सूरत़
कॉन्फिडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पत्र लिखकर कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को ऑनलाइन शिक्षण में शामिल नहीं करने की मांग की है।
कैट के गुजरात रीजन के प्रमुख प्रमोद भगत ने राज्य सरकार को लिखे पत्र में बताया है कि छोटे बच्चों को ऑनलाइन शिक्षण के कारण उनके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पडने की आशँका है। जैसे कि उनकी गरदन, आंख आदि पर असर पड़ेगा।
इसके अलावा कैट ने यह भी मांग की है कि सरकार की ओर से ऑनलाइन एज्युकेशन की घोषणा किए जाने के बाद से स्कूलों ने फीस की वसूली शुरू कर दी है। पाठ्यपुस्तक के बहाने अभिभावकों से यूनिफॉर्म और अन्य तमाम वस्तुओं को खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। कई हॉस्टल जो कि महीनों से बंद है उसकी फीस भी स्कूल मांग रहे हैं।
ऐसे स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही सरकार की ओर से बनाई गई एफआरसी किस ढंग से स्कूलो का फीस तय करती है। यह जानकारी देने का भी आग्रह किया है। लॉकडाउन के कारण रोजगार बंद होने से अभिभावक परेशान है ऐसे मं उनसे 30 अगस्त तक कोई फीस के लिए दबाव नहीं किया जाए।