एक ओर बारात की तैयारी चल रही थी और दूसरी ओर दूल्हे के चाचा ने खुद को लहूलुहहान कर लेने से उनकी की हालत गंभीर हो जाने से बाराती घबरा गए और शादी रद्द करने की नौबत आ गई।
घटना की जानकारी कुछ इस प्रकार है कि मिर्जापुर के के अहरौराडीह के ओमप्रकाश की बारात चंदौली के लिए सोमवार को निकलने की तैयारी कर रही थी कि उस दौरान यह तय हुआ कि सरकार की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की बात कही गई है।
इसलिए कन्या पक्ष के लोगों ने सिर्फ 5 लोगों को ही बराती के तौर पर बुलाया है।इसलिए सिर्फ 5 दिन ही बराती के तौर पर जाएंगे।इस बात पर चाचा को गुस्सा आ गया चाचा किसी भी कीमत पर दूल्हे का समधी बनकर जाने की जिद करने लगे।दूल्हे और घरवालों ने चाचा को बहुत समझाया लेकिन चर्चा जिद पर अड़े रहे।
अंत में जब किसी ने चाचा की बात नहीं मानी तो चाचा ने हथियारों से ही अपने आप को लहूलुहान कर लिया और बुरी तरह से घायल हो गए।चाचा की हालत देखकर दूल्हा ओमप्रकाश और परिवार जन घबरा गए। दूल्हे ने बारात ले जाने की ना कह दी। लेकिन आसपास के लोगों ने समझाया और समाज में बदनामी की बात कही। इस पर दूल्हा तैयार हो गया और चाचा को अस्पताल तक पहुंचाने के बाद बारात निकली।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण अब आगामी दिनों में भी इसी तरह के कम सदस्यों वाले आयोजन देखने को मिलेंगे। पहले की तरह भीड़ वाले आयोजन शायद कम ही देखने को मिले। क्योंकि कोरोना का संक्रमण तेजी से एक से दूसरे में फैलता है।
इसलिए सरकार ने भीड़भाड़ वाले आयोजन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। जिसका असर अभी से देखने को मिल रहा है। देश के कई शहरों में तो लोगों ने प्रशासन की मंजूरी से मंदिर में जाकर सिर्फ पंडित की उपस्थिति में ही शादी कर ली।
महाराष्ट्र और गुजरात में निसारगा तूफ़ान की आशंका से अलर्ट
हवामान विभाग ने महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में निसारगा तूफान के कारण रेड अलर्ट घोषित किया है। इस तूफान के कारण अभी से ही गुजरात के भावनगर में तेज बरसात हो रही है।
भारतीय हवामान विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह तूफान 3 जून को रात के समय महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के किनारे टकराने की संभावना है। जिसके चलते महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी बरसात भी हो सकती है। केरल कर्नाटक गोवा और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों के लिए 1 जून को ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। अरब सागर और लक्ष्यदीप के बीच समुद्र में कम दबाव वाले क्षेत्र इस तूफान को और तेज बना सकते हैं।
तेज हवा के चलते मछुआरों को आगामी 4 दिन तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। हाल में ही पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान के कारण बहुत नुकसान हुआ है। इसके बाद अब निसारगा के कारण फिर से एक बार नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है। 4 जून तक वातावरण को भी खराब रहने की आशंका व्यक्त की गई है इसके अलावा बड़े जोरों से तूफान चल सकता है।
गुजरात सरकार ने भी समुद्र के किनारे के सभी क्षेत्रों में प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। बताया जा कहा है कि तूफ़ान के कारण सोमवार की सुबह भी सूरत में कुछ देर तेज हवा बही