Trilok Media: दिल्ली-एनसीआर में ब्रांड्स की डिजिटल उपस्थिति बढ़ाने वाली प्रमुख एजेंसी!

दिल्ली-एनसीआर के तेजी से विकसित होते डिजिटल परिदृश्य में, Trilok Media एक अग्रणी डिजिटल मार्केटिंग और पीआर एजेंसी के रूप में उभरा है। नोएडा में स्थित इस प्रतिष्ठित एजेंसी की स्थापना श्री त्रिलोक सिंह द्वारा की गई है, जो ब्रांड्स की ऑनलाइन उपस्थिति, विश्वास, और साख बढ़ाने के लिए समर्पित है। Trilok Media की सेवाओं में प्रेस रिलीज, एसईओ-समर्पित सामग्री और उच्च प्रभाव वाली डिजिटल मार्केटिंग शामिल है, जो ब्रांड्स को उनके लक्ष्यों तक पहुंचाने में सहायक है।

Trilok Media के बारे में:
2+ वर्षों के अनुभव और 450+ संतुष्ट ग्राहकों एवं 200+ ब्रांड सहयोगों के साथ, Trilok Media आधुनिक व्यापारिक आवश्यकताओं के अनुरूप सेवा प्रदान करता है। इसकी क्रिएटिव दृष्टिकोण और परिणाम-उन्मुख रणनीतियों ने इसे पूरे भारत में शीर्ष ब्रांड्स के लिए भरोसेमंद भागीदार बनाया है।

सेवाएं:
Trilok Media द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं व्यवसायों की बढ़ती जरूरतों के अनुसार तैयार की गई हैं:

•   प्रेस रिलीज लेखन और वितरण: Trilok Media का विशेषज्ञ टीम प्रेस रिलीज तैयार करती है जो राष्ट्रीय और क्षेत्रीय समाचार पोर्टलों में प्रासंगिकता प्राप्त करती हैं।
•   एसईओ और कंटेंट मार्केटिंग: एसईओ-समर्पित कंटेंट रणनीति के माध्यम से Trilok Media आपके व्यवसाय की ऑनलाइन उपस्थिति को मजबूती प्रदान करता है।
•   सोशल मीडिया मार्केटिंग: इंस्टाग्राम, फेसबुक, लिंक्डइन और ट्विटर जैसे प्लेटफार्मों पर आपकी ब्रांड की उपस्थिति बढ़ाने के लिए लक्षित अभियानों को संचालित करता है।
•   डिजिटल विज्ञापन: PPC से लेकर अन्य टारगेटेड विज्ञापन अभियानों तक, ROI को अधिकतम करने के लिए प्रभावशाली रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
•   Google Knowledge Panel और विकिपीडिया प्रबंधन: ब्रांड्स को विश्वसनीय ऑनलाइन पहचान स्थापित करने में मदद करता है।
•   इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग: क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्तित्वों के साथ साझेदारी कर ब्रांड की पहुंच को व्यापक करता है।

क्यों चुने Trilok Media?

•   कस्टम रणनीतियाँ: ब्रांड के लक्ष्यों के अनुरूप व्यक्तिगत रणनीतियाँ तैयार की जाती हैं।
•   डाटा-उन्मुख निर्णय: सभी अभियानों को परफॉर्मेंस एनालिटिक्स पर आधारित सुधार किया जाता है।
•   पारदर्शी रिपोर्टिंग: नियमित अपडेट के साथ ग्राहक अपने अभियान की सफलता का स्पष्ट दृष्टिकोण प्राप्त करते हैं।

संपर्क करें:
यदि आप अपने डिजिटल फुटप्रिंट को बढ़ाना चाहते हैं, तो आज ही Trilok Media से संपर्क करें!
ईमेल: sales@trilokmedia.in या वेबसाइट: trilokmedia.in

15 अक्टूबरः जानिए कैसा होगा आप का आज का दिन

आज का राशिफल
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मेष राशि : जो लोग दूसरे के लिए मांगते हैं, उन्हें कभी अपने लिए नहीं मांगना पड़ता है। माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। किसी के बहकाने से अपने संबंध तोड़ने से बचें। पैर में चोट लग सकती है। समाज में आपका यश बढ़ेगा।

वृष राशि : जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था, आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं। बीमारी में दवाई असर नहीं करेगी। बेहतर होगा अपना डॉक्टर बदलें या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें। नए भवन में जाने के योग हैं।

मिथुन राशि : किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते हैं। समय रहते जरूरी कार्य पूरे करें। निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें। पिता के व्यवहार से मन मुटाव होगा। जीवनशैली में परिवर्तन के योग है। पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव है।

कर्क राशि : सोचे हुए कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा। अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे। कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे। प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास रहेगा।

सिंह राशि : आपकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। जीवनशैली में आये परिवर्तन से खुश होंगे। आजीविका के नए स्रोत स्थापित होंगे। पारिवारिक सौहार्द बना रहेगा। मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी।

कन्या राशि : अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है। कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी। पड़ोसियों की मदद करनी पड़ सकती है। क्रोध की अधिकता से परिजन नाखुश होंगे। शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा।

तुला राशि : जल्दबाजी में किये फैसलों से भारी नुकसान हो सकता है। परिवार में आप की बातों को सुना जायेगा। धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। परीक्षा परिणाम अनुकूल रहेगा।

वृश्चिक राशि : समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता। अपनी बारी का इंजतार करें। संतान के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। नए लोगों से संपर्क बनेगा, जो भविष्य में लाभदायक रहेगा। वाहन सुख संभव है।

धनु राशि : व्यस्तता के कारण सेहत को न भूलें। अपने जीवनसाथी से नम्रता से बात करें और आपके दोनों के वार्तालाप में स्नेह झलके ना कि बनावटी बातें करें। वाणी मधुर रहे। यात्रा के योग बन रहे हैं।

मकर राशि : अपने अक्खड़ व्यवहार से सभी से दूरियां बढ़ा लेंगे। व्यवहार नम्र रहे और अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें। पिता के साथ तालमेल न रहने से घर का वातावरण गरमा सकता है। संपत्ति से संबंधित जरूरी अनुबंध हो सकते हैं।

