यूनाइटेड फोरम ऑफ़ बैंक यूनियन की ओर से आगामी 24-25 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार यूनियन का कहना है राष्ट्रीयकृत बैंकों में लंबे समय से नई भर्ती नहीं की जा रही बल्कि नई भर्ती के स्थान पर अप्रेंटिस के तौर पर नए लोग शामिल किया जा रहे हैं और उनसे काम करवाया जा रहा है।इसके चलते बैंकों में दिन प्रतिदिन कार्य का भार बढ़ रहा है। कार्य का भार घटाने के लिए कमी कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगा दिया गया है।
नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना की मांग यूनियन कर रहा है। इसके अलावा यूनियन का कहना है कि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में 13000, बैंक ऑफ़ बड़ौदा में 4000, यूनियन बैंक आफ इंडिया में 2500 कर्मचारियों के स्थान पर अप्रेंटिस की भर्ती की गई है। सरकार के यह रवैया के खिलाफ बैंक कर्मचारियों में नाराजगी है अन्य सरकारी विभागों की तरह बैंकों में भी 5 दिन काम होना चाहिए तथा आउटसोर्सिंग भी बंद करनी चाहिए।
सरकार की नीतियों के खिलाफ यूनाइटेड फॉर्म ऑफ बैंक यूनियन में आगामी 24-25 मार्च को देश व्यापी हड़ताल का आंदोलन किया है। 24-25 तारीख को बैंक कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में नई भर्ती करने, पुरानी पेंशन योजना शुरू करने, 5 दिन की बैंकिंग सेवा शुरू करने तथा ऑफिसर के डायरेक्टर की नियुक्ति करने सहित कई आवश्यक बातें सरकार के समक्ष रखेंगे।