाया लाभ

प्रख्यात समाजसेवी ताराचंद खुराना ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया महंत हेमंतदास फाउंडेशन द्वारा संचालित सनस्टार रोबोटिक फ़िजियोथेरपी सेंटर का उद्घाटन गुरुजी महंत खुशालदासजी के कर कमलों द्वारा रविवार 29 दिसंबर को किया गया। इस अवसर पर सनस्टार रोबोटिक फ़िजियोथेरपी सेंटर चौथी मंजिल ए विंग साई आशीष ट्रेड सेंटर वीआईपी रोड 2 पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कैम्प आयोजित किया गया।

मुख्य अतिथि के तौर पर कलेक्टर डॉ. सौरभ पारधी, प्रेम वीर सिंह ( IPS ) आईजी सूरत रेंज मौजूद रहे। जिनका ताराचंद खुराना ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।स्वास्थ्य जांच कैम्प में बच्चों और बड़ों में लकवा, विकलांगता, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द का निःशुल्क परामर्श दिया गया। जिसका बड़ी तादात में मरीजों ने लाभ उठाया।

कैम्प में डॉ. रवि वटियानी (एमडी, डीएम न्यूरोलॉजी, एम्स, नई दिल्ली), डॉ. दिनेश भूतड़ा (एमबीबीएस डीएनबी पीडियाट्रिक्स), डॉ. प्रशांत पटेल (एमएस ऑर्थो, डीएनबी ऑर्थो, एफआईएएस) और डॉ. देवेंद्र नारंग (एमएस ऑर्थो) मरीजों की जांच की। इस अवसर पर डॉ. सुभाष नंदवानी, डॉ. सिद्धार्थ जैन, डॉ. जितेंद्र पाल, डॉ. नरेश अरोड़ा एवं डॉ. संजीव राव उपस्थित रहे।

डायमंड पार्क्स, लोहगांव ने माहेर संस्था के बच्चों के साथ क्रिसमस उत्साह से मनाया

दिल्ली, 26 दिसंबर: क्रिसमस का त्यौहार हमारे जीवन में खुशियां, भरपूर प्यार, शांति और करुणा का संदेश लेकर आता है। इस वर्ष, इंदुलकर समूह के अंतर्गत आने वाले ISO 9001:2015 प्रमाणित डायमंड पार्क्स, लोहगांव ने अपनी सामाजिक सेवा और प्रतिबद्धता की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए क्रिसमस का त्योहार माहेर संस्था के बच्चों के साथ मनाया। माहेर संस्था जरूरतमंद बच्चों की सहायता करने वाली एक प्रसिद्ध संस्था है। डायमंड पार्क्स ने इन बच्चों के साथ समय बिताकर और उन्हें उपहार भेंट करके क्रिसमस को खास बनाया।
डायमंड पार्क्स, जो सामाजिक सेवा के प्रति अपनी वचनबद्धता के लिए जाना जाता है, के स्टाफ ने हिलटॉप मल्टीक्यूज़ीन रेस्टोरेंट और बार परिसर में एक दान बॉक्स रखा। इस बॉक्स को भरपूर प्रतिक्रिया मिली, और डायमंड पार्क्स के स्टाफ ने उसमें बच्चों के लिए उपयोगी चीजें जैसे खिलौने, स्टेशनरी, और अन्य उपहार रखे। ये उपहार माहेर संस्था में जाकर वहां के बच्चों को दिए गए। इसके साथ ही, डायमंड पार्क्स की ओर से तैयार किए गए सांताक्लॉज़ ने बच्चों के बीच चॉकलेट्स का वितरण किया।
बच्चे डायमंड पार्क्स टीम के प्रयासों और इस अनूठे उपक्रम को देखकर बेहद खुश हुए। उन्होंने पूरी टीम का दिल खोलकर स्वागत किया और अपने मासूम अंदाज़ से उनकी मेहनत को सराहा। डायमंड पार्क्स ने इन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने और उनके लिए इस त्योहार को यादगार बनाने का हर संभव प्रयास किया।
डायमंड पार्क्स की क्रिसमस की खुशी केवल यहीं तक सीमित नहीं रही। पार्क परिसर में स्थित हिलटॉप मल्टीक्यूज़ीन रेस्टोरेंट और कोपा दी कोलिना में एक भव्य और शानदार क्रिसमस समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मेहमानों को कई प्रकार के आकर्षण प्रदान किए गए, जैसे मजेदार खेल, गर्म पेय, सांताक्लॉज़ से मुलाकात और उनके द्वारा वितरित उपहार। इस शानदार कार्यक्रम में सभी आयु वर्ग के अतिथियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इसे बेहद सफल बनाया।
इसके साथ ही, डायमंड पार्क्स ने 21 दिसंबर से शुरू होकर पांच दिन चलने वाले विशेष क्रिसमस कार्निवल का आयोजन किया। इस कार्निवल में बच्चों और बड़ों के लिए खास मेनू, प्रतिदिन नए-नए परफॉर्मेंस शो, और 12 साल तक के बच्चों के लिए एक घंटे का रोमांचक सॉफ्ट प्ले ज़ोन जैसी विशेषताएं शामिल थीं।
क्रिसमस के इस चैतन्यमय माहौल के साथ, डायमंड पार्क्स, लोहगांव अब 31 दिसंबर को आयोजित होने वाली नववर्ष की पार्टी के लिए पूरी तरह तैयार है। यह आयोजन शाम 6:00 बजे शुरू होगा। इसमें विशेष पूलसाइड सीटिंग, कैंपिंग का सुखद अनुभव, मुफ्त नाश्ता, डी.जे. के धमाकेदार संगीत के साथ डांस फ्लोर, आतिशबाजी, और अन्य कई आकर्षण शामिल हैं। यह एक यादगार शाम का वादा करता है।
नववर्ष की पार्टी की बुकिंग के लिए www.diamondparks.com पर जाएं या 7720006622 पर संपर्क करें।

