शादी के तीन दिन बाद दुल्हन निकली कोरोना पॉजिटिव! दुल्हा समेत कई लोग क्वारंटाइन में

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डेस्क
कोरोना के बवंडर में रोज़ नई-नई घटना सामने आ रही है। किसी को ट्रेन में डिलीवरी हो रही है तो कोई सिर्फ़ चार लोगों के बीच शादी रचा रहा है। कई साइकल पर गाँव जा रहा है तो कोई पैदल ही चले जा रहा है। इन सबके बीच मध्य प्रदेश में और एक अजीब घटना सामने आई है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक युवती में शादी के तीसरे दिन कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद दूल्हे समेत परिवार के 30 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया है। 

युवती की सोमवार को शादी हुई थी। उसके परिजनों ने बताया कि बेटी को सात दिन पहले बुखार आया था। दवा लेने के बाद भी उसे आराम नहीं मिला। शनिवार को उसकी जांच कराई गई। इस बीच उसकी शादी हो गई।

बुधवार को परिजनों ने बेटी को फोन पर बताया कि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। फ़िलहाल उसका उपचार चल रहा है।इस घटना के कारण दुल्हन के घर में रहने वाले तमाम लोगों को १४ दिनों तक क्वारंटाइन कर दिया गया है। माइके वालों को भी इसकी जानकारी दी जा चुकी है। पुरे मोहल्ले में यह घटना चर्चा का विषय बनी है।

चलती ट्रेन में महिला ने दिया बच्चे को जन्म
लॉकडाउन के दौरान लाखो श्रमिक जिस हाल में है उसी हाल में सूरत से अपने गाँव के लिए दौड़ लगा रहे है। ऐसे मे उनके साथ कई अलग अलग घटनाए हो रही है। कुछ दिनों पहले यूपी में मार्ग दुर्घटना में कई श्रमिकों की मौत होने की जानकारी सामने आई थी। मंगलवार को सूरत-दरभंगा श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मंगलवार को बीच सफर में ही एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत मे रहने वाला मो. असलम लॉकडाउन के कारण सोमवार को सूरत से चली श्रमिकर स्पेशल ट्रेन में अपनी पत्नी मेनाज खातून को लेकर आ रहे थे।
सीतामढ़ी जिले के मिथौरा गांव निवासी मो. असलम सूरत में अपने परिवार के साथ रहते थे। गुजरात के सूरत में वह एक कंपनी में नौकरी करता था।

लॉकडाउन के कारण कंपनी बंद है। वहां रहने और खाने की दिक्कतें आ रही थी। अब तक सामाजिक संस्थाओ के सहारे उन्होंने जीवन निर्वाह किया लेकिन अब मदद नहीं मिल पाने से वह लाचार है्ं। इसलिए उन्हें। सूरत छोड़ना पड़ा। उनकी पत्नी गर्भवती थी और डिलीवरी का अंतिम समय चल रहा था।इसलिए वह आना नहीं चाहते थे लेकिन उन्हें लाचारीवश आना पा। इनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी थे।


रास्ते में वह अपने गाँव पहुँचने वाले थे तब दानापुर पहुंचने से चार घंटे पहले से ही मेनाज दर्द से तड़प रही थी। इसी बीच बोगी में सवार एक-दो महिला यात्रियों के सहयोग से नार्मल डिलेवरी करवाई गई। दरभंगा जंक्शन पहुंचते ही मौके पर तैनात मेडिकल टीम के मौजूदगी में मां और बच्चे की थर्मल स्क्रीनिग कर एंबुलेंस से दोनों को अस्पताल भेजा गया। जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित बताए जा रहे है