सूरत के कपड़ा बाज़ार मे अशोका टावर मार्केट के कपड़ा व्यापारियों ने किराए में माफी को लेकर मंगलवार को मार्केट के बाहर नारेबाजी की व्यापारियों का कहना है कि लोक डाउन के दौरान दुकानें बंद रहने के कारण उनकी बिल्कुल आए नहीं हुई है। ऐसे में दुकानदार मालिकों को व्यापारियों के बारे में सोचना चाहिए और किराया माफ करना चाहिए।
अशोका टावर में 250 से अधिक दुकानें हैं। इसमें 90 दुकानें किराए की हैं किराए की दुकान चलाने वाले 30 किरायेदारों ने अशोका टावर की छत पर इकट्ठा होकर नारेबाजी की।
थीउल्लेखनीय है कि कपड़ा बाजार की कई मार्केट में किराए को लेकर विवाद चल रहा है मिलेनियम मार्केट में भी बीते दिनों इसी तरह से व्यापारियों ने हंगामा मचाया था। हालांकि अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है।
कपड़ा उद्योग में बढ़ा कोरोना, आज मीटिंग
सूरत के कपड़ा उद्योग में कोरोना के केस आने के बाद मनपा प्रशासन चिंतित हो गया है। बुधवार को एक ही दिन में एक साथ फिर से 27 कोरोना पॉज़िटिव केस आने के कारण मनपा कमिश्नर से कपड़ा उद्योग के अग्रणियों की मीटिंग बुलाई है।
इसके पहले मनपा प्रशासन ने हीराउद्यमियो की मीटिंग सोमवार को बुलाकर हीरा उद्योग में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए कई शर्तों के साथ हीरा उद्योग खुले रखने की छूट दी है। बुधवार को कपड़ा उद्यमियों के साथ मीटिंग के कारण कपड़ा उद्यमी चिंतित है। कपड़ा उद्यमी कह रहे है कि जैसे-तैसे कपड़ा उद्योग शुरू ह रहा है ।
अभी भी सिर्फ़ 30 प्रतिशत श्रमिक ही कारख़ानों मे आ सके है। ऐसे मे यदि फिर से कई प्रतिबंध लग जाता है तो कपड़ा उद्योग के लिए चिंता बढ सकती है।
एक ओर कई कपड़ा उद्यमी। श्रमिकों को लाने के लिए यूपी बिहार आदि राज्य के दौरे पर है ऐसे में कपड़ा उद्योग पर प्रतिबंध लगने से दिक़्क़त हो सकती है। उल्लेखनीय है कि सूरत मे कपड़ा उद्योग में 12 लाख से अधिक श्रमिक काम करते है। कपड़ा उद्योग बंद हो जाने के कारण उनकी दिक्क्तें बढ गई है।