वेदांत एल्युमिनियम का ‘स्वर्ण प्राशन’ कार्यक्रम ओडिशा में 17,000 बच्चों तक पहुंचता है

भुवनेश्वर,24 दिसंबर: भारत के सबसे बड़े एल्यूमीनियम उत्पादक वेदांत एल्युमिनियम ने आयुष मंत्रालय के साथ साझेदारी मेंअपने ‘स्वर्ण प्राशन’ अभियानके चौथे चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जो 17,000 से अधिक छात्रों तक पहुंच गया है। यह अभियान ओडिशा के रायगढ़ और कालाहांडी जिलों के 15 सरकारी स्कूलों में शुरू किया गया था। इस आयुर्वेदिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की याददाश्त को बढ़ावा देना और उनके शुरुआती चरणों में समग्र विकास का समर्थन करना है। जिला आयुर्वेद एवं स्कूल प्रशासन के सहयोग से कार्यक्रम का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया।
आयुष मंत्रालय के साथ साझेदारी में सितंबर 2024 में पहल शुरू करने के बाद से, वेदांत एल्युमिनियम ओडिशा सरकार और आयुष मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में काम कर रहा है और वर्तमान में कालाहांडी और रायगढ़ जिलों में काम कर रहा है और इसे ओडिशा के कोरापुट जिले में विस्तारित करने की योजना बना रहा है।
वेदांत एल्युमीनियम के सीईओ सुनील गुप्ता ने कहा, “वेदांत स्वर्ण प्राशन जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से पिछड़े क्षेत्रों में बाल स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। हमें ओडिशा के दूरदराज के क्षेत्रों में इस कार्यक्रम का विस्तार करने में आयुष मंत्रालय के समर्थन पर गर्व है। वेदांत एल्युमीनियम के बॉक्साइट माइंस के सीईओ नितिन कुमार तिवारी ने कहा, “लोगों ने स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम को उत्साहपूर्वक अपनाया है, जिससे 40 सरकारी स्कूलों के छात्र लाभान्वित हुए हैं। कार्यक्रम को कोरापुट तक विस्तारित करने की योजना है और जल्द ही 30,000 से अधिक बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य है।
कालाहांडी जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी वेदबक ने कहा, “स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम बच्चों के कल्याण के लिए आयुर्वेदिक स्वास्थ्य प्रणाली को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम का समर्थन करना समुदाय केंद्रित विकास के लिए वेदांत एल्युमिनियम के समर्पण का प्रमाण है।वेदांत एल्युमीनियम शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्थायी आजीविका, ग्रामीण बुनियादी ढांचे और जमीनी स्तर के खेल और संस्कृति जैसी रणनीतिक पहलों के माध्यम से ओडिशा को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय अधिकारियों और समूह भागीदारों के साथ मिलकर सहयोग करके, कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि उसके हस्तक्षेप सामाजिक-आर्थिक प्रगति की ओर उन्मुख हों।