कुम्भ राशि : अपने हिसाब से जिन्दगी जीना पसंद है। जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे, वे आप का विरोध करेंगे। भवन-भूमि के विवादों का अंत होगा। पिता के व्यवसाय में रुचि कम रहेगी।

मीन राशि : समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें। पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे। घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें, तो पारिवारिक तनाव खत्म होगा। फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगायें, चमत्कारिक लाभ होगा।

आज का पंचांग
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तिथि    त्रयोदशी  00:21 AM
नक्षत्र   पूर्वाभाद्रपद  10:09 PM
करण      कौलव,   02:05 PM,
अगले दिन
तैतिल    00:21 AM
पक्ष        शुक्ल
योग        वृद्धि    02:13 PM
वार       मंगलवार
सूर्योदय           06:22 AM
सूर्यास्त            05:51 PM
चन्द्रमा  कुम्भ   04:49 PM
राहुकाल  02:58 – 04:24 PM
विक्रमी संवत्  2081
शक सम्वत  1946 (क्रोधी)
मास अमांत      आश्विन
मास पूर्णिमांत   आश्विन
शुभ मुहूर्त
अभीजित  11:43 – 12:29 PM

દેશના ટેક્ષ રેવન્યુમાંથી ડાયરેક્ટ ટેક્ષનું યોગદાન ૩૪.૦૨ ટકા જેટલું થાય છે. જ્યારે ઈન ડાયરેક્ટ ટેક્ષનું યોગદાન ૬૫.૮ ટકા જેટલું થાય છેઃ ચેમ્બર પ્રમુખ વિજય મેવાવાલા

સુરતઃ ધી સધર્ન ગુજરાત ચેમ્બર ઓફ કોમર્સ એન્ડ ઈન્ડસ્ટ્રી અને સુરતની ધી ઈન્સ્ટીટ્યુટ ઓફ ચાર્ટેડ એકાઉન્ટ્સ ઓફ ઈન્ડિયા શાખા (ICAI) તેમજ ધી સધર્ન ગુજરાત ઈનકમ ટેક્સ બાર એસોસિએશનના (SGITBA) સંયુક્ત ઉપક્રમે તા.૧૦ ઓક્ટોબર ૨૦૨૪ના રોજ સાંજે ૦૫:૦૦ કલાકે, સેમિનાર હોલ-એ, સરસાણા, સુરત ખાતે ‘Exemption Programme of the Income Tax Act, 1961 & Grievance Redressal’ વિષય પર સેમિનાર યોજાયો હતો. જેમાં અમદાવાદના રેન્જ-૨ એક્ઝમ્પ્શનના જોઈન્ટ કમિશનર IRS શ્રી યોગીશ મિશ્રા અને સુરત (એક્ઝાપ્શન) વોર્ડના ઈનકમ ટેક્સ ઓફિસર શ્રી મનોજ કુમાર મીનાએ ઈનકમ ટેક્સ એક્ટ ૧૯૬૧ વિશે વિસ્તૃત માહિતી આપી હતી.

ચેમ્બર ઓફ કોમર્સના પ્રમુખ શ્રી વિજય મેવાવાલાએ જણાવ્યું હતું કે, ‘ભારતમાં ઈન્કમ ટેક્ષનું પ્રોવિઝન ૨૪ જુલાઈ ૧૮૬૦ થી લાગુ કરવામાં આવ્યું હતું અને ભારતની આઝાદી પછી ૦૧ એપ્રિલ ૧૯૬૨ થી ઈન્કમ ટેક્ષ કાયદો લાગુ કરવામાં આવ્યો હતો. હાલ દેશના ટેક્ષ રેવન્યુમાંથી ડાયરેક્ટ ટેક્ષનું યોગદાન ૩૪.૦૨ ટકા જેટલું થાય છે. જ્યારે ઈન ડાયરેક્ટ ટેક્ષનું યોગદાન ૬૫.૮ ટકા જેટલું થાય છે. ઈન્કમ ટેક્ષનો હિસ્સો ભારતના કુલ જીડીપીમાં સાડા ત્રણ ટકાનો છે. કોર્પોરેટ ટેક્ષ અને પર્સનલ ઈન્કમ ટેક્ષમાં આ યોગદાન સૌથી વધુ કહી શકાય તેમ ૭૫ ટકા છે.’

IRS શ્રી યોગીશ મિશ્રાએ જણાવ્યું હતું કે, ‘એક્ઝમ્પ્શનમાં ૧૨A ના રજિસ્ટ્રેશન અને ૧૮ Gની પરવાનગી આપવામાં આવે છે. સૌથી વધુ સમસ્યા ૧૨A ના રજિસ્ટ્રેશન અને ૧૮ Gમાં આવે છે, જ્યારે આ સંદર્ભે નોટિસ આપવામાં આવે છે, ત્યારે તાત્કાલિક તેનો રિપ્લાય આપો. એક્ઝમ્પ્શનમાં કરવામાં આવેલા ફેરફારો અંગે ચર્ચા કરી હતી.’


મનોજ કુમાર મીનાએ જણાવ્યું હતું કે, ‘સુરતમાં વધુ ગ્રિવાઈન્સીસ ખોટા ડિમાન્ડથી સંબંધિત હોય છે. જે વધુમાં ફોર્મ ૯, ૧૦, ૧૦ B અને નોન મેન્શનિંગ રજિસ્ટ્રેશન ITR ના કારણે હોય છે. તેથી ફોર્મ ૯, ૧૦, ૧૦ B, ૧૦ BB અને ITR સમયસર ભરવો જોઈએ. ITR માં રજિસ્ટ્રેશનની વિગતો ચોકસાઈથી ભરવી અત્યંત મહત્વની હોય છે. ઈન્કમ ટેક્ષ એક્ટમાં આપવામાં આવેલા પ્રોવિઝનને કોમ્પ્લાય કરવામાં આવતી સમસ્યાઓ વિશેના સૂચનો ડિપાર્ટમેન્ટમાં આપી શકાય છે.’

