नई दिल्ली ,भारत, 6 दिसंबर: स्वामी Sehjananda Saraswati जी, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने जीवनभर के समर्पण के लिए प्रसिद्ध हैं, ने पर्यावरण को बचाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। यह पहल न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। पुर्तगाल के उस बिंदु से, जहां पृथ्वी समाप्त होती है, स्वामी जी ने प्रकृति की सुरक्षा और संवर्धन के महत्व को जोर दिया। उनके नेतृत्व में World Climate Change Foundation का गठन अगले कुछ महीनों में 150 देशों में किया जाएगा, जो पर्यावरण जागरूकता के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम होगा।
स्वामी Sehjananda Saraswati जी का कहना है, “यह समय है जब हम सभी मिलकर प्रकृति को पुनर्जीवित करें।” उन्होंने सभी से अपील की है कि वे प्लास्टिक से आज़ादी का संकल्प लें और कपड़े के थैलों का उपयोग शुरू करें। उनका यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित और स्वच्छ भविष्य सुनिश्चित करने का है।
स्वामी जी की पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, योग गुरु बाबा रामदेव, प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौर्वल, वरिष्ठ राजनेता मनोज तिवारी सहित कई उच्चस्तरीय हस्तियों का समर्थन प्राप्त हुआ है। इन हस्तियों के समर्थन से यह अभियान और भी मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
स्वामी Sehjananda Saraswati जी के नेतृत्व में मिशन ग्रीन फाउंडेशन ने अब तक 6.5 मिलियन पेड़ लगाए हैं और लाखों कपड़े के थैले वितरित किए हैं, जिन पर “मेरी शान, मेरा थैला” संदेश लिखा गया है। यह पहल दुनिया भर के पर्यावरणविदों को एकजुट करेगी और भारत के नेट-जीरो कार्बन लक्ष्य को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगी।
2025 के महाकुंभ में प्रयागराज के संगम किनारे एक बड़ा महामृत्युंजय यंत्र स्थापित किया जाएगा, जो पर्यावरण संरक्षण के संदेश को और भी व्यापक बनाएगा। कुम्भ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होगा, और यह महाशिवरात्रि पर समाप्त होगा।
स्वामी Sehjananda Saraswati जी के इस प्रयास से यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले वर्षों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी, और इससे धरती के बचाव के प्रयासों को बल मिलेगा।
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विश्व मृदा दिवस” : AM/NS इंडिया और GPCB ने मृदा स्वास्थ्य पर प्लास्टिक प्रदूषण के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाई
इस दौरान आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में कंपनी ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ समाधान और सामुदायिक सहभागिता के महत्व पर भी प्रकाश डाला
हजीरा-सूरत, 7 दिसंबर, 2024 : आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS इंडिया) ने गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (GOCB) के सहयोग से गुरुवार को “विश्व मृदा दिवस” के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ प्रथाओं और प्लास्टिक प्रदूषण के ज्वलंत मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया गया।
हजीरा में AMNS टाउनशिप के उत्सव हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में एक आकर्षक कार्यशाला और नाट्य नाटक का आयोजन किया गया, जिसका विषय “अति सर्वत्र वर्जयेत” था, जिसका अर्थ “किसी भी चीज की अधिकता बुरी होती है” होता है।
GPCB की क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. जिग्नासा ओझा के दिमाग की उपज इस कृति, कार्यक्रम में एकल-उपयोग प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों और मृदा स्वास्थ्य और पर्यावरण पर उनके हानिकारक प्रभाव पर जोर दिया गया।