AMNS इंटरनेशनल स्कूलने पर्यावरणीय स्थिरता के संदेश के साथ खेल दिवस मनाया

हजीरा –सूरत, दिसंबर24, 2024: AMNS इंटरनेशनल स्कूल ने कक्षा 5 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए वार्षिक खेल दिवस का आयोजन किया, जिसमें खेल प्रतिभाओं के साथ पर्यावरण संरक्षण का एक सशक्त संदेश दिया गया। इस वर्ष खेल दिवस की थीम”पर्यावरणीय स्थिरता”थी।
खेल दिवस का आरंभ भव्य परेड के साथ हुआ, जिसका नेतृत्व NCC कैडेट्स, राज्य स्तरीय खिलाड़ी और स्कूल के 4 हाउस -एमराल्ड, रूबी, टोपाज और सफायर के विद्यार्थियों ने किया। विद्यार्थियों ने”नदी बचाओ,” “भूमि पुनर्स्थापन,” “जीवन पुनरुत्थान,” “प्रकृति के रक्षक,” और”शुद्ध हवा: नई ऊर्जा”जैसे स्लोगन के माध्यम से पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट किया।
मुख्य अतिथि और सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपमसिंह गहेलोतने अपने संबोधन में विद्यार्थियों और अभिभावकों से यातायात सुरक्षा नियमों का पालन करने का अनुरोध किया और इस डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा की महत्ता पर भी प्रकाश डाला।
AMNS इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या सुनीता मटूने अपने उद्बोधन में खेल दिवस की थीम के अनुसार संस्कृत वाक्य”पृथिव्यां रक्षणं सर्वेषां धर्मः”(पृथ्वी की रक्षा करना सबका धर्म है) के संदेश पर जोर दिया।
इस अवसर पर कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें पर्यावरण के महत्व को उजागर किया गया। “योग-नाट्यम” के माध्यम से नदी संरक्षण, “रिंग ड्रिल्स,” “स्टिक एक्सरसाइज़,” और “बांस के कार्यक्रमों” के जरिए पर्यावरण संरक्षण, शक्ति और सहनशीलता का प्रदर्शन विद्यार्थियों ने किया। संयुक्त एरोबिक्स प्रदर्शन के जरिए शुद्ध हवा के महत्व को रेखांकित किया गया।
दिनभर में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने विभिन्न ट्रैक और फील्ड इवेंट्स में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम का उत्साहपूर्वक आनंद लिया।
कार्यक्रम का समापन आभार व्यक्त औरपर्यावरण संरक्षण के विभिन्न नारों -“नदियां जीवन हैं, प्रदूषण रोकें और उन्हें जीवंत रखें”तथा”आपके और मेरे लिए एक पेड़ लगाएं, धरती को हरियाली बनाएं”के उद्घोष के साथ किया गया।

सूरत एयरपोर्ट पर अब निगरानी होगी और पाबंद

सूरत एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय विमान की संख्या बढ़ने के साथ ही कस्टम विभाग ने सतर्कता और बढा दी है। कस्टम विभाग के एयर इंटेलीजेंस यूनिट की टीम में अब और एक सदस्य शामिल होने जा रहा है अर्थात की स्नीफर डॉग की सेवा भी अब कस्टम डिपार्टमेंट यात्रियों की जांच के लिए लेगा।

कस्टम विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत एयरपोर्ट पर अभी तक दुबई और शारजाह की दो फ्लाइट है जो कि सप्ताह में 10 दिन तक आवागमन करती हैं।अब से बैंगकॉक की भी फ्लाइट शुरू हो गईहै। ऐसे में कस्टम विभाग की जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी।फिलहाल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग की और इंटेलिजेंस यूनिट के बीस स्टाफ की टीम यात्रियों की जांच पड़ताल करती है। बैंगकॉक की फ्लाइट के बाद आने वाले दिनों में अन्य कई शहरों की फ्लाइट पर भी विचार चल रहा है।

