सूरत
पुलिस का नाम सुनते ही अच्छे अच्छे को पसीना छूट जाता है, तो सामान्य आदमी की क्या हालत होगी समझ सकते होग। शनिवार को पुलिस के डर से एक युवक एक घर पर ऊपर चढ़ गया। उसकी हालत देखकर कुछ उसे लोग चोर समझने लगे। आसपास के लोगों के बुलाने के बाद घटनास्थल पर पहुंची और उसने चोर को उतारा तो उस युवक ने जो बताया वह सुनकर आप दंग रह जाएंगे।
युवक का कहना था कि वह गोडदरा क्षेत्र में रहता है और नौकरी पर बेगमपुरा क्षेत्र में जा रहा था। उस दौरान पुलिस ने उसे जांच के लिए रोक लिया। डर के मारे दौड़कर युवक नजदीक में बन रहे नए भवन की छत पर चढ़ गया। लोगों ने उसकी परिस्थिति देखकर उसे चोर समझ लिया और चिल्लाने लगे। कुछ लोग उसे नीचे उतारने के लिए ऊपर भी चढ़ गए।
पुलिस का ख़ौफ़ सामान्य आदमी में कितना है इस घटना से साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस युवक को पुलिस में पकड़कर हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को शक है कि युवक झूठ बढ़ रहा है। फ़िलहाल पुलिस में वहाँ जहां काम करता है वहाँ के लोगों से पूछताछ शुरू की है।
रेडजॉन के बाहर 585 यूनिट शुरू करने की ईजाजत मिली!!
सूरत के लोगों के लिए अच्छी खबर है।लॉकडाउन के कारण पचास दिन से अधिक दिनों तक कारख़ाने बंद रहने के बाद ज़िला उधोग केन्द्र के डिप्टी कमिश्नर के मंज़ूरी के बाद 485 यूनिट फिर से शुरू हो गए। इन्हें कई शर्तों के साथ मंज़ूरी दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत जिला उद्योग केंद्र के डिप्टी कमिश्नर ने सूरत के रेडजॉन के अलावा 585 इकाइयों को खोलने की अनुमति दी है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए सचिन ने जीआईडीसी के पूर्व सचिव मयूर गोलवाला ने कहा कि जीआईडीसी में 185 इकाइयां चालू हैं। इसमें 20 लूम्स इकाइयां भी शामिल हैं। 15 मई को, सूरत जिले में 585 इकाइयाँ शुरू की गई हैं। यह यूनिट शुरू हो जाने से श्रमिकों के पलायन पर रोक लगेगा।
जिला उद्योग केंद्र को कुल 585 आवेदन इकाइयां शुरू करने के लिए मिला है। जिसमें शहर-जिले में कुल 310 इकाइयाँ शुरू की गई हैं। सचिन जीआईडीसी में मांगी गई 419 इकाइयों में से 185, पांडेसरा में 12 में से 11, इच्छापोर -भाटपोर में 61 में से 42, सूरत अेपेरल पार्क में 8 में से 6, हजीरा में 26 में से 17, बारडोली में 6 में से 6, ओलपाड में 8 में से 8 और सचिन सेज में 45 में से 35 इकाइयां चालू हैं। इन सभी इकाइयों में कुल 17,840 कर्मचारी काम कर रहे हैं।