આ પ્રસંગે ટ્રસ્ટ અને સોસાયટીના નવા ITR ફોર્મમાં ફેરફાર થવાથી માત્ર કરન્ટ એકાઉન્ટ ફોર્મમાં સ્વીકૃતિ કરવામાં આવે છે, ત્યારે ટ્રસ્ટ અને સોસાયટીના સેવિંગ બેંક એકાઉન્ટને પણ ITR માં સ્વીકૃતિ કરવામાં આવે તેવી ચેમ્બરના માધ્યમથી મૌખિક રજૂઆત કરવામાં આવી હતી. આ સંદર્ભમાં ઈન્કમ ટેક્ષ વિભાગના અધિકારીઓએ પોતાના કાર્યક્ષેત્રમાં જે પણ ફેરબદલ થઈ શકે તે કરવા બાંહેધરી આપી હતી.

ચેમ્બર ઓફ કોમર્સના ઉપ પ્રમુખ શ્રી નિખિલ મદ્રાસી, તત્કાલિન ભૂતપૂર્વ પ્રમુખ શ્રી રમેશ વઘાસિયા અને ચાર્ટડ એકાઉન્ટન્ટ સેમિનારમાં ઉપસ્થિત રહ્યા હતા. સુરત બ્રાન્ચ ICAIના ચેરમેન સીએ શ્રી દુષ્યંત વિઠલાનીએ પ્રાસંગિક ઉદબોધન કર્યું હતું. ચેમ્બરની ઈન્કમ ટેક્ષ કમિટીના ચેરમેન સીએ શ્રી પ્રજ્ઞેશ જગ્ગાશેઠે સેમિનારની રૂપરેખા આપી હતી, જ્યારે ઈનકમ ટેક્સ કમિટીના કો-ચેરમેન શ્રી દિપેશ શાકવાલાએ સેમિનારનું સંચાલન કર્યું હતું. અંતે, સેમિનારમાં ઉપસ્થિતોના પ્રશ્નોના વક્તાશ્રીઓ દ્વારા સંતોષકારક જવાબ આપવામાં આવ્યા હતા. SGITBA ના ઉપ પ્રમુખ શ્રી આશિષ વકીલે ઉપસ્થિત સર્વેનો આભાર માન્યો હતો, ત્યાર બાદ સેમિનારનું સમાપન થયું હતું.

GS Yodha Book से UP पुलिस परीक्षा में 80-90% प्रश्न हू-ब-हू आये, सफलता की गारंटी

मेरठ (उत्तर प्रदेश), अक्टूबर 04: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बाजार में सैकड़ो पुस्तकें हैं लेकिन इन सभी पुस्तकों को पीछे छोड़ते हुये एक बार फिर GS Yodha ने साबित किया कि I am the Best. जी हां, यह सही है कि इस बार उत्तर प्रदेश पुलिस परीक्षा में GS Yodha पुस्तक से 80-90 प्रतिशत प्रश्न हू-ब-हू आये।

इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी एवं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता Vidya Prakashan Mandirमंदिर के MD Saurabh Jain और CTO Dr Rohit Khokher ने संयुक्त रूप से कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के सामने सामान्य अध्ययन (GS) को लेकर कई चुनौतियाँ हैं।

उन्होंने कहा कि दरअसल GS का क्षेत्र इतना व्यापक है कि अभ्यर्थी के लिए परीक्षोपयोगी कंटेंट खोजना और
एक रूपरेखा बनाना कठिन कार्य है। अभ्यर्थियों की इस समस्या को दूर करने के लिए Vidya Prakashan Mandir के Competition Wing की eVidya टीम और Perfect Classes के संचालक विपिन कुमार पोसवाल ने GS Yodha का लेखन कार्य किया।

GS Yodha से 80-90% प्रश्न हू-ब-हू आये

MD Saurabh Jain ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि विगत 23 अगस्त से 31 अगस्त 2024 तक कुल 10 पालियों में संपन्न हुई ‘उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा’ में GS Yodha पुस्तक से 80 से 90% प्रश्न हू-ब-हू पूछे गये। इसके अलावा SSC CGL 2024 जो 9 सितंबर से शुरू हुई, उसमें भी यह Ratio बरकरार रहा। यह हमारे लिए बड़ी कामयाबी है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को विशेष रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसमें सामान्य अध्ययन और सामान्य ज्ञान के व्यापक क्षेत्र को सरल और सारगर्भित रूप में प्रस्तुत किया गया है। सही मायने में GS Yodha गागर में सागर का उदाहरण है।

GS Yodha के प्रमुख विषय

  • भारत का इतिहासः प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत के महत्वपूर्ण घटनाक्रम, प्रमुख राजवंश
    और आंदोलनों की जानकारी।
  • विश्व का इतिहासः वैश्विक ऐतिहासिक घटनाएँ, सभ्यताओं का विकास और प्रमुख युद्ध।
  • कला एवं संस्कृतिः भारत और विश्व की कला, संस्कृति, शिल्प और साहित्यिक धरोहर।
  • भारत का भूगोलः भारत के भौगोलिक विभाजन, जलवायु, खनिज संसाधन और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे।
  • विश्व का भूगोलः विभिन्न देशों की भौगोलिक विशेषताएँ, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं
    से संबंधित जानकारी।
  • पर्यावरणः पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास से जुड़े मुद्दे।
  • भारतीय राजव्यवस्थाः संविधान, भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, संघीय ढाँचा और मौजूदा
    राजनीतिक मुद्दे।
  • भारतीय अर्थव्यवस्थाः भारतीय आर्थिक विकास, बजट, योजनाएँ और नीतियाँ।
  • विज्ञानः भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के प्रमुख सिद्धांत और आविष्कार।
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीः आधुनिक विज्ञान, नवीनतम प्रौद्योगिकी और आविष्कार।
  • कंप्यूटरः कंप्यूटर के मूल सिद्धांत, इंटरनेट और सूचना प्रौद्योगिकी।
  • सामान्य ज्ञानः राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम, पुरस्कार और सम्मान।
  • विविधः विभिन्न समसामयिक मुद्दे, घटनाएँ और सामान्य जागरूकता के प्रश्न।