ऐसे में कस्टम विभाग की जिम्मेदारी बढ़ गई है। इसे देखते हुए डिपार्टमेंट ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है।फिलहाल कस्टम डिपार्टमेंट में सूरत पुलिस की मदद से एक स्निपर डॉग ड्रेक को भी अपने जांच टीम में शामिल कर लिया है।बीते 1 महीने से इसे एयरपोर्ट पर ट्रेनिंग दी जा रही थी जो की गुरुवार से बैंगकॉक की फ्लाइट शुरू होते ह से टीम में जुड़ जाएगा। इसके अलावा सीआईएफ की टीम भी एक स्निपर को ट्रेंनिंग दे रही है जो की आने वाले दिनों में एयरपोर्ट कस्टम की टीम में जुड़ सकता है।

मिली अधिक जानकारी के अनुसार फिलहाल ड्रेक को शामिल करने से नारकोटिक पदार्थ पकड़ने में सरलता रहेगी।बैंकॉक से नार्कोटिक पदार्थ आदि ज्यादातर स्मगलिंग होकर आते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए कस्टम डिपार्टमेंट ने यह कदम उठाया है।दुबई और शाहजहां से ज्यादातर सोने चांदी आदेश स्मगलिंग होते हैं लेकिन बैंगकॉक की सेवा शुरू होने के बाद अन्य चीज भी आ सकती हैं इसलिए यह सतर्कता बरती जा रही है।

वेदांत ने परब-2024 में आदिवासी विरासत का जश्न मनाया

कोरापुट, 18 दिसंबर: भारत के सबसे बड़े एल्यूमीनियम उत्पादक वेदांत एल्युमीनियम ने ओडिशा के आदिवासी बहुल कोरापुट जिले में एक समृद्ध सांस्कृतिक उत्सव ‘परब-2024’का गर्व से समर्थन किया है।
मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने किया औरइस भव्य आयोजन नेआदिवासी कला, संस्कृति, संगीत और नृत्य का प्रदर्शन करके हजारों आगंतुकों को आकर्षित किया। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने न केवल ओडिशा की समृद्ध संस्कृति पर प्रकाश डाला,बल्किपर्यटकों कोआदिवासी कलाकृतियों, परंपराओं और विरासत के बारे में सूचित करने के लिए प्रदर्शनी स्टालों का अनावरण भी किया।

वेदांत ने कालाहांडी लांजीगढ़ के प्रतिभाशाली आदिवासी कारीगरों द्वारा बनाए गए सौरा कला और ढोकरा उत्पादों सहित आदिवासी कला पर एक स्टाल लगाया था। इन कला रूपों, जो विलुप्त होने के कगार पर हैं, को स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाने और पारंपरिक हस्तशिल्प को संरक्षित करने के उद्देश्य से कंपनी की सामुदायिक विकास पहल के माध्यम से पुनर्जीवित किया गया था।

वेदांता एल्युमिनियम के सीओओ सुनील गुप्ता ने कहा, “हम ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। परब जैसे त्योहारों का समर्थन न केवल पारंपरिक कलाओं को बढ़ावा देताहै, बल्कि सामूहिक संबंधों को भी मजबूत करता है और हमारी विविध सांस्कृतिक परंपराओं में गर्व बढ़ाता है। कोरापुट जिले के निवासी राजू महंती ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “परब एक वार्षिक उत्सव है जिसका हम हर साल इंतजार करते हैं।मैं स्थानीय सांस्कृतिक पहलों का समर्थन करने और स्थानीय समुदाय को हमारी समृद्ध कला और संस्कृति को दुनिया के साथ साझा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए वेदांत की गहराई से सराहना करता हूं।

यह याद किया जा सकता है किवेदांत ने त्योहार के लिए महत्वपूर्ण अवसंरचनात्मक समर्थन प्रदान किया, जिसने स्थानीय समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास और जमीनी स्तर पर कला और संस्कृति के संरक्षण के लिए अपनी निरंतर प्रतिबद्धता को मजबूत किया। इस कार्यक्रम नेस्थानीयकारीगरों, स्वयं सहायता समूहों (एस. एच जी) और छात्रों को अपने कौशल और परियोजनाओं को पहचानने और संभावित रूप से विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान किया। वेदांत एल्युमिनियम पहले ही सुंदरगढ़ में दुनिया के सबसे लंबे संबलपुरी थिएटर में बहुदा यात्रा, कोरापुट में विश्व आदिवासी दिवस के सामूहिक समारोह, नामयाज्ञ उत्सव और जामकानी में वार्षिक रथ यात्रा का समर्थन कर चुका है।इससे पहले, कंपनी ने संबलपुरी लोक कलाकार पद्म श्री पुरस्कार विजेता जितेंद्र हरिपाल को भी ओडिया संस्कृति में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया था।