अपने संबोधन में डॉ. ओझा ने प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने की तत्काल आवश्यकता तथा टिकाऊ समाधान और सामुदायिक सहभागिता के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि, “प्लास्टिक प्रदूषण आज हमारे सामने सबसे बड़ी पर्यावरणीय चुनौतियों में से एक है। प्लास्टिक प्रदूषण मिट्टी के स्वास्थ्य पर भी भारी असर डालता है। विश्व मृदा दिवस एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर निर्भरता कम करने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए मिट्टी, पानी और पृथ्वी की सुरक्षा के लिए संधारणीय प्रथाओं को अपनाने की आवश्यकता के बारे में एक शक्तिशाली रिमाइन्डर है। खरीदारी करते समय प्लास्टिक की थैलियों की जगह कपड़े के थैले या अन्य बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों से बने थैलों का उपयोग करने जैसे छोटे-छोटे उपाय भी प्लास्टिक के उपयोग को कम करने में काफी मददगार हो सकते हैं।”
AM/NS इंडिया सस्टेनेबल डेवलपमेंट(पर्यावरण संरक्षण के साथ निरंतर विकास) को बढ़ावा देने और अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। सस्टेनेबल डेवलपमेंट और पर्यावरण संरक्षण इसके व्यावसायिक संचालन के लिए मौलिक हैं और इसने इसके लिए कई पहल की हैं जिनके शानदार परिणाम मिले हैं। “विश्व मृदा दिवस” इवेंट भावी पीढ़ियों के लिए मृदा और पर्यावरण की रक्षा करने की अपनी साझा जिम्मेदारी तथा जागरूकता बढ़ाने और सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करने के अपने प्रयासों को दर्शाता है।
इस पहल में जलवायु परिवर्तन से निपटने और जैव विविधता की रक्षा में मृदा स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया गया तथा नागरिकों से पर्यावरण अनुकूल समाधान अपनाने का आग्रह किया गया। इस प्रयास ने सूक्ष्म प्लास्टिक द्वारा वायु, मिट्टी और जल के प्रदूषण सहित पर्यावरण पर प्लास्टिक के दीर्घकालिक प्रभावों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS इंडिया) के बारे में जानकारी :
आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS इंडिया), दुनिया के दो अग्रणी स्टील उत्पादक संगठन आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के बीच एक संयुक्त उद्यम है। भारत में एक अग्रणी एकीकृत फ्लैट कार्बन स्टील उत्पादक, इस कंपनी के पास अत्याधुनिक डाउनस्ट्रीम सुविधाओं के साथ प्रति वर्ष 9 मिलियन टन कच्चे स्टील की उत्पादन क्षमता है। यह मूल्य-संवर्धित स्टील सहित फ्लैट स्टील उत्पादों की पूरी तरह से विविधीकृत श्रृंखला का उत्पादन करता है, तथा इसकी पेलेट उत्पादन क्षमता 20 मिलियन टन है।
वेदांत एल्युमिनियम का सप्ताह भर चलने वाला एचआईवी-एड्स जागरूकता अभियान
भुवनेश्वर, 07 दिसंबर: भारत के सबसे बड़े एल्यूमीनियम उत्पादक, वेदांत एल्युमीनियमने विश्व एड्स दिवस पर एक सप्ताह का जागरूकता अभियान शुरू किया। इस पहल में, वेदांता ने एचआईवीके बारे में जागरूक होने के लिए सही रास्ते का अनुसरण करने के लिए ‘मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार है’ विषय पर स्थानीय समूहों को एक संदेश दिया।
वेदांत ने झारसुगुड़ा, लांजीगढ़ और इसके खनन स्थलों में 11,400 से अधिक लोगों के साथ कार्यक्रम शुरू किया। जागरूकता सत्र, रैलियां, नुक्कड़ नाटक और स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम छात्रों, ट्रक चालकों, पुलिस कर्मियों और स्थानीय लोगों तक पहुंचे।
झारसुगुडा जिले में, जिला मजिस्ट्रेट श्री किशोर कुमार स्वैन द्वारा एनसीसी और एनएसएस कैडेटों, वेदांत के कर्मचारियों और स्थानीय छात्रों सहित 350 से अधिक प्रतिभागियों के साथ एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया था।स्कूलों, कॉलेजों और थानों का यह जागरण एक सप्ताह तक जारी रहेगा। ओडिशा राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी और जिला स्वास्थ्य प्रशासन के साथ साझेदारी में वेदांत की पहल का उद्देश्य लगभग 5,000 लोगों को रोकथाम, उपचार और उन्मूलन के बारे में जागरूक करनाहै।
कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, कोयला और बॉक्साइट खनन परियोजनाओं में काम करने वाले कर्मचारियों और स्थानीय लोगों के लिए विभिन्न प्रभावी कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इस आयोजन में 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया। सुंदरगढ़ में, छात्रों और ट्रक ड्राइवरों के लिए नुक्कड़ नाटक और शैक्षिक सत्रआयोजित किए गए और 600 से अधिक लोगों तक पहुंचे। रैली को कालाहांडी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी निहेंद्र पांडा ने सिजिमली क्षेत्र में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कंपनी की स्वास्थ्य पहलों पर टिप्पणी करते हुए, श्री सुनील गुप्ता, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर ने कहा, “वेदांता एल्युमीनियम में, हम दृढ़ता से मानते हैं कि समुदाय का स्वास्थ्य और कल्याण सतत विकास की नींव है। इस विश्व एड्स दिवस पर, हम अपने जागरूकता अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इंटरनेशनल साईं सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित दो दिवसीय साईं महोत्सव की शुरुआत आज से
