सूरत
शहर में बढ़ते कोरोना की परिस्थिति को देखते हुए मनपा सोशल डिस्टैंस पर ज़ोर दे रही है। जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉज़िटिव ज़्यादा है ऐसे क्षेत्रों में मनपा का फोकस ज़्यादा है।
रमजान पर्व शुरू होने जा रहा है। इस पर्व पर लोग समूह में होकर कोई कार्यक्रम नहीं करें इसलिए मनपा ने अपील की है। प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों से रमजान के दौरान एक साथ एक जगह पर जमा न होने की अपील की जा रही है।कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रशासन ने अपने संदेश में साफ कहा है सोशल डिस्टेंसिंग के साथ त्योहार मनाया जाए। साथ ही चेतावनी दी कि इस दौरान जरा सी लापरवाही, पूरे शहर के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है। इसलिए सोशल डिस्टैंस का पालन करें और मास्क पहनें।
मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने आगामी दिनों में रमजान पर्व के दौरान लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए एक जगह पर एकत्र होने से बचना होगा।
लिंबायत, वराछा और सेन्ट्रल ज़ोन में स्लम एरिया को क्लस्टर कन्टोनमेंट कर वहाँ रोकथाम के प्रयास शुरू किए गए है। उन्होंने कहा कि यहां आगामी दिनों में फीवर क्लीनिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर में जगह-जगह हैंड वाशिंग मशीनें रखने के प्रयास किए जा रहे हैं|
यहाँ सोशल डिस्टैंस का पालन करवाना बड़ी चुनौती!
सूरत महानगर पालिका ने स्लम क्षेत्रों में से कोरोना के मरीज मिलने के कारण वहाँ पर संक्रमण रोकने की कार्रवाई शुरू की है, लेकिन
स्लम क्षेत्रों में जनसंख्या ज्यादा होने के कारण मनपा के लिए वहां कई चुनौतियां आ सकती है। वहां सोशियल डिस्टैंस का पालन और मास्क का उपयोग करवाना मनपा के लिए कड़ी चुनौती बन सकता है।
लिंबायत, उधना और वराछा के स्लम क्षेत्रों में कोरोना के मामले सामने आने से मनपा ने इन क्षेत्रों को क्लस्टर कन्टेन्मेन्ट कर कार्यवाही शुरू की है।
सूरत के नगर आयुक्त बंछानिंधि पाणि ने कहा कि अब तक कोरोना के पॉज़िटिव मामलों मे लिंबायत ज़ोन में सबसे अधिक पॉज़िटिव 178 हैं। फिर सेंट्रल जोन और फिर वराछा ए में 52 मामले पाए गए हैं। जबकि उधना में 39 मामले सामने आए हैं। कोरोन के केस लिम्बायत, उधना और वराछा के स्लम इलाकों में मिले हैं।