સુરતથી ગુજરાતના પ્રથમ સેમીકન્ડક્ટર પ્લાન્ટનો શુભારંભ કરતા કેન્દ્રીય જલશક્તિ મંત્રી સી.આર.પાટીલ

સુરત:રવિવાર: સુરતથી ગુજરાતના પ્રથમ સેમીકન્ડક્ટર પ્લાન્ટનો શુભારંભ કેન્દ્રીય જલશક્તિ મંત્રી સી.આર.પાટીલના હસ્તે કરવામાં આવ્યો હતો. ગૃહ, ઉદ્યોગરાજ્યમંત્રીશ્રી હર્ષ સંઘવી આ પ્રસંગે વિશેષ ઉપસ્થિત રહ્યા હતા.

સુરતની સૂચિ સેમિકોન દ્વારા પલસાણા તાલુકાના બગુમરા ખાતે ૧૦૦ મિલિયન ડોલર (રૂ.૮૪૦ કરોડ)ના રોકાણ સાથે ગુજરાતના પ્રથમ અદ્યતન સેમીકન્ડક્ટર એસેમ્બલી અને ટેસ્ટિંગ પ્લાન્ટમાં ઈલેક્ટ્રોનિક ચીપ્સનું ઉત્પાદન શરૂ કરવામાં આવ્યું છે. ૩૦ હજાર ચોરસ ફુટ વિસ્તારમાં નિર્માણ પામેલા આ પ્લાન્ટમાં પ્રતિદિન ત્રણ લાખ સેમીકન્ડક્ટર ચીપ્સનું ઉત્પાદન થશે.

આ પ્રસંગે કેન્દ્રીય જલશક્તિ મંત્રીશ્રી સી.આર.પાટીલે જણાવ્યું હતું કે, ડિજિટલ ક્રાંતિ માટે અતિ મહત્વના ગણાતા ઇલેક્ટ્રોનિક્સ મેન્યુફેક્ચરિંગ માટે સૌથી અગત્યનું રો-મટીરીયલ સેમી કન્ડક્ટર છે. ગુજરાતમાં આ પ્રકારના ઉત્પાદનો શરૂ થાય અને માત્ર દેશને જ નહિ, પરંતુ સમગ્ર વિશ્વને સેમિ કન્ડક્ટર પૂરા પાડી શકાય તે ઉદ્દેશ સાથે રાજ્યના ઉદ્યોગ સાહસિકો આગળ આવી રહ્યા છે. કોરોના કાળ બાદ સૂચિ સેમિકોન કંપની દ્વારા ખૂબ ઓછા સમયમાં પ્લાન્ટ સ્થાપીને કાર્યરત કરવામાં આવ્યો છે. એક વર્ષ પહેલાં તેમના સેમી કન્ડકટર મેન્યુફેક્ચરિંગના વિઝનની વડાપ્રધાનશ્રીએ પણ સરાહના કરી હતી અને પ્રોત્સાહન પૂરૂં પાડ્યું હતું.

મંત્રીશ્રી સી.આર.પાટીલે કહ્યું કે, દેશમાં મેડિકલ ડિવાઈસ બનાવવામાં ગુજરાત પ્રથમ ક્રમે છે, જ્યારે ગુજરાતમાં મેડિકલ ડિવાઈસ બનાવવામાં સુરત પ્રથમ ક્રમે છે. તાપીથી વાપીની ધરતીનું પાણી જ ઉદ્યોગકારોને સાહસ કરવા પ્રેરે છે. આ ધરતીની તાસીર જ રહી છે કે ઉદ્યોગ સાહસિકો જે ક્ષેત્રમાં પ્રવેશ કરે એમાં ડંકો વગાડે છે.