दिल्ली, 06 दिसंबर: कौशांबी- इंटरनेशनल साईं सेवा ट्रस्ट द्वारा अयोजित दो दिवसीय महिला एवं बाल सशक्तिकरण कार्यक्रम की शुरुआत आज से होगी, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव, एवं मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव उपस्थित होंगे।
श्री साईं मंदिर, को भव्य तरह से गेंदे के पुष्पों से सजाया गया है।
साईं मंदिर साईं सेवा मित्र मंडली ने सजाया जिसके निदेशक प्रशांत द्विवेदी है, साईं मंदिर (ज़िला न्यायालय के पास) साईं धाम मंझनपुर कौशांबी में स्थित है।
कार्यक्रम का शुभारंभ 11 बजे के डी द्विवेदी एडवोकेट द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया जाएगा, तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ होगी।
महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत जागरूकता अभियान में महिला कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान से आयोजित (बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ) जागरूकता रैली जिसमें बालिकाएं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर आधारित बैनर एवं स्केच लेके जिला न्यायालय कौशांबी से होते हुए मुख्यालय तक जाएगी।
जागरूकता रैली कार्यक्रम की शुरुआत बाल कल्याण समिति, कौशांबी के द्वारा कार्यक्रम स्थल से की जाएगी, महिला सशक्तिकरण एवं बाल कल्याण पर कार्यशाला 2:30 बजे से होगा, जिसमें पुलिस अधीक्षक, कौशांबी बृजेश श्रीवास्तव, मुख्य न्यासी इंटरनेशनल साईं सेवा ट्रस्ट के डी द्विवेदी, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, कौशांबी कमलेश चंद्र, और सोशल जस्टिस फोरम के अध्यक्ष डॉ. अरुण केसरवानी मुख्य रूप से मंच पे उपस्थित होके “राउंड टेबल डिस्कशन” में प्रतिभाग करेंगे और कार्यशाला के माध्यम से महिला सशक्तिकरण एवं बाल कल्याण पर आधारित कानूनों एवं प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत 11:45 A.M. से होगी।
दो दिवसीय कार्यक्रम की थीम
“बेटियाँ है देश की शान, उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य का रखें पूरा ध्यान”
चित्रकला- थीम एवं रंगोली – थीम
(बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ)
कार्यक्रम में सोशल जस्टिस फोरम का शुभारंभ बाल कल्याण समिति एवं महिला कल्याण विभाग, कौशांबी करेगी।
यह कार्यक्रम का 13वां वर्ष है, और कुछ दिन पूर्व आईएसएसटी ने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, उत्तर प्रदेश के साथ मओयू किया है। इसके माध्यम से कौशांबी ज़िले में बाल कल्याण को बेहतर करने के लिए आईएसएसटी अपना योगदान दे रहा है।
एडवोकेट के डी द्विवेदी, पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी कौशांबी जो कि साईं धाम के संस्थापक है,
एडवोकेट सुशीला द्विवेदी, अध्यक्ष इंटरनेशनल साईं सेवा ट्रस्ट, कौशांबी।
M | O | C कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर ने CAR-T थेरेपी में ऐतिहासिक सफलता हासिल की
मुंबई (महाराष्ट्र) [भारत], 30 नवंबर: M | O | C कैंसर केयर ने कैंसर उपचार में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। सेंटर ने अपने पहले मरीज को सफलतापूर्वक डिस्चार्ज किया, जिसने CAR-T सेल थेरेपी के जरिए रिलैप्स्ड रिफ्रैक्टरी डिफ्यूज लार्ज बी-सेल लिम्फोमा (DLBCL) का इलाज कराया। यह उपलब्धि M | O | C को भारत के उन अग्रणी कैंसर केयर संस्थानों में शामिल करती है, जो इस उन्नत और जीवनरक्षक थेरेपी की पेशकश कर रहे हैं।मरीज, जो ठाणे का 60 वर्षीय निवासी है, को 5 नवंबर 2024 को भर्ती किया गया था। वह पिछले तीन वर्षों से रिलैप्स्ड और रिफ्रैक्टरी लिम्फोमा से जूझ रहे थे। पहले किए गए उपचार, जिनमें इम्यूनोथेरेपी भी शामिल थी, असफल रहे थे। CAR-T थेरेपी के बाद, मरीज को कोई जटिलता नहीं हुई और उन्हें 24 नवंबर 2024 को सफलतापूर्वक डिस्चार्ज कर दिया गया।
CAR-T थेरेपी क्या है?
