सूरत
बीते दो साल से मंदी के दौर से गुजर रहे हीरा उद्यमियों के लिए राहत के समाचार है। यूरोपीय यूनियनों ने रूस के हीरो पर प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया था। अब इसका समय बदल कर 6 महीने के बाद कर दिया है। सूरत के हीरा उद्यमियों को मंदी से उभरने में राहत मिलेगीक्योंकि उनके पास स्टॉक में जो हीरे पढ़े हैं। उसे ख़ाली करने का मौक़ा मिलेगा। साथ ही रूस के हीरो को मंगाया जा सकेगा। इससे रफ हीरो की कमी समाप्त होगी।
हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूरोपियन यूनियन ने रूस हीरो पर 1 सितंबर 2024 से प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया था। अब इसे 1मार्च 2025 कर दिया है। अर्थात की अब रूस के हीरो पर जो प्रतिबंध लगा था वह आगामी वर्ष से लगेगा। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद कई यूरोपीय देश रूस से नाराज़ थे।यूरोपियन देशो के संगठनों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए वहाँ के हीरो पर प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया था।इसके चलते रूस के माइन्स में से निकलने वाले हीरे यूरोपीय देशों में निर्यात करना प्रतिबंधित था। सूरत में तैयार होने वाले ज़्यादातर हीरे अमेरिका और यूरोपीय देशों में बिकते हैं।
इसलिए सूरत के हीरा उद्यमी इससे चिंतित थे चिंतित थे।हीरा उद्योग के संगठनों सहित कई देशों के संगठन से रूस के हीरो पर का प्रतिबंध के समय को बढ़ाने की माँग की थी। जिसके चलते यह फ़ैसला किया गया है।मार्च 25 से रूस के हीरो पर प्रतिबंध का नियम लागू हो जाएगा। उसके बाद से 0.50 केरेट के हीरे नहीं भेजे जा सकेंगे।वहाँ पर हीरे की जाँच पड़ताल के लिए मापदंड तय किए गए हैं। वहाँ हीरे भेजने के लिए सर्टिफिकेट की ज़रूरत होगी। उल्लेखनीय है कि सूरत के हीरा उद्यमी जाए जो हरा फिर आयात करते हैं उसमें लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा रूस का है। रूस के हीरो पर प्रतिबंध लगने के कारण सूरत के बाज़ार में रफ हीरो की समस्या दिखने लगी थी।
——- रफ हीरो की कमी दूर होगी
यूरोपीय देशों ने जो फ़ैसला लिया है।इससे सूरत के हीरा उद्योग को मदद मिलेगी। सूरत में हीरा उद्योग में रूस से बड़े पैमाने पर रफ हीरा आते हैं।प्रतिबंध के कारण रफ हीरो की कमी हो रही थी जो भी कुछ दिनों के लिए अब दूर हो जाएगी।
जगदीश खूँट,प्रमुख,सूरत डायमंड एसोसिएशन