તેમણે સૂચિ સેમિકોનના સ્થાપક શ્રી અશોક મહેતાને અભિનંદન આપતા કહ્યું કે, રૂ.૧૫૦૦ ની નોકરીથી કારકિર્દીની શરૂઆત કરનાર અશોકભાઈ આજે સેમી કન્ડકટર પ્લાન્ટમાં ૧૫૦૦ હોનહાર ઇલેક્ટ્રોનિક એન્જિનિયરોને રોજગારી આપી રહ્યા છે એમ જણાવી તેમણે ઉદ્યોગકારોને રેઈન વોટર હાર્વેસ્ટિંગથી જળસંચયને વેગ આપી ભૂગર્ભ જળ ઊંચા લાવવામાં સહયોગી બનવા ભારપૂર્વક અનુરોધ કર્યો હતો. આ પ્રસંગે ગૃહ, ઉદ્યોગ રાજ્યમંત્રીશ્રી હર્ષ સંઘવીએ જણાવ્યું હતું કે, કોઈપણ ઇલેક્ટ્રોનિક સાધન જેવા કે મોબાઈલ, ટીવી, કોમ્પ્યુટર, લેપટોપ, ઓટોમોબાઈલ, એ.સી., ડિજિટલ મેડિકલ ડિવાઈસ, ઈન્ટરનેટની ડેટા ટેકનોલોજી વગેરેમાં ‘સેમીકન્ડક્ટર’ ચાલક બળ હોય છે. વડાપ્રધાનશ્રીના સેમી કન્ડકટર ક્ષેત્રે ભારતને આત્મનિર્ભર બનાવવાના વિઝનને સાકાર કરવાની ગુજરાત અને ગુજરાતીઓમાં ક્ષમતા છે, જે સૂચિ ગ્રુપે સાબિત કર્યું છે. સૂચિ ગ્રુપના સાહસથી માઈક્રો ચિપ્સના અન્ય ઉદ્યોગ સમૂહોને બુસ્ટ મળશે.

ઔદ્યોગિક વિકાસ અને ઇનોવેશનને પ્રોત્સાહન આપવામાં ગુજરાત હંમેશા અગ્રેસર રહ્યું છે, એટલે જ મુખ્યમંત્રીશ્રી ભૂપેન્દ્ર પટેલના નેતૃત્વમાં ગુજરાતને ‘ગ્લોબલ ડેસ્ટિનેશન ફોર સેમીકન્ડક્ટર એન્ડ ઈલેક્ટ્રોનિક્સ મેન્યુફેક્ચરિંગ’બનાવવા માટે સરકારે જાન્યુઆરી-૨૦૨૨માં સેમીકન્ડક્ટર પોલિસી અમલી બનાવી છે. જેના પરિણામે સેમીકન્ડક્ટર-માઈક્રો ચિપ્સ અને ડિસ્પ્લે નિર્માણ ક્ષેત્રની અગ્રણી કંપનીઓ ગુજરાત તરફ આકર્ષાઈ છે એમ શ્રી સંઘવીએ ઉમેર્યું હતું.

સૂચિ ગ્રુપ દ્વારા ટેક્ષટાઈલના ટ્રેડિશનલ બિઝનેસની સાથોસાથ ડિજિટલ ટેક્નોલોજીના વ્યવસાય તરફ ડગ માંડવા એ અન્ય ઉદ્યોગકારો માટે પ્રેરણાદાયી છે એમ જણાવી ગૃહમંત્રીશ્રીએ સૂચિ સેમિકોનને ઉત્તરોત્તર પ્રગતિની શુભેચ્છાઓ પાઠવી હતી.

વિજ્ઞાન અને ટેકનોલોજી વિભાગના પ્રિન્સિપલ સેક્રેટરી મોના ખંધારે પ્રાસંગીક ઉદ્દબોધન કરતા કહ્યું કે, રાજ્ય સરકારે સ્થાનિક સેમી કન્ડક્ટર ચીપ ઉત્પાદન ક્ષેત્રમાં ઉદ્યોગકારોને પ્રગતિની દિશા મળે એ માટે સેમીકન્ડક્ટર પોલિસી (૨૦૨૨-૨૦૨૭) જાહેર કરી છે. સેમીકન્ડક્ટર ક્ષેત્રે ભારતને આત્મનિર્ભર બનાવવાના કેન્દ્ર સરકારના પ્રયાસોને બળ આપવા સેમીકન્ડક્ટર પોલિસી જાહેર કરનાર ગુજરાત દેશનું પ્રથમ રાજ્ય છે. સરકારે ‘સ્ટેટ ઈલેક્ટ્રોનિક્સ મિશન’ પણ કાર્યરત કર્યું છે. આ ઉપરાંત રાજ્ય સરકારે ઇન્ફર્મેશન ટેક્નોલોજી અને સેમિકન્ડક્ટર ડિઝાઈન ક્ષેત્ર માટે IT/ITes પોલિસી જાહેર કરી છે.