eVidya

Vidya Prakashan Mandir के CTO Dr Rohit Khokher ने बताया कि eVidya की ओर से प्रस्तुत पुस्तक GS Yodha में GS और GK के सभी कंटेंट को प्रतियोगी परीक्षा के बदलते ट्रेंड के अनुसार तैयार किया गया है। इसकी महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें भारत के 28 राज्यों और आठ केन्द्रशासित राज्यों की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। इसमें राज्यों के गठन, प्रमुख व्यक्तित्व, उत्सव, मेले, प्रतीक और शासकीय संरचना के बारे में विस्तृत विवरण शामिल है। इसमें दी गई जानकारी परीक्षाओं में उपयोगी होने के साथ अभ्यर्थियों के समग्र ज्ञान क्षमता को समृद्ध करती है।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए रामबाण
निःसंदेह GS Yodha उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा सहित आगामी समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए रामबाण है। जो अभ्यर्थी इसे चुनेगा, उसका लक्ष्य अवश्य सधेगा। इसे प्रतियोगी परीक्षाओं के बदलते ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है। यह सरकारी परीक्षा के सभी विषयों को कवर करती है। इसलिए पुस्तक विशेष रूप से उन अभ्यर्थियों के लिए वरदान है जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। GS Yodha में सभी विषयों को सरल और क्रमबद्ध तरीके से प्रस्तुत किया गया है, ताकि अभ्यर्थियों को सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त हो सके और अध्ययन के दौरान किसी प्रकार की कठिनाई न हो।

‘‘सलेक्शन आपका, कंटेंट हमारा’’
इस पुस्तक की उपलब्धता और सफलता दर्शाती है कि Vidya Prakashan Mandir और उनकी eVidya टीम ने प्रतियोगी परीक्षाओं की आवश्यकताओं को समझते हुए एक बेहतर अध्ययन सामग्री के रूप में प्रस्तुत किया है। ‘‘सलेक्शन आपका, कंटेंट हमारा’’ उक्ति अभ्यर्थियों में आत्मविश्वास पैदा कर उन्हें सफलता की ओर अग्रसर करती है।

Vidya Prakashan Mandir का ज्ञान रत्न GS Yodha

GS Yodha पुस्तक संपूर्ण अध्ययन सामग्री के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए व्यापक और उपयोगी मार्गदर्शक है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा की कसौटी पर खरा उतरने के बाद यह साबित हो गया कि पुस्तक सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है। इसकी व्यापक और व्यवस्थित सामग्री, प्रतियोगी परीक्षाओं की कठिनाइयों को हल करने में सक्षम है। Vidya Prakashan Mandir की पुस्तक अभ्यर्थियों की सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है।

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सूरत : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सूरत शाखा द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस IMACON SURAT रविवार को!

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सूरत के प्रमुख दिगंत शास्त्री एवं सचिव विनेश शाह ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सूरत शाखा द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस IMACON SURAT 2024 रविवार 22 सितंबर 2024 को ले मेरिडियन, डुमस रोड, सूरत में आयोजित किया गया है। इस कॉन्फ्रेंस में प्रसिद्ध डॉक्टर स्वास्थ्य के विभिन्न विषयों पर प्रेजेंटेशन देंगे, जिसमें अहमदाबाद, आनंद, सूरत के 14 विशेषज्ञ डॉक्टर अपना ज्ञान साझा करेंगे। डॉक्टरों का ज्ञान बढ़ाने और मरीजों को उच्चतम स्तर का इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। जिसमें सूरत से 550 से ज्यादा डॉक्टर हिस्सा लेंगे। इस कॉन्फ्रेंस में किसी भी तरह की चमक-दमक के बिना केवल शिक्षाविदों को
महत्व दिया जाएगा।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सूरत के प्रमुख दिगंत शास्त्री एवं सचिव विनेश शाह ने आगामी 22 सितंबर को आयोजित होने वाले कॉन्फ्रेंस IMACON SURAT 2024 के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में विभिन्न स्पेशलिस्ट के डॉक्टर अपना भाषण देंगे, जिसमें सूरत के प्रसिद्ध पेट रोगों
के डॉक्टरों का पैनल डॉ. सुभाष नंदवानी, डॉ. जिग्नेश घेवरिया, डॉ. चिंतन प्रजापति, डॉ. केयूर भट्ट, डॉ. रीतेश प्रजापति पेट संबंधी रोगों के निदान पर चर्चा करेंगे।डॉ. अनिल पटेल किडनी प्रत्यारोपण में बुनियादी देखभाल की जानकारी देंगे। आनंद के प्रसिद्ध डॉ. नयनाबेन पटेल बांझपन के इलाज में कोशिका प्रत्यारोपण की खोज के बारे में जानकारी देंगी। कैंसर में रेडियोथेरेपी में हाल ही में उन्नत उपचार की विस्तृत जानकारी डॉ. नेहा पटेल देंगी। अहमदाबाद डॉ. धैवत वैष्णव रोबोटिक अग्नाशय सर्जरी के बारे में जानकारी देंगे। डॉ. दिवाकर जैन लीवर प्रत्यारोपण पर विस्तृत जानकारी देंगे।

डॉ. प्रार्थन जोशी मूत्रविज्ञान में अभिनव टेक्नोलॉजी की जानकारी देंगे। सूरत के जाने-माने डॉ. संजय वाघानी कार्डियोलॉजी में उन्नत स्टेंट के बारे में जानकारी देंगे। डॉ. अमित गुप्ताकैंसर के बारे में जानकारी देंगे। डॉ. संदीप पटेल, साइनसाइटिस में हम क्या कर सकते हैं, इसकी जानकारी देंगे। डॉ. दीपेन भुवा मेडिकल ऑन्कोलॉजी नया क्या है? इसकी जानकारी देंगे। डॉ. शैलेश रोहित, फ्यूचर मेडिसिन में सेल थेरेपी पर प्रकाश डालेंगे। हुसैन कांचवाला डॉक्टर के लिए वित्तीय नियोजन के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए डॉ. दिगंत शास्त्री, डॉ. विनेश शाह, डॉ. प्रशांत कारिया, डॉ. विनोद सी. शाह, डॉ. हिरल शाह, डॉ. नितिन गर्ग, डॉ. दीपक तोरावाला, डॉ. हेमन्त पटेल, डॉ. हिरेन मकवाना, डॉ. प्रशांत देसाई (सीनियर), डॉ. हेतलकुमार याग्निक, डॉ. दीप्ति पटेल, डॉ. रौनक नागोरिया, डॉ. प्रफुल्ल छास्तिया, डॉ. गिरीश मोदी, डॉ. पारुल वडगामा, डॉ. रजनीकांत पटेल, डॉ. नवीन पटेल, डॉ. प्रजनेश जोशी, डॉ. योगेशकुमार देसाई, डॉ. नरेंद्र शिरोया, डॉ. मनसुख गटीवाला, डॉ. मोना शास्त्री, डॉ. जागृति देसाई, डॉ. रमेश जैन, डॉ. धर्मेश भुपतानी, डॉ. मिताली गर्ग, डॉ. सुरेन्द्र प्रजापति, डॉ. सी.बी. पटेल, डॉ. यतीश लपसीवाला, डॉ. भूपेश चावड़ा, डॉ. जगदीश वघासिया, डॉ. परेश मुन्शी, डॉ. के.एन. शेलाडिया, डॉ. हरेश भावसार, डॉ. राजीव प्रधान, डॉ. तुषार पटेल, आदि जुटे हुए हैं।