CAR-T (काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर टी-सेल) थेरेपी कैंसर उपचार में एक क्रांतिकारी प्रगति है। इसमें मरीज के खुद के टी-सेल्स को जेनेटिक रूप से संशोधित किया जाता है ताकि वे कैंसर कोशिकाओं को सटीकता से पहचानकर नष्ट कर सकें। यह थेरेपी आक्रामक और पहले से असाध्य रक्त कैंसर वाले मरीजों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है।इस सफलता को इम्यूनोACT की मदद से संभव बनाया गया, जिनकी CAR-T सेल निर्माण में विशेषज्ञता ने इस परिवर्तनकारी थेरेपी को साकार किया।
ऑन्कोलॉजी केयर में एक बड़ी उपलब्धि
यह उपलब्धि M | O | C की उन्नत थेरेपी और विश्वस्तरीय कैंसर देखभाल प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। M | O | C के हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट और BMT विशेषज्ञ, डॉ. सुरज चिरानिया और डॉ. अश्रय कोले, ने कहा,
“CAR-T थेरेपी विशेष रूप से उन मरीजों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनके रिलैप्स्ड और रिफ्रैक्टरी लिम्फोमा में पारंपरिक उपचार विफल हो चुके हैं। यह सफलता जटिल रक्त कैंसर से जूझ रहे मरीजों और उनके परिवारों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है।”
M | O | C कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर के बारे में
M | O | C पश्चिम भारत में संचालित एक सामुदायिक कैंसर सेंटर की श्रृंखला है। अत्याधुनिक सुविधाओं और विशेषज्ञ ऑन्कोलॉजिस्ट की टीम से सुसज्जित, M | O | C उन्नत उपचार, जैसे CAR-T थेरेपी, प्रदान करने में अग्रणी है, जिससे मरीजों के परिणामों में सुधार हो सके।
CAR-T सफलता की मुख्य बातें
• मरीज का विवरण: 60 वर्षीय पुरुष, ठाणे, मुंबई से
• स्थिति: रिलैप्स्ड रिफ्रैक्टरी डिफ्यूज लार्ज बी-सेल लिम्फोमा (DLBCL)
• उपचार समयरेखा: 5 नवंबर 2024 को भर्ती; 24 नवंबर 2024 को डिस्चार्ज
• पृष्ठभूमि: तीन पूर्व उपचार असफल, जिनमें इम्यूनोथेरेपी शामिल थी
• परिणाम: CAR-T थेरेपी के बाद सफलतापूर्वक रेमिशन प्राप्त
आगे की राह
यह उपलब्धि मुंबई को उन्नत ऑन्कोलॉजी देखभाल के केंद्र के रूप में स्थापित करती है। M | O | C निजी स्वास्थ्य सेवा में नवीन कैंसर उपचार लाने में अग्रणी है, जिससे मरीजों और उनके परिवारों को नई उम्मीद मिल रही है।
मोहित जोशी का Usool Band होगा Doon Music Festival की शान, मंच पर पहली बार सूफी संगीत का जादू
देहरादून, 29 नवंबर: इस साल के Doon Music Festival में एक विशेष आकर्षण होने जा रहा है। Usool Band, जिसे मोहित जोशी ने 2018 में स्थापित किया था, पहली बार सूफी संगीत के साथ रॉक और आधुनिक धुनों का अद्भुत मेल पेश करेगा। बैंड की इस प्रस्तुति से Doon Music Festival का रंग और भी गहरा हो जाएगा, क्योंकि यह पहली बार होगा जब सूफी संगीत के साथ रॉक वाइब्स का यह मिश्रण मंच पर समा बांधेगा।
Usool Band की पहचान सूफी संगीत को एक नए और जीवंत रूप में प्रस्तुत करने के लिए की जाती है। बैंड के प्रमुख गायक मोहित जोशी, जो बरेली (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं, अपनी गहरी आवाज और अपनी प्रस्तुति के जरिए संगीत प्रेमियों को एक नई यात्रा पर ले जाते हैं। बैंड के संगीत में पारंपरिक सूफी धुनों का अद्वितीय मिश्रण पश्चिमी रॉक संगीत और भारतीय वाद्ययंत्रों के साथ मिलता है, जो दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनाता है।
Usool Band के प्रमुख सदस्य:
- मोहित जोशी – लीड वोकलिस्ट
- राज रस्तोगी – लीड गिटार
- सिद्धार्थ कुमार – तबला
- शुभांश मिश्रा – बास गिटार
- मरोफ अली खान – बांसुरी
- विक्रम – कीबोर्ड
- अमन – ड्रम्स
- पियूष – ढोलक
- सागर – बैकिंग वोकल्स
- ऋतिक राणा – बैकिंग वोकल्स
Usool Band का संगीत श्रोताओं को सूफी कवियों जैसे बाबा बुल्हे शाह, ख्वाजा गुलाम फरीद और शाह हुसैन की कविताओं और उनके गहरे विचारों से जोड़ता है। बैंड के गीतों में प्रेम, आध्यात्मिकता और सामाजिक न्याय के विषयों की छाप स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जो न केवल मनोरंजन, बल्कि आत्मिक जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में भी प्रेरित करते हैं।