સુરતના ટેક્ષટાઈલ નિકાસકાર અને સુચિ ઈન્ડસ્ટ્રીઝના સ્થાપક અશોક મહેતાએ સેમીકન્ડક્ટર બિઝનેસમાં પ્રવેશની સફર વર્ણવી જણાવ્યું કે, ટેકનોલોજીના યુગમાં સેમિ કન્ડકટર ચીપ્સ એ વિશ્વની સૌથી મોંઘી અને અત્યંત જરૂરી પાર્ટસમાંની એક છે. કોરોનાકાળ બાદ વર્ષ ૨૦૨૧ થી સતત બે વર્ષ સુધી રિસર્ચ અને એનાલિસિસ કર્યું હતું. આ માટે જુદા જુદા ૧૨ દેશોમાં ભ્રમણ કર્યું અને ગત એક વર્ષના સમયગાળામાં પ્લાન્ટનું કન્સ્ટ્રકશન કાર્ય પૂર્ણ કરી સ્ટેટ ઓફ ધ આર્ટ સેમી કન્ડકટર પ્લાન્ટ સાકાર કર્યો છે. માત્ર ગુજરાતને જ નહીં પરંતુ સમગ્ર દેશને ટેકનોલોજી ક્ષેત્રે આ પ્લાન્ટ થકી લાભ મળશે. સેમીકન્ડક્ટર પ્લાન્ટની સ્થાપના માટે રાજ્ય સરકારના સતત પ્રોત્સાહન અને સહકાર મળ્યા હોવાનું જણાવી શ્રી અશોક મહેતાએ માદરે વતન રાજસ્થાનના ચિત્તોડગઢ અને બડી સાદડી પરગણામાં આવનાર એક વર્ષમાં જળસંચય માટે ૫૦ રેઈન વોટર હાર્વેસ્ટિંગ બોર નિર્માણ કરવાનો સંકલ્પ જાહેર કર્યો હતો.

સૂચિ સેમિકોનના ડિરેક્ટરશ્રી શેતલ મહેતાએ જણાવ્યું કે, લોકલ કંપની સૂચિ દ્વારા ગ્લોબલ સ્ટાન્ડર્ડ અનુસાર સેમી કન્ડકટર ચિપ્સનું ઉત્પાદન કરવામાં આવશે. પ્રારંભિક તબક્કામાં ટ્રાયલ બેઝ પર ઉત્પાદન કરાશે, ત્યારબાદ કોમર્શિયલ બેઝ પર ક્વોલિટેટિવ ઉત્પાદન કરાશે. આગામી પાંચ વર્ષમાં ૧૨૦૦ જેટલી નવી રોજગારી આપીશું. આ વેળાએ વડાપ્રધાન શ્રી નરેન્દ્ર મોદીએ સેમિ કન્ડકટર પ્લાન્ટ શરૂ થવા બદલ પત્ર દ્વારા અભિનંદન પાઠવ્યા હતા. આ પ્રસંગે જિલ્લા પંચાયત પ્રમુખ ભાવિનીબેન પટેલ, ધારાસભ્ય ઈશ્વરભાઈ પરમાર, ગુજરાત સ્ટેટ ઈલેક્ટ્રોનિક્સ/બાયોટેકનોલોજી મિશનના એમ. ડી. મનીષ ગુરવાની, જિલ્લા પોલીસ વડા હિતેષ જોઈસર, જે કે પેપર લિ. ના પ્રેસિડેન્ટ એ. એસ. મહેતા સહિત ઉદ્યોગકારો, કંપનીના કર્મચારીઓ ઉપસ્થિત રહ્યા હતા. –

ब्रांड डेवलपमेंट और कंटेंट डिजाइनिंग में नए अभिगम के पहचान बनाने गुजरात में लोन्च हुई- साधो मीडिया

हमारा विश्वास है कि, एक यूनिक विजुअल आईडेंटिटी, आवाज की टोन, टैगलाइन और उमदा संदेश किसी भी ब्रांड को दर्शकों के साथ भरोसा और विश्वसनीयता बनाए रखने में मदद करती है”