वाणिज्यक्षितिजकाअन्वेषणकरें: गुजरातबोर्डकक्षा 12 केपरिणामोंकेबादपारुलयूनिवर्सिटीमेंयूजीप्रवेशखुले

भारत, मई 2024: अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्ध पारुल यूनिवर्सिटी, गर्व से अपने प्रतिष्ठित कॉमर्स फैकल्टी के लिए प्रवेश सत्र की शुरुआत की घोषणा करता है। गुजरात बोर्ड, जीएसईबी एचएससी 2024 के परिणाम आने के साथ, विश्वविद्यालय छात्रों को वाणिज्य की गतिशील दुनिया में सफलता के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए डिज़ाइन किए गए स्नातक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की पेशकश करने के लिए तैयार है।

आज के तेजी से बदलते वाणिज्यिक परिदृश्य में, वाणिज्य का महत्व अत्यधिक है। बाजार और अर्थव्यवस्थाएं परिवर्तनात्मक परिवर्तनों का सामना कर रही हैं, जिससे एक नए प्रकार के वाणिज्यिक विशेषज्ञों की आवश्यकता है, जो विशेषज्ञता और व्यावहारिक कौशल दोनों से लैस हों। इसी के साथ, पारुल विश्वविद्यालय का वाणिज्यिक संकाय इस परिदृश्य पर केंद्रित है, और इस प्रतिमान बदलाव में अग्रणी भूमिका निभाता है, जो छात्रों को क्षेत्र में महत्वपूर्ण तत्वों की एक समग्र समझ प्रदान करता है।

पेशकश: स्नातक कार्यक्रमों की विविध रेंज

पारुल विश्वविद्यालय का वाणिज्य संकाय गर्व से प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में विशेषज्ञता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के विशिष्ट स्नातक कार्यक्रमों की पेशकश करता है, जो निम्न हैं।

लेखांकन और वित्त में बी.कॉम: यह कार्यक्रम छात्रों को महत्वपूर्ण वित्तीय प्रबंधन और लेखांकन कौशल से लैस करता है, जो वित्त और लेखा परीक्षा में करियर के लिए आदर्श है।

बैंकिंग और बीमा में बी.कॉम: छात्र बैंकिंग और बीमा के परिचालन मानकों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करते हैं, उन्हें क्षेत्र की गतिशील भूमिकाओं के लिए तैयार करते हैं।

मानव संसाधन प्रबंधन में बी.कॉम: यह पाठ्यक्रम मानव संसाधन प्रबंधन में दक्षता विकसित करता है, जो भर्ती, प्रशिक्षण और कर्मचारी संबंधों को संभालने के लिए महत्वपूर्ण है।

मार्केटिंग प्रबंधन में बी.कॉम: कार्यक्रम मार्केटिंग रणनीतियों, मार्केटिंग और ब्रांड प्रबंधन में रास्ते खोलने का गहन ज्ञान प्रदान करता है।

लेखांकन और वित्त में बी.कॉम (ऑनर्स): उन्नत पाठ्यक्रम छात्रों को कॉर्पोरेट वित्त क्षेत्रों में नेतृत्व के लिए तैयार करता है।

बैंकिंग और बीमा में बी.कॉम (ऑनर्स): भविष्य के प्रबंधकों के लिए तैयार, यह कार्यक्रम बैंकिंग और बीमा प्रथाओं के विशेष ज्ञान पर प्रकाश डालता है।

मानव संसाधन प्रबंधन में बी.कॉम (ऑनर्स): स्नातक कॉर्पोरेट या परामर्श वातावरण में मानव संसाधन संचालन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।

मार्केटिंग प्रबंधन में बी.कॉम (ऑनर्स): यह उन्नत कार्यक्रम मार्केटिंग रणनीति और उपभोक्ता व्यवहार विश्लेषण में नेताओं को आकार देता है।

शैक्षिक दर्शन: नवाचार के साथ परंपरा का सम्मिश्रण

वाणिज्य संकाय आधुनिक शैक्षणिक तकनीकों के साथ पारंपरिक शैक्षिक विधियों के संयोजन से एक संतुलित दृष्टिकोण के माध्यम से खुद को अलग करता है। यह सुनिश्चित करता है कि स्नातक न केवल अपने क्षेत्रों में अच्छी तरह से वाकिफ हैं, बल्कि प्रतिस्पर्धी व्यावसायिक परिदृश्य में सफल होने के लिए आवश्यक पारस्परिक कौशल और नैतिक आधार भी रखते हैं।

उत्कृष्टता का रिकॉर्ड: प्लेसमेंट उपलब्धियां और सम्मान

पारुल यूनिवर्सिटी की उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता उसके उत्कृष्ट प्लेसमेंट रिकॉर्ड में प्रतिबिंबित होती है, जिसमें INR 37.98 LPA का उच्चतम पैकेज है। 1000 से अधिक अग्रणी राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय निगम विश्वविद्यालय के कैंपस ड्राइव में भाग लेती हैं, जिससे विश्वविद्यालय को सम्मानित कंपनियों जैसे कि इंडिगो, डेलॉइट, टीसीएस, और अन्य बहुत से प्रतिष्ठित कंपनियों में महत्वपूर्ण प्लेसमेंट प्राप्त होता है। इस साल, विश्वविद्यालय ने वैश्विक प्लेसमेंट में 100% की अत्यधिक वृद्धि देखी है, जिसमें कई प्रस्ताव INR 10 LPA और INR 5 LPA से अधिक के ऑफर शामिल हैं।