मोहित जोशी की प्रेरक यात्रा
मोहित जोशी की संगीत यात्रा बेहद प्रेरणादायक है। एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले मोहित ने दिल्ली में अपनी संगीत यात्रा शुरू की, जहां उन्होंने अपने संगीत के प्रति अपनी भावनाओं और समर्पण को नया आकार दिया। आज, वह Usool Band के माध्यम से सूफी संगीत को एक वैश्विक मंच पर ले आए हैं।
Doon Music Festival में Usool Band का प्रदर्शन
Doon Music Festival, जो देहरादून के प्रतिष्ठित राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित होगा, में Usool Band का प्रदर्शन एक प्रमुख आकर्षण होगा। इस प्रदर्शन में बैंड सूफी संगीत के साथ पश्चिमी रॉक और भारतीय वाद्ययंत्रों का सम्मिलन प्रस्तुत करेगा, जो एक नया और ताजगी से भरा संगीत अनुभव होगा।
यह बैंड अपने संगीत के साथ दर्शकों को एक ऐसी यात्रा पर ले जाएगा, जहां वे न केवल संगीत का आनंद लेंगे, बल्कि आत्मिक रूप से भी जुड़ेंगे। Usool Band के हर प्रदर्शन में एक अनूठा अनुभव छिपा होता है, जो हर संगीत प्रेमी को आकर्षित करता है।
कार्यक्रम विवरण:
- क्या: Doon Music Festival
- कब: 8 दिसंबर 2024
- कहां: राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, देहरादून
Usool Band का यह संगीत प्रदर्शन निश्चित रूप से Doon Music Festival की शान बनेगा। सूफी संगीत के साथ रॉक का यह अनोखा मिश्रण दर्शकों के दिलों में एक खास स्थान बनाएगा और उन्हें संगीत की एक नई दिशा में ले जाएगा।
महिला सशक्तिकरण की बात सब करते हैं, डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी ने उसे कर के दिखाया
2002 में जगद्गुरु श्री कृपालु जी महराज ने जगद्गुरु कृपालु परिषत् की अध्यक्षता अपनी बड़ी सुपुत्री सुश्री डॉ. विशखा त्रिपाठी जी को सौंप दी।
नई दिल्ली [भारत], 29 नवंबर: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले में कुंडा नाम का एक कस्बा है। कुछ दशकों पहले तक यहाँ के आस-पास के गाँवों में साक्षरता का स्तर बहुत ही निम्न था। पूरा इलाका भयंकर गरीबी की चपेट में था। महिलाओं की स्थिति तो और भी दयनीय थी। ऐसे में विश्व के पाँचवें मूल जगद्गुरु, श्री कृपालु जी महाराज द्वारा स्थापित जगद्गुरु कृपालु परिषत् द्वारा कुंडा में शुरू किया गया कन्याओं के लिए निःशुल्क विद्यालय आशा की एक किरण लेकर आया। कुछ ही समय में सैकड़ों कन्याओं ने स्कूल में अपना नाम लिखवाया एवं मुफ्त, उच्च गुणवत्ता की शिक्षा का लाभ लेने लगीं। देखते ही देखते समाज की स्थिति परिवर्तित होने लगी। लड़कियाँ पढ़-लिख कर स्वावलम्बी बनने लगीं एवं डॉक्टर से लेकर पुलिस तक हर प्रकार के प्रोफेशन में अपना परचम लहराने लगीं।
बड़ी दीदी का नेतृत्व: नारी शक्ति को मिली नई दिशा
2002 में जगद्गुरु श्री कृपालु जी महराज ने परिषत् की अध्यक्षता अपनी बड़ी सुपुत्री सुश्री डॉ. विशखा त्रिपाठी जी को सौंप दी। बड़ी दीदी के निर्देशन में, संस्था के जन-कल्याण के कार्यों में बढ़ोत्तरी ही होती चली गयी।
https://www.youtube.com/watch?v=C3NUgArkTjE
कहते हैं कि जब आप एक लड़के को शिक्षित करते हैं, तो आप एक व्यक्ति को शिक्षित करते हैं। लेकिन जब आप एक लड़की को शिक्षित करते हैं, तो आप दो परिवारों को शिक्षित करते हैं – लड़की का पैतृक परिवार और वह परिवार जिसमें उसकी शादी होती है। एक शिक्षित महिला यह सुनिश्चित करती है कि उसके बच्चे भी शिक्षित हों। एक शिक्षित बच्चा न केवल खुद के लिए और अपने परिवार के लिए एक अच्छी जीविका चलाने के काबिल बनता है, बल्कि सामाजिक, नैतिक और आध्यात्मिक निर्णय लेने में भी सक्षम हो जाता है। इसलिए, एक बेटी को शिक्षित करना समाज के सम्पूर्ण स्तर को एक या दो पीढ़ियों के भीतर ऊपर उठाने का माध्यम बन जाता है।
किसी भी समाज की स्थिति जाननी हो तो उसकी महिलाओं की स्थिति देखनी चाहिए। जब कुंडा एवं आस-पास के क्षेत्रों में महिलाएँ सशक्त बनने लगीं, तब समाज का विकास स्वतः ही होने लगा।
