लॉकडाउन के दौरान बंद दिनों का वेतन चुकाने का निर्देश होने के बावजूद 51 डायमंड कम्पनियां श्रमिकों का वेतन नहीं चुका रही ऐसी शिकायत डायमंड वर्कर यूनियन ने कलेक्टर से की है।
51 हीरा कंपनियो के ख़िलाफ़ शिकायत
डायमंड वर्कर यूनियन ने इस बारे में दी जानकारी के अनुसार सूरत में कोरोना के भय चलते लॉकडाउन चल रहा है ।ऐसे में प्रशासन की ओर से डायमंड कंपनियों को निर्देश दिया गया था की जितने दिन कारख़ाने बंद रहेंगे। उन दिनों का भी वेतन चुकाया जाए। लेकिन डायमंड कंपनियां ऐसा नहीं कर रही हैं। इसके चलते हीरा श्रमिकों की हालत ख़राब हो गई है ।ऐसी 51 कंपनियों के नाम कलेक्टर और लेबर कमिश्नर को डायमंड वर्कर यूनियन ने दिया है।
हेल्पलाइन पर वेतन नहीं मिलने की शिकायत
यूनियन ने बताया कि हीरा श्रमिकों की समस्या जानने के लिए डायमंड वर्कर यूनियन की ओर से हेल्पलाइन शुरू किया गया है। जिसमें कि ज़्यादातर श्रमिक वेतन नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं ।लॉकडाउन जब से शुरू हुआ है तब से सेवाभावी संस्थाओं की ओर से राशन किट और भोजन की व्यवस्था की जा रही है ।इसलिए हीरा श्रमिकों को थोड़ी मदद मिल रही है ।इस सिलसिले में डायमंड वर्कर यूनियन ने मुख्यमंत्री से भी हीरा श्रमिकों के लिए पैकेज घोषित करने की माँग की है।
जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल से भी नाराज़गी
यूनियन ने नाराज़गी बताते हुए यह कहा कि जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने 50 करोड़ की मदद की थी उसमें भी 21 करोड़ रुपया पीएम फंड में चले गए ।ऐसे में इतनी राशि से पर्याप्त मदद नहीं की जा सकती। जिन 51 कंपनियों के नाम आज दिए गए हैं ।उन डायमंड कंपनियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने तथा हीरा श्रमिकों को वेतन दिलाने के साथ कोई पैकेज घोषित करने की माँग यूनियन ने की है।
उल्लेखनीय है कि जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल केरीरीजनल चेयरमैन दिनेश नावडिया ने आज प्रधानमंत्री से सोशल मीडिया के माध्यम से श्रमिकों को कम से कम लघुतम वेतन दिया जाए इसकी माँग की है