सूरत शहर में शनिवार को कोरोना के 77 केस सामने आए। अब तक शहर में कोरोना के 2045 मामले सामने आ चुके है। शनिवार को लिंबायत की वृध्दा और कतारगाम के वृध्द की मौत के साथ अब तक कुल 80 लोगों की जान जा चुकी है। सूरत में मृत्युदर 3.9 प्रतिशत है। सूरत में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 1282 है।
माना जा रहा है कि सूरत में पिछले चार दिनों से कोरोना पॉज़िटिव की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। बीते चार दिनों से लगातार पॉज़िटिव केस 80 के क़रीब आने के कारण ख़ुद प्रशासन भी चिंतित है। बताया जा कहा कि शहर में अनलॉक-१ के दौरान अब तक 271 कोरोना के मामले दर्ज हुए है।
मनपा कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने बताया कि सबसे ज़्यादा केस लिंबायत ज़ोन में दर्ज हुए इसके बाद कतारगाम और वराछा में भी बड़ी संख्या में केस दर्ज हुए।कमिशनर ने बताया कि कोर्ट के आदेश के अनुसार पुलिस ने पकड़े लोगों का टेस्ट ज़रूरी है ऐसे भी कई पॉज़िटिव मामले आ रहे है। उन्होंने कहा कि अब तक शाकभाजी और किराना तथा डेरी वाले लोग सुपर स्प्रेडर थे लेकिन अब झेरोक्स करने वाले , बस ड्राइवर सहित कई अन्य लोगों से भी कोरोना फैल रहा है।
कतारगाम क्षेत्र मे बढ रहे केस देखते हुए वहाँ के डाक्टर और सोसायटी के प्रमुखों से कमिश्नर ने डॉक्टर्स को शंकास्पद मामलों में पहले दिन से ही उपचार शुरू करने को कहा। कमिशनर ने कहा कि फ़िलहाल शहर में डोर टु डोर एक्टिव सर्वेलंस करने वाली 1655 टीम है। 55 फीवर क्लीनिक होने क कारण लोग कोरोना के प्राथमिक चरण में ही सामने आ जा रहे है।
इसके अलावा डोक्टर ऑन व्हील थीम से भी कई सोसायटी में डॉक्टर्स जा रहे है। राज्य सरकार ने और 20 गाड़ियाँ दी है वह भी इसी इस्तेमाल मे ली जाएगी।
–ओलपाड की कंपनी के बोइलर में ब्लास्ट
सूरत में बड़ी कंपनियों में दुर्घटना का सिलसिला नहीं रुक रहा। एक दिन पहले सचिन के सेज में एक पैकेजिंग कंपनी में आग लगने के बाद अब सूरत के ओलपाड के बरबोधाम गांव में रामा पेपर मिल में बॉयलर में ब्लास्ट लग होने के कारण जल जाने से 5 श्रमिक झुलस गए। इन तमाम लोगों को सूरत के निजी अस्पताल में दाखिल किया गया है। इनमें से तीन की हालत गंभीर है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत के ओलपाड तहसील में बरबोधान नाम के गांव में राम पेपर मिल है। इसमें सवेरे 8:00 बजे के करीब अचानक बॉयलर में जोर से ब्लास्ट हुआ।
ब्लास्ट की आवाज आजू बाजू के गांव में भी सुनाई दी। ब्लास्ट इतना गंभीर था कि यहां पर भगदड़ मच गई। ब्लास्ट में 5 श्रमिक बुरी तरह जल गए हैं। इनमें से 3 श्रमिक सुरेंद्र यादव, मनोज यादव, बृजेश मुखिया की हालत गंभीर है।
इस घटना के कारण स्थानीय ग्रामीणों में नाराजगी का माहौल है उनका कहना है कि यदि इतनी बड़ी कंपनी में ऐसी घटना हो सकती है तो हम भी सुरक्षित नहीं है घटना के चलते प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।