शिक्षा के माध्यम से समाज का समग्र विकास
कृपालु बालिका प्राथमिक विद्यालय के बाद, कन्याओं की आगे की शिक्षा के लिए कृपालु बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज और कृपालु महिला महाविद्यालय भी स्थापित किये गए जहाँ के. जी. से लेकर स्नातकोत्तर एवं बी. एड. तक की शिक्षा पूर्णतः निःशुल्क रूप से उपलब्ध कराई जा रही है। इससे न केवल लड़कियाँ पढ़-लिख कर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं बल्कि उनके परिवार एवं पूरे समाज का एक साथ उत्थान हो रहा है।
यह गर्व का विषय था जब डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी की अध्यक्षता में धर्मार्थ शैक्षणिक संस्थान कृपालु बालिका इंटर कॉलेज की एक छात्रा ने 2023 में उत्तर प्रदेश राज्य बोर्ड परीक्षाओं में पाँचवाँ स्थान हासिल किया। यह इन संस्थानों की अनेक उपलब्धियों का एक उदाहरण मात्र है।
डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी: नारी शक्ति की प्रेरणा
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की ज्येष्ठा सुपुत्री एवं जगद्गुरु कृपालु परिषत् की अध्यक्षा सुश्री डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी नारी सशक्तिकरण पर लम्बे-चौड़े वक्तव्य तो नहीं देती थीं पर उन्होंने वो काम करके दिखाए जिससे उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों की दशा एवं दिशा परिवर्तित हो गयी। स्वयं एक नारी होते हुए उन्होनें न केवल इन स्कूल, कॉलेजों का संचालन बड़ी ही कुशलता से किया, बल्कि परिषत् के अन्य कार्यों को भी बखूबी सम्पादित किया।
जगद्गुरु कृपालु परिषत् की अध्यक्षा के रूप में सुश्री डॉ. विशखा त्रिपाठी जी ने प्रेम मंदिर-वृन्दावन, भक्ति मंदिर-श्री कृपालु धाम मनगढ़ और कीर्ति मंदिर-बरसाना के संचालन में भी प्रमुख भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त श्री वृन्दावन, श्री कृपालु धाम मनगढ़ और श्री बरसाना धाम में तीन विश्व-स्तरीय निःशुल्क अस्पतालों का भी दीदी जी ने प्रबंधन किया।
अपने समाज सुधार कार्यों के लिए बड़ी दीदी को अनेक अवार्ड्स से सम्मानित किया गया जिनमें नेल्सन मंडेला शांति पुरस्कार, मदर टेरेसा उत्कृष्टता पुरस्कार, शीर्ष 50 भारतीय आइकन पुरस्कार, राजीव गांधी वैश्विक उत्कृष्टता पुरस्कार आदि शामिल हैं।
महान समाज सुधारक एवं गुरु भक्त
डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी ने पूरा जीवन अपने पिता एवं गुरु, जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित कर दिया एवं अपनी अंतिम श्वास तक जीवों के आध्यात्मिक एवं भौतिक उत्थान के लिए प्रयत्नशील रहीं।
इन सब कार्यों के द्वारा डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी ने गुरु सेवा और ईश्वर प्रेम का सन्देश तो दिया ही, साथ ही साथ नारी शक्ति का भी अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। ये विश्व सदा उन्हें एक महान समाज सुधारक एवं गुरु भक्त के रूप में याद करेगा।
जनजातीय लोक महोत्सव परव 2024 को वेदांत का समर्थन
कोरापुट, 29 नवंबर: भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक वेदांत एल्युमीनियम ने वार्षिक आदिवासी लोक महोत्सव परव-2024 का समर्थन किया है, जो स्थानीय समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाता है कोरापुट जिले के लक्ष्मीपुर ब्लॉक में कोडिंगमाली खदान के पास आयोजित इस उत्सव में 5000 से अधिक लोग शामिल हुए और आदिवासी कला, संगीत, नृत्य और संस्कृति का मनमोहक प्रदर्शन देखा।