प्रमाणीकरण एवं मान्यताएं

NAAC A++ मान्यता के साथ, पारुल यूनिवर्सिटी को प्रैक्सिस मीडिया द्वारा पश्चिमी भारत में सर्वश्रेष्ठ निजी विश्वविद्यालय के रूप में सम्मानित किया गया है और ASSOCHAM द्वारा सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय प्लेसमेंट के लिए मान्यता दी गई है। इसके अतिरिक्त, नवाचार के प्रति इसकी प्रतिबद्धता ने ARIIA में शीर्ष 50 राष्ट्रीय रैंकिंग हासिल की है।

जैसे ही प्रवेश सत्र शुरू होता है, पारुल विश्वविद्यालय इच्छुक वाणिज्य पेशेवरों को अपने वाणिज्य संकाय में शामिल होने और वाणिज्य की दुनिया में एक उज्ज्वल और समृद्ध कैरियर की ओर यात्रा शुरू करने के लिए आमंत्रित करता है।

संजीत मिश्रा: मेजा प्रयागराज से टेम्पा फ्लोरिडा अमेरिका माइल 2 साइबर सिक्योरिटी तक का अद्भुत सफर

मेजा प्रयागराज से टेम्पा फ्लोरिडा तक का अद्भुत सफर: संजीव मिश्रा बने अमेरिका में माइल 2 साइबर सिक्योरिटी में साइबर सुरक्षा के पहले भारतीय वरिष्ठ प्रशिक्षक। अग्रणी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ने वैश्विक मानकों को मेजा प्रयागराज से अंतर्राष्ट्रीय प्रशंसा तक बढ़ाया

संजीव मिश्रा की कहानी एक प्रेरणा है। भारत के मेजा प्रयागराज से निकलकर उन्होंने अमेरिका के टेम्पा फ्लोरिडा में माइल 2 साइबर सिक्योरिटी में साइबर सुरक्षा के पहले भारतीय वरिष्ठ प्रशिक्षक के रूप में इतिहास रचाया। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत और लगन का प्रमाण है, बल्कि यह भारतीय प्रतिभा की वैश्विक स्तर पर पहचान को भी दर्शाता है।

साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बढ़ती जटिलताओं को समझते हुए संजीव मिश्रा ने इस माहिर बनने का लक्ष्य रखा। उन्होंने अथक प्रयास किए और इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में गहन ज्ञान अर्जित किया। आज वह दूसरों को साइबर सुरक्षा के गुर सिखाते हुए एक सफल प्रशिक्षक के रूप में स्थापित हैं।

भारत के मेजा प्रयागराज की हलचल भरी सड़कों से साइबर फोरेंसिक और साइबर सुरक्षा में विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ बनने तक संजीत मिश्रा की उल्लेखनीय यात्रा अथक जुनून और समर्पण की कहानी का प्रतीक है। प्रयागराज में जन्मे और मुंबई में पले-बढ़े संजीत का प्रौद्योगिकी के प्रति आकर्षण कम उम्र में ही शुरू हो गया था। उन्होंने प्रोग्रामिंग और नेटवर्किंग में महारत हासिल करने में अनगिनत घंटे बिताए और जल्द ही खुद को तकनीकी दुनिया में एक विलक्षण प्रतिभा के रूप में प्रतिष्ठित कर लिया।

ज्ञान की अतृप्त प्यास और महत्वपूर्ण प्रभाव डालने की इच्छा से प्रेरित होकर, संजीत ने साइबर सुरक्षा में उन्नत अध्ययन किया, अकादमिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और अपने पेशेवर करियर के लिए एक ठोस नींव रखी। उनकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब वह एक अग्रणी साइबर सुरक्षा फर्म में शामिल हो गए, जहां उनकी विशेषज्ञता और अभिनव समस्या-समाधान कौशल पर किसी का ध्यान नहीं गया। जटिल साइबर सुरक्षा चुनौतियों से निपटते हुए और खुद को उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करते हुए, वह तेजी से आगे बढ़े।

महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और संभावित विनाशकारी साइबर हमलों को रोकने में संजीत का गहन योगदान महत्वपूर्ण रहा है। दुनिया भर के संगठनों द्वारा उनकी विशेषज्ञता की मांग की जाती है, जिसके परिणामस्वरूप लगातार उत्कृष्ट परिणाम मिलते हैं और क्षेत्र में एक अग्रणी व्यक्ति के रूप में उनकी प्रतिष्ठा मजबूत हुई है।

इसके अलावा, संजीत साइबर सुरक्षा शिक्षा के एक उत्साही वकील हैं, जो डिजिटल परिदृश्य में सुरक्षित रूप से नेविगेट करने के लिए आवश्यक कौशल के साथ व्यक्तियों को सशक्त बनाने में विश्वास से प्रेरित हैं। इस समर्पण ने उन्हें माइल2 प्लेटफॉर्म पर भारत के पहले वरिष्ठ साइबर सुरक्षा प्रशिक्षक बनने के लिए प्रेरित किया, जिसने दुनिया भर के हजारों शिक्षार्थियों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया।

अपनी व्यावसायिक उपलब्धियों के अलावा, संजीत परामर्श, साइबर फोरेंसिक मामलों, अनुपालन ऑडिट और प्रवेश परीक्षण में विशेषज्ञता में गहराई से शामिल हैं। वह वित्तीय संस्थानों और निजी फर्मों के साथ मिलकर काम करता है, साइबर सुरक्षा और आईएसओ ऑडिट पर मार्गदर्शन प्रदान करता है। एक शिक्षक के रूप में, उनके पास साइबर कानून और आईपीआर में एलएलएम है और उन्होंने कई सम्मेलन और प्रशिक्षण सत्र दिए हैं, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा पेशेवरों के ज्ञान का आधार समृद्ध हुआ है।

