सूरत
लॉकडाउन के दौरान जहाँ एक-एक रुपया के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं ,वहीं ऑनलाइन फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को तरह तरह का झाँसा देकर उनकी मुसीबत को बढ़ा रहे हैं। मुसीबत के इस समय में भी कुछ ठग मानवता के दुश्मन बने हुए हैं।
कैशबेक के नाम पर रहें सावधान
यदि आप पर किसी भी तरह से किसी भी तरह की राहत के नाम पर कैशबैक या अन्य कोई प्रलोभन भरा फ़ोन आए तो एक बार रुक जाइए।इन दिनों फर्जीवाड़ा करने वालों ने नए नए ढंग से लोगों को शिकार बनाना शुरू किया है । शुक्रवार की सुबह ऐसे ही एक घटना सूरत के डिंडोली क्षेत्र में सामने आयी।
इस तरह से किया फर्जीवाडा
फर्जीवाड़ा का शिकार हुए डिंडोली क्षेत्र के रविशंकर प्रसाद ने नम आँखों से अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि , शुक्रवार सबेरे उनके फ़ोन नंबर पर एक फोन आया, जिसमें के सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि रविशंकर के वॉलेट में पाँच हज़ार रुपया का कैशलेस आया है ।यदि वह रिडीम करना चाहते है जिस तरह बताया जाए उस तरह से आगे बढ़े। इसके बाद रवि सरकार ने फोन पर मिले निर्देश के अनुसार प्रक्रिया की। कुछ ही देर बाद रविशंकर के खातों में से 7700 रुपया निकाल चुके थे ।
24 घंटे में पैसे लौटाने का वादा
रविशंकर प्रसाद ने जब फ़ोन करने वाले व्यक्ति से इस बारे में शिकायत की, तब उसने कहा की चौबीस घंटों में रुपए वापिस आ जाएंगे रविशंकर पर इसमें फ़र्ज़ीवाड़े की शंका होने पर रविशंकर ने सामने से इस नंबर पर फ़ोन किया ।लेकिन इस बार फ़ोन करने वाले के स्वर बदले हुए थे ।उसने रविशंकर को गालियां देना शुरू कर दी।
लॉकडाउन के दौरान थी अंतिम पूंजी
रवि प्रताप ने बताया कि यह रक़म लॉकडाउन में घर चलाने के लिए अंतिम पूँजी थी। जो कि अब नहीं है। उसके पास जेब में अब 132 रूपए बच गए हैं। वह आज घर का राशन लाने वाला था, लेकिन अब वह क्या करेगा यह सोचकर उसकी आँखें भर आई।