लक्ष्मीपुर वीडियो द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक सहाफी सावंता, ब्लॉक अध्यक्ष सुई कुलेसिका और लक्ष्मीपुर ब्लॉक के सरपंच और समिति सदस्य उपस्थित थे।इस आयोजन को वेदांत फाउंडेशन का समर्थन प्राप्त था, जिसने ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस पहल ने स्थानीय कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों और छात्रों को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान किया। लक्ष्मीपुर के गुरेश्वर भोई ने वेदांत के समर्थन की सराहना की और कहा, ” परव एक वार्षिक कार्यक्रम है जो ओडिशा की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देता है और संरक्षित करता है। मैं जमीनी स्तर की सांस्कृतिक पहल और स्थानीय समुदायों को प्रोत्साहित करने के लिए वेदांत को धन्यवाद देता हूं।”
वेदांत एल्यूमिनियम स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा का पोषण न केवल सांस्कृतिक जीवंतता को बढ़ाएगा बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए पारंपरिक कला अभ्यास को भी संरक्षित करेगा। स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने वाली कंपनी के अन्य प्रभावशाली प्रयासों में सुंदरगढ़ में दुनिया के सबसे लंबे संबली थिएटर का समर्थन करना, कोरापुट में विश्व आदिवासी दिवस का सामुदायिक उत्सव और जामखानी में बहुदा यात्रा शामिल है। इससे पहले कंपनी ने पद्मश्री जीतेंद्र हरिपाल को उड़िया संस्कृति में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया और उनकी प्रतिबद्धता का संकेत दिया।
सत करतार शॉपिंग लिमिटेड का पावर रूट्ज SSS फॉर्मूला – आयुर्वेदिक वजन कम करने का उपाय
दिल्ली, 23 नवंबर: सत करतार शॉपिंग लिमिटेड ने गर्व के साथ अपने पावर रूट्ज SSS फॉर्मूले का अनावरण किया है। नींद, तनाव और स्लिम फ़ॉर्मूले में 12+ हर्बल इंग्रेडिएंट्स हैं, जो न केवल नींद में सुधार करते हैं, बल्कि तनाव को भी कम करते हैं। ये इंग्रेडिएंट्स आपकी खाने की लालसा को कम करते हैं, मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं, और फैट कम करने के लिए हार्मोनों को संतुलित करने में मदद करते हैं। SSS फॉर्मूले फैट कम करने का एक बेहतरीन समाधान है। यह पुरुष एवं महिलाओं दोनों में फैट (चर्बी) कम करने का बेहद कारगर उपाय है जो विशेष रूप से ,आधुनिक जीवन शैली के कारण कॉर्पोरेट कार्यकर्ताओं एवं मध्यम आयु वर्ग के व्यक्तियों में वजन बढ़ने की समस्या को ध्यान में रख कर किया गया है।
नींद में सुधार करता है + तनाव कम करता है + फैट कम करता है = SSS फॉर्मूले
“हालाँकि आज बाजार में आपको विभिन्न प्रकार के वजन कम करने वाले सप्लीमेंट्स मिल जायँगे जो उन लोगों की जरुरत को पूरा करते है जो अपने वजन को नियंत्रित करने वाले उपायों की तलाश में रहते हैं। हमारे अनुसार बाज़ारों में उपलब्ध उन सप्लीमेंट्स की एक समस्या है की वह ,समस्या के मूल कारणों को हल करने में असमर्थ हैं। आज के आधुनिक युग में, जहाँ अधिकांश लोग एक स्थिर जीवन शैली को अपनाते हैं, वहां स्वास्थ्य समस्याओं ने केवल वृद्धि ही की है। हमें विश्वास है कि हमारी यह पारंपरिक आयुर्वेदिक प्रणाली इस समस्या को समाप्त करने में कारगर रहेगी ” – श्री मनप्रीत सिंह चड्ढा, संस्थापक, सत करतार शॉपिंग लिमिटेड।
हमारे SSS फॉर्मूले को खास बनाने में इसके सैद्धांतिक दृश्टिकोण का अहम् स्थान है। यह आयुर्वेद के पारम्परिक तरीके को अपनाकर दो आम समस्या – अधिक तनाव एवं नींद की कमी – को दूर करता है जो आज वजन बढ़ने का प्रमुख कारण बन गया है। यह फार्मूला आधुनिक जीवन की चुनौतियों जैसे – लम्बे समय तक स्क्रीन के सामने समय बिताना और तनाव ग्रस्त होने के कारण वजन नियंत्रित न रख पाने की समस्या को ध्यान में रख कर बनाया गया है।
मुख्य लाभ
- हानिकारक खाद्य पदार्थों की चाहत को मुख्य रूप से कम करता है।
- नींद की समस्या को दूर कर तनाव को कम करता है।
- कैलोरी जलाने के लिए चयापचय स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
- कम प्रयासों के साथ असरदार परिणाम प्रदान करता है।
- कोर्टिसोल उत्पादन और सेरोटोनिन के स्तर को संतुलित करता है।
- यह एक प्राकृतिक और प्रभावी रूप से वसा ख़त्म करने का फार्मूला है।
- आपके शरीर और मस्तिष्क को आराम देता है और एकाग्रता बढ़ाता है।
- आपको ताज़ा और ऊर्जावान सुबह देता है।
यह कैसे काम करता है?