सूरत (गुजरात) [भारत], 14 दिसंबर: डिजीटल युग में सिनेमेटिक क्षेत्र में भी आधुनिक अभिगम के साथ नए कोन्सेप्ट प्रस्तुत किए जा रहे है। ऐसे ही नए कोन्सेप्ट  के साथ आपकी कहानी प्रस्तुत करने (स्टोरीटेलिंग) और ब्रांड को मजबूत बनाने “साधो मीडिया” ने सूरत में अपनी जोरदार शुरुआत की है। इस कंपनी की विशेषता यह है कि, यह क्रिएटीविटी और इमोशन्स के साथ ब्रांड का डेवलपमेंट करने के बेहतरीन कोन्सेप्ट पेश करती है। कंपनी के पास खुद के एक्सपर्ट डिजाइनर, स्टोरीटेलर और कलाकार है, जो अपने उमदा अनुभव के साथ ब्रांड की एक अलग पहचान बनाने के लिए श्रेष्ठ काम करते है। कंपनी प्रेरणादायक और दर्शकों से गहराई से जुड़ने वाली कहानियों के निर्माण पर फोकस करती है।  “साधो मीडिया” कंपनी की स्थापना युवा एन्टरप्रिन्योर युग इटालिया और अमन सुखाड़िया द्वारा की गई है, जिनके पास इस क्षेत्र का अच्छा अनुभव है। वे दोनों ही इनोवेशन और कुछ अलग प्रस्तुत करने में विश्वास रखते है। वे रीयलिस्टिक डिज़ाइन्स और लोंग टर्म इम्पेक्ट खड़ी करने में मानते है। 

“साधो मीडिया” ब्रांड आईडेन्टिटी डेवलपमेंट, आर्ट डिरेक्शन, कंटेंट क्रिएशन एंड मैनेजमेंट, विजुअल केम्पेन और वेबशॉप डेवलपमेंट की सर्विस प्रदान करती है। कंपनी ने अब तक 100 से अधिक प्रोजेक्ट पूरे किए हैं और 2,500 से अधिक बेहतरीन विजुअल तैयार किए हैं। युग इटालिया और अमन सुखाड़िया का विश्वास है कि, ब्रांड डेवलपमेंट, स्टोरीटेलिंग में साधो मीडिया नए बैंचमार्क बनाएगा। क्रिएटिविटी और विज़न पर फोकस करते हुए “साधो मीडिया” ब्रांडों की अपनी युनिक पहचान बनाने में एक भरोसेमंद साथी बनेगी। 

युग इटालिया का कहना है कि, हम आदमी की जिंदगी से जुड़ी वास्तविक घटनाओं एवं अनुभवों पर फोकस करते है। साधो मीडिया में वे, विषय-वस्तु के असली मकसद को उजागर करने के साथ गहराई के साथ स्टोरीटेलिंग को एक कला के स्वरूप में पेश करने में दिलचस्पी रखते है और यही उनकी सफलता का मंत्र है। हमारा लक्ष्य है कि, हम कुछ ऐसे मिनिंगफूल कंटेंट पेश करें जो एक उमदा संदेश देते हो और वे दर्शकों के लिए हमेशा यादगार बने रहे। 

“साधो मीडिया” की सूरत ऑफिस मिनिमम स्पेस में क्रिएटीविटी के साथ डिजाइन की गई है। यहां पर कंपनी ने टीमवर्क और इनोवेटीव आईडिया के साथ काम करते हुए ब्रांडिंग और स्टोरीटेलिंग के साथ स्पेशल विज़न डेवलप किया है। कंपनी के सह-संस्थापक अमन सुखाड़िया का कहना है कि, हर ब्रांड की एक युनिक कहानी होती है। आज तीव्र प्रतिस्पर्धा के समय में ब्रांड की युनिक पहचान, कंपनी की सबसे अहम संपत्तियों में से एक है। एक यूनिक विजुअल आईडेंटिटी, आवाज की टोन, टैगलाइन और उमदा संदेश किसी भी ब्रांड को दर्शकों के साथ भरोसा और विश्वसनीयता बनाने में मदद करती है। वो चाहे फिर सिनेमेटीक प्रोडक्शन, एनीमेशन, डिजिटल सामग्री या विजुअल ब्रांडिंग के माध्यम से हो, हम पूरी सावधानी और चौकसी के साथ प्रतिभाओं को वर्कफ्रेम में सेट करते है। कहानी को हम इमोशन्स का टच देते हुए विकसित करते है, जो मानस पर एक अलग ही छाप छोड़ती है।