जहां एक ओर बड़े बड़े देश कोरोना की रोकथाम के लिए दवा ढूंढ रहे है। वहीं अहमदाबाद में कोरोना संक्रमित एक युवती ने आयुर्वेद की दवा से ठीक होने का दावा किया है।
अहमदाबाद के अखंड आनंद आयुर्वेद कॉलेज के एमडी की स्टुडेन्ट डोली सोलंकी को कोरोना होने के बाद उसने सिर्फ आयुर्वेदिक दवाइयां ली। इससे कोरोना के लक्षण दूर हो गए थे।
कोरोना को लेकर लोग अपने अपने ढंग से भी देशी ढंग से उपचार कर रहे है। कई गर्म पानी पीने की सलाह देता है तो कई काढ़ा पीने की। सब अपनी तरफ़ से नए नए उपाय का इस्तेमाल कर रहे है। हालाँकि 45 डिग्री तापमान में जिन्होंने काढ़ा पिया हो और उन्हें लाभ मिला हो। ऐसे अनेक किस्से देखे जा रहे हैं।
अखंड आनंद आयुर्वेद कॉलेज में पंचकर्म में एमडी के दूसरे वर्ष की छात्रा डोली सोलंकी बीते दिनों समरस हॉस्टल में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर कार्यरत थी।
उसके बाद उसे पुलिस कर्मचारी, फायर ब्रिगेड और डॉक्टर आयुर्वेदिक दवा पहुंचाने के कार्य में शामिल किया गया था। इस बीच से कहीं से कोरोनावायरस का संक्रमण लग गया। डोली को 16 तारीख की दोपहर को सूखी खांसी आने लगी। इसके बाद कमजोरी लगने लगी। उसके शरीर का तापमान 102.3 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। उसके बदन में दर्द होने लगा।
दूसरे दिन बाद सिविल हॉस्पिटल गई और उसने एक्स-रे करवाया जिसकी रिपोर्ट नॉर्मल थी।
फिर भी कोरोना जैसे लक्षण होने के कारण डोली ने जांच करवाई। 17 जून को अखंड आनंद कॉलेज के प्रोफ़ेसर के कहने पर सिर्फ आयुर्वेदिक दवाइयां लेनी शुरू की। इसके 24 घंटों में उसे कोरोना के लक्षण दूर हो गए। इसके पश्चात 19 जून को उसका रिपोर्ट आया। जिसमें कि वह कोरोना पॉज़िटिव थी।
इसलिए सावधानी के कारण वह 14 दिनों तक सिर्फ आए तो आइसोलेट है। डोली का कहना है कि उसे कोई तकलीफ नहीं है उसने कोई एलोपैथिक दवाई नहीं ली।आयुर्वेदिक दवाइयों के कारण वह ठीक है।गुजरात सहित भारत मे कई स्थानो पर लोगों की रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय की ओर से सुझाई गई दवाइयाँ दी जा रही है।