सूरत
यूपी बिहार और झारखंड के लोग कई दिनों से अपने गांव लौटने की मांग कर रहे हैं लेकिन, प्रशासन इसकी सुनवाई नहीं कर रहा है ।कई लोग उनकी इस लाचारी का फायदा उठा रहे हैं ।इन सब के विरोध के चलते रविवार को पांडेसरा में 50 अन्य राज्यों के लोगों ने मुंडन करवा कर अपना विरोध दर्शाया ।उनका कहना था कि लंबे समय से वह वतन जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन ,उनकी इस मांग का कोई जवाब नहीं मिल रहा । ना ही स्थानीय प्रशासन जवाब दे रही है ना तो यूपी सरकार की ओर से कोई जवाब आ रहा है ।बस में हजारों रुपए लेकर भी हमें गांव ले जाने के बदले घुमा फिरा कर यही लाकर छोड़ दिया गया ।यह सब के चलते श्रमिकों में नाराजगी दिखी जिसका विरोध करने के लिए रविवार को 50 से अधिक पर प्रांतीय श्रमिकों ने मुंडन करा कर अपना विरोध व्यक्त किया।
मिली जानकारी के अनुसार पांडेसरा में कल बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के श्रमिकों ने अपने वतन जाने की मांग के साथ सरकार के रवैया का विरोध किया।उनका कहना था कि लोग उनके कारण उनका जीना मुश्किल हो गया है रोजगारी चली गई है उनके पास वतन जाने का पैसा नहीं है लेकिन,सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है वह भूखी पैसे कितने दिन बिता सकते हैं ऐसे में उनके पास विरोध करने का सिर्फ एक ही रास्ता बचा है इसलिए वह मुंडन करवा रहे हैं।
लाचार यूपीवासियों को ट्रेन शुरू होने का इंतज़ार
शहर में रहने वाले यूपी वासियों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है। एक- एक कर अन्य कई राज्यों की सरकारों ने अपने श्रमिकों को वापिस बुला लेने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश, ओड़िशा, राजस्थान की सरकार ने अपने राज्यों के श्रमिकों को वतन वापिस आने की अनुमति दे दी है। अभी तक बिहार और झारखंड बाक़ी थे, जहां कि ट्रेन के लिए सूरत में बड़ी संख्या में लोग डिमांड कर करे थे, लेकिन रविवार तो वहाँ की सरकार से भी ग्रीन झंडी मिलने के बाद सोमवार को बिहार और झारखंड के लिये ट्रेन शुरू हो जाएगी। इस खबर ने यूपी के लोगों को और बेचैन कर दिया है। वह हर चौखट जहां कि कुछ जवाब या जानकारी मिल सकती है वहाँ पूछताछ कर रहे है। कभी हेल्प लाइन तो कभी इन्टरनेट पर जाकर जवाब पाने की कोशिश कर रहे है।
यह सब तो ठीक है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सूरत में आठ लाख से अधिक लोग है जो कि श्रमिक वर्ग है। लॉकडाउन के कारण उनकी रोजीरोटी चली गई है। इनमें से कइ तो सिर्फ़ सामाजिक संस्थाओं के भरोसे बैठे है। उनकी नज़र अब वतन जाने के लिए टिकी है।
सरकारों के बीच नही तालमेल, परेशान श्रमिक
उत्तरभारतीय समाज के अग्रणी नेता गुलाब सिंह राजपूत ने बताया कि यूपी, बिहार झारखंड आदि राज्यों के श्रमिक परेशान है।उनके पास भोजन की व्यवस्था नहीं है। बीते दिनों किसी ने घड़ी किसी ने गैस चुल्हा तो किसी ने प्राइमस बेचकर गाँव जाने के लिए बस से व्यवस्था की। लेकिन उन्हें बीच रास्ते से लौटा दिया। उनके पास अब कोई व्यवस्था नहीं बची। हम सरकार की इस लचर नीति का विरोध करते है और जल्दी इस समस्या के लिए व्यवस्था करने की माँग करते हैं।