संजीत भारत भर के 50 से अधिक कॉलेजों में अतिथि व्याख्याता के रूप में भी काम करते हैं, वे वेबिनार में शामिल होते हैं, जिससे उन्हें प्रशंसा मिली है, जिसमें इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2023 और नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2023 में प्लेसमेंट शामिल हैं। उनके प्रमाणपत्रों और तकनीकी की व्यापक सूची कौशल क्षेत्र के प्रति उनकी विशेषज्ञता और प्रतिबद्धता को और अधिक रेखांकित करता है।

अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती और मराठी में पारंगत, संजीत की विभिन्न सांस्कृतिक सीमाओं के पार संवाद करने की क्षमता उनके प्रभाव को बढ़ाती है और वैश्विक साइबर सुरक्षा परिदृश्य में उनकी पहुंच बढ़ाती है।

संजीत मिश्रा की कहानी व्यावसायिक सफलता की कहानी से कहीं अधिक है; यह कड़ी मेहनत, नवाचार और दुनिया भर में साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के माध्यम से सपनों को वास्तविकता में बदलने की शक्ति का एक प्रमाण है।

गूगल पर सर्च करें “संजीव मिश्रा साइबर एक्सपर्ट” साइबर फोरेंसिक और साइबर सुरक्षा से जुड़ी अधिक जानकारी और सवालों के लिए उनकी मदद ली जा सकती है। 

अन्तर्राष्ट्रीय इण्डो-नेपाल टी-20 क्रिकेट सीरीज में इण्डिया-ए व इण्डिया-बी टीम ने नेपाल को हराया

2nd इण्डो-नेपाल टी-20 क्रिकेट फ्रेन्डशिप कप 2024 का आयोजन 9 अप्रैल से 12 अप्रैल 2024 तक नेपाल के पोखरा में इण्डिया टी-20 क्रिकेट एसोसिएशन के बैनर तले किया गया। जिसमें इण्डिया-ए (सीनियर) और बी (जूनियर) टीम ने नेपाल (सीनियर व जूनियर) टीम को  हराकर श्रृंख्ला अपने नाम की। 

आपको बता दें कि दोनों देशों की टीमों के बीच 3 टी-20 मैच खेले गए जिसमें इण्डिया-ए की टीम ने क्लीन स्विप करते हुए 3-0 से नेपाल-ए टीम को शिकस्त दी व इण्डिया टीम-बी ने 2-1 से नेपाल-बी को हराया। इण्डिया-ए टीम की तरफ से बलविन्दर सिंह (बेस्ट बैट्समैन ऑफ दी सीरीज) और 2 मैच में मैन ऑफ द मैच रहें। वहीं इण्डिया-ए टीम के ऑलराउन्डर मोनू सिंह ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए 28 रन बनाए व साथ ही 2 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच रहें।

 इण्डिया-बी की बात करें तो पहले मैच में अपने तेज तर्रार गेंदबाजी से नेपाली बल्लेबाजों में खौफ पैदा करने वाले शिवा तेवतिया मैन ऑफ द मैच रहें। जिन्होंने 4 ओवर में से 2 मैडन देकर 2 विकेट चटकाऐं और अपनी टीम को जिताने में मुख्य किरदार बनें। इण्डिया-बी का दूसरा मैच लो स्कोरिंग रहा और दोनों टीमों में कडी टक्कर देखने को मिली, लेकिन अंत में इण्डिया-बी ने इस मैच को गवा दिया। वही तीसरें मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी नेपाल-बी टीम मात्र 17.5 ओवर में 51 रन पर ऑलआउट हो गई। जिसमें इण्डिया-बी के पेसर युग गुप्ता ने 3.5 ओवर में 16 रन देकर 5 विकेट लेकर नेपाली टीम की कमर तोड़ दी व मैन ऑफ द मैच रहें। वहीं इण्डिया-बी की तरफ से एस. रंजन यादव ने अपनी फिरकी का जादू चलाया और 8 विकेट लेकर मैन ऑफ द सीरीज बनें व बेस्ट बैट्समैन ऋषि गुप्ता रहें।

 इण्डिया-ए के कप्तान सचिन विश्वकर्मा व इण्डिया-बी के कप्तान दीपक यादव ने सभी खिलाड़ियों को अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए धन्यवाद किया। वही इस टूर्नामेंट में सोहेल, इमरान, अर्पित कटारिया, अभिषेक लोहिया, मेघराज गुर्जर, कपिल लत्ता, दिलीप पॅवार, कुनाल, इरफान इर्मिजिंग प्लेयर रहें।  

मोनू सिंह और बलविन्दर को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए इण्डिया टी-20 क्रिकेट एसोशिएशन की ओर से 1 वर्ष की स्पॉन्सरशिप दी गई। जिसमें इन दोनों खिलाडियों का नेशनल व इंटरनेशनल टूर्नामेंट का खर्चा एसोशिएशन की तरफ से किया जायेगा।

इण्डिया टी-20 क्रिकेट एसोशिएशन के मुख्य संरक्षक यश गौड़, अध्यक्ष शिवम् गौड़, सचिव सलीम खान व कोषाध्यक्ष रोहित शर्मा ने दोनों टीम की जीत को लेकर बधाई दी और भविष्य में भी इसी तरफ इंटरनेशनल व राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिताओं का आयोजन की बात कही। जिसमें सभी प्रतिभाशाली खिलाडियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सकेगा।

आगामी मई महीने में गोवा के मडगाँव में नेशनल टी-20 क्रिकेट चैम्पियनशिप का आयोजन होने जा रहा है जिसमें सभी खिलाड़ी व कोच हमारी वेबसाईट www.t20ind.com  पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते है|

डीटीसी की साइट मे रफ हीरो की क़ीमत स्थिर रहने से हीरा उद्योग को मिली राहत!


