सूरत
सूरत में बुधवार को करोना के 30 नए मामले सामने आए अब तक सूरत में रोना के 742 के आ चुके हैं। इसमें अब तक कोरोना के कारण 34 लोगों की मौत हो चुकी है| बुधवार को दो लोगों की मौत हो गई ।अब तक कुल 345 लोगों को छोड़ा जा चुका है।
सूरत महानगर पालिका के कमिश्नर बाज़ार में भी पानी ने बताया कि सूरत में कोरोना से ठीक होने वालों का रिकवरीरेट 46% से ऊपर है कोरोना की जाँच में पॉज़िटिव आने वालों का दर 5.4 प्रतिशत के क़रीब है जबकि सूरत में कोरोना से मरने वालों का दर साढ़े 4.6 प्रतिशत के क़रीब है!
कमिश्नर ने बताया कि सिर्फ़ कोरोना हो और मरीज़ की मौत हो जाए यह अनुपात बहुत ही कम है। जिन मरीज़ों को पहले से ही डायबिटीज़ या ब्लड प्रेशर आदि की बीमारी हो, उन्हें कोरोना के कारण ज़्यादा तक़लीफ़ होती है।पहले से ही बीमारी हो उन लोगों को कोरोना से भय ज़्यादा है। जिन मरीज़ों को सर्दी खासी या बुखार आदि के लक्षण ज़रा सा भी देखें उन्हें तुरंत ही नज़दीकी अस्पताल या फिर सिविल हॉस्पिटल में जाँच करा लेनी चाहिए। क्योंकि यदि शुरुआती दौर में ही कोरोना का पता चल जाता है तो उपचार बहूत ही असरकारक साबित होता है।
कोरोना वायरस के संक्रमण और फैलने से पहले तुरंत ही रोक लिया जाता है।मनपा कमिश्नर ने बताया कि लिंबायत ज़ोन मैं कोरोना के मरीज़ों की संख्या सब से ज़्यादा है। बुधवार को लिंबायत जॉन में कोरोना के 18 मामले सामने आए थे। इसके अलावा सेंट्रल जॉन में से और बाद में उधना झोन में कोरोना के मरीज़ों की संख्या ज्यादा है।
कमिशनर ने बताया कि बुधवार को सूरत में कोरोना से ठीक होने वाले 42 लोगों को डिस्चार्ज किया गया उन्होने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज 10 से अधिक है वहाँ पर एक दो दिन में शाकभाजी और किराना की दुकानें बंद करवा दी जाएगी। इसलिए लोगों को इंतज़ाम कर लेना चाहिए।