SSS फॉर्मूले दो बोतलों के सेट में उपलब्ध है:
- कैप्सूल बोतल: नींद की गुणवत्ता में सुधार और तनाव को कम करने, विश्राम और नए जीवन का समर्थन करने के लिए विकसित किया गया है।
- टैबलेट बोतल: विशेष रूप से वसा कम करने और प्राकृतिक रूप से वजन नियंत्रण का समर्थन करने के लिए तैयार किया गया है।
यह सप्लीमेंट वजन नियंत्रण और फैट कम करने के लिए एक संतुलित, आयुर्वेदिक दृष्टिकोण प्रदान करता हैं, जिससे व्यक्तियों को स्वाभाविक रूप से अच्छा एवं स्वास्थ्य दिखने और महसूस करने में मदद मिलती है। सत करतार शॉपिंग लिमिटेड द्वारा पावर रूट्ज़ एसएसएस फ़ॉर्मूला आज की चुनौतीपूर्ण दुनिया में वजन बढ़ने के मुख्य कारणों को संबोधित करके कामकाजी वर्ग को उनके स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए तैयार किया गया है।
सत करतार शॉपिंग लिमिटेड आधुनिक जीवनशैली में आम तौर पर होने वाली कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करता है। आयुर्वेद के सदियों पुराने विज्ञान पर आधारित प्राकृतिक दवाओं का उपयोग करके, संगठन सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदान किए गए समाधान विशेष रूप से चरक संहिता से लिए गए हैं, जो एक प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथ है जो विभिन्न स्वास्थ्य और जीवनशैली चुनौतियों के लिए व्यापक अंतर्दृष्टि और उपचार प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है। आयुर्वेदिक सिद्धांतों का पालन करके, यह संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने में पारंपरिक ज्ञान के मूल्य को उजागर करते हुए लोगों के सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करना चाहता है। आप उनके उत्पादों की एक विशेष श्रृंखला और अन्य प्रासंगिक जानकारी उनकी ईकॉमर्स वेबसाइट SKinRange या SatKartar.co.in पर पा सकते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे पे
वेदांत एल्यूमीनियम और आयुष मंत्रालय का ‘स्वर्ण प्रासन्न’ अभियान, 6400 छात्रों का जीवन सुधारा
भुवनेश्वर, 21 नवंबर: भारत के सबसे बड़े एल्यूमीनियम उत्पादक वेदांत एल्युमीनियम ने आयुष मंत्रालय के सहयोग से ओडिशा के रायगढ़ और कालाहांडी जिलों के 15 सरकारी स्कूलों के 6400 से अधिक छात्रों तक पहुंचने के लिए ‘स्वर्ण प्रासन्न’ अभियान का विस्तार किया है।इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी बसंत कुमार नायक, अपर डीईओ भजन लाल माझी, खंड शिक्षा अधिकारी सुदीप्त कुमार दास, आयुर्वेदिक चिकित्सक वीजेपी राव, अटल बिहारी गुरु उपस्थित थे।
आयुष मंत्रालय के साथ साझेदारी में इस पहल को शुरू करने के बाद से, वेदांत एल्युमिनियमने ओडिशा में 10,600 से अधिक छात्रों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। यह कार्यक्रम वर्तमान में ओडिशा सरकार और आयुष मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में कालाहांडी और रायगढ़ जिलों में चलाया जा रहा है और इसे कोरापुट जिले तक विस्तारित करने की योजना है।
वेदांत एल्युमिनियम के सीओओ सुनील गुप्ता ने कहा, “ओडिशा सरकार और आयुष मंत्रालय के सहयोग से, हमारा उद्देश्य समय-परीक्षणित पारंपरिक प्रथाओं का उपयोग करके अविकसित क्षेत्रों में बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना है। हम कालाहांडी और रायगढ़ में इस कार्यक्रम के सकारात्मक प्रभाव को देखने के लिए उत्साहित हैं। वेदांत एल्युमिनियम के बॉक्साइट माइन्स के सीईओ नितिन कुमार तिवारी ने कहा, “‘स्वर्ण प्रासन्न’ कार्यक्रम को सभी ने उत्साहपूर्वक अपनाया है, जिससे 25 सरकारी स्कूलों के छात्र लाभान्वित हुए हैं।
डीईओ वसंत कुमार नायक ने कहा, “स्वर्ण प्रासन्न एक सामयिक आयुर्वेदिक अभ्यास है जो बच्चों की प्रतिरक्षा और संज्ञानात्मक शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। दूर-दराज के इलाकों में वेदांत एल्युमिनियम के ऐसे प्रयास बेहद सराहनीय हैं। वेदांता एल्युमीनियम स्थानीय प्राधिकरणों और सामुदायिक भागीदारों के साथ मिलकर ओडिशा को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसके हस्तक्षेप से सामाजिक-आर्थिक प्रगति हो।