सूरत
दुनिया मे रफ़ हीरों का व्यापार करने वाले सबसे बड़ी डायमंड ट्रेडिंग कंपनी ने अप्रैल महीने मे रफ हीरो की क़ीमत स्थिर रखने से हीरा उद्यमियों में राहत की साँस ली है। बीते कई दिनों से हीरा उद्योग में डिमांड की कमी के कारण रफ हीरो की क़ीमत और तैयार हीरो की क़ीमत में अंतर बढ़ता जा रहा था। ऐसे में डीटीसी कंपनी यदि रफ हीरो की क़ीमत बढ़ा ती या घटाती तो बाज़ार पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका थी। इसे देखते हुए डीटीसी कंपनी ने व्यापार हित मे यह फ़ैसला किया है।

हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 1 साल से अधिक लंबे समय से हीरा उद्योग में परिस्थिति अच्छी नहीं है।अमेरिका तथा यूरोप जैसे देशों में लोगों की ओर से ख़रीद घटने के कारण कट और पॉलिश्ड हीरो का निर्यात घटते जा रहा है। हीरा उद्योग को इस परिस्थिति से उभारने के लिए हीरा उद्यमी लगातार प्रयास कर रहे हैं।बीते दिनों में कट और पॉलिश्ड हीरो की डिमांड बिलकुल घट जाने के कारण क़ीमत में भी गिरावट आ गई थी। इससे हीरा उद्यमियों को नुक़सान उठाना पड़ा था। कई हीरा उद्यमियों ने ज़्यादा क़ीमत मे रफ हीरे ख़रीदे थे। उन्हें कम क़ीमत मे तैयार हीरे बेचने पड़े। हीरा उद्योग में उतार-चढाव के बीच रफ हीरो की क़ीमत भी बड़े मायने रखती है।हीरा उद्यमियों की परिस्थिति को समझते हुए रफ डायमंड कंपनियो ने भी रफ हीरो की क़ीमत में कोई ज़्यादा उतार चढ़ाव नहीं कर रही है। अप्रैल महीने मे डीटीसी कंपनी ने जारी की साइट में रफ हीरो की क़ीमत स्थिर रखी है। इससे पहले मार्च महीने में भी रफ हीरो की क़ीमत स्थिर रखी थी।
जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन विजय मंगुकिया ने बताया कि डीटीसी की साइट में कच्चे हीरो की क़ीमत में बढ़ोतरी या कमी नहीं आयी है। जो कि हीरा उद्यमियों के लिए अच्छी बात है। यदि रफ़ हीरो की क़ीमत घट जाती तो लोग तैयार हीरा भी कम क़ीमत पर माँगने लगते हैं और वह रफ हीरे की क़ीमत बढ़ी तो हीरा उद्यमियों को ऊँची क़ीमत बार रफ़ हीरे ख़रीदना पड़ता है। दूसरी ओर बाज़ार में पॉलिश्ड हीरो की क़ीमत नहीं बढ़ी है।ऐसे में महँगे रफ़ हीरे ख़रीदने से हीरा उद्यमियों को नुक़सान हो सकता है। रफ हीरो की क़ीमत स्थिर रहने से हीरा उद्योग के लिए परिस्थिति संतुलित रहेगी।

जीएसटीः ई-वे बिल बिना माल की बिक्री रोकने के लिए पैट्रोलिंग वैन की संख्या बढ़ाई!

सूरत
स्टेट जीएसटी विभाग करचोरी रोकने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहा है।सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ इन डायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम की ओर से भी टैक्स चोरों को सबक़ सिखाने के लिए आए दिनों जीएसटी के नियमों में संशोधन किए जाते हैं।जीएसटी रिटर्न से लेकर ई-वे बिल में भी अब तक कई बार नियमों में परिवर्तन आ चुका है।इसके बावजूद जीएसटी चोरी करने वाले व्यापारी अलग अलग ढंग से टैक्सचोरी करने का प्रयास करते रहते हैं।कई बार बिना बिल के ही व्यापारी माल बेच देते हैं।इस तरह कि टैक्सचोरी रोकने के लिए सूरत में सड़कों पर मोबाइल पैट्रोलिंग वैन घूमते रहती है।इस मोबाइल वैन की संख्या अब से बढ़ा दी गई है।सूरत शहर में अब तक दो पेट्रोलिंग वैन हाईवे पर और सड़कों पर से आने वाले गाड़ियों पर वाच रखते थी और यदि तक हो तो गाड़ी रुकवाकर ड्राइवरों से ई- वे बिल मांग लेते। अब से पेट्रोलिंग वैन में अधिकारियों की संख्या और गाड़ी की संख्या बढ़ा दी गई है।सूरत में बड़े पैमाने पर कपड़ा बनता है।इसलिए बिना बिल के कपड़ों की ख़रीदारी भी कई लोग करते हैं। पेट्रोलिंग वैन की जाँच के दौरान बड़े पैमाने पर कपड़े के की टैक्स चोरी सामने आयी है।इसके अलावा इलेक्ट्रिक साधन, कैमिकल भंगार आदि भी पकड़े गए हैं। जीएसटी डिपार्टमेंट बिना बिल के बेचे जाने वाले माल पकड़कर ज़ब्त कर लेता है और माल बेचने वाले से जीएसटी की रक़म तथा पेनाल्टी वसूल करता है।
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जीएसटी विभाग करचोरो के खिलाफ सक्रिय
वर्तमान वित्तीय वर्ष में एक सूरत जीएसटी डिपार्टमेंट में सूरत में 12 करोड़ रुपए से अधिक की टैक्स चोरी पकड़ी है।जीएसटी डिपार्टमेंट ने बीते दिनों बड़े पैमाने पर ट्यूशन क्लासेज, ट्रैवल एजेन्सी,होटल संचालक सहित अन्य कई व्यापारियों पर छापेमारी की थी और र करोड़ रुपए की टैक्स चोरी भी पकड़ी थी। इसके पहले डिपार्टमेंट ने बोगस बिलिंग करने वालों के ख़िलाफ़ भी मुहिम शुरू करके सूरत में डेढ़ सौ से अधिक फ़र्ज़ी व्यापारी पेढ़ियां ढूंढ निकाली थी। इनके ख़िलाफ़ अभी भी डिपार्टमेंट जाँच कर रहा हैऔर जिन लोगों ने फ़र्ज़ी व्यापारियों से बिल ख़रीदा था उनसे रिकवरी की जा रही है।