ऑक्सीजन की आपूर्ति पर सरकार के प्रतिबंधों ने चैम्बर सहित औद्योगिक संगठनों द्वारा सेवा उद्देश्यों के साथ चलाए जाने वाले ऑक्सीजन बैंक के संचालन को बाधित कर दिया है। अग्रिम भुगतान किए जाने के बावजूद ऑक्सीजन के सिलिण्डर नहीं मिल रहे हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ऑक्सीजन की सिलिण्डर की कमी को दूर करने के उपायों की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सचिन के साथ-साथ चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित विभिन्न औद्योगिक संस्थाओ ने घर में क्वारंटाइन में उपचार कर रहे रोगियों को मुफ्त ऑक्सीजन की सिलिण्डर देने के लिए एक ऑक्सीजन बैंक की स्थापना की है, लेकिन सरकार
तीन-चार दिन से ऑक्सीजन की आपूर्ति को नियंत्रित कर रही है। इसके कारण यह संस्थाएँ ऑक्सीजन नहीं खरीद सकती।
देश में जंपो ऑक्सीजन सिलेंडर (46.7 लीटर) निर्माता केवल 3 से 4 है। यह सब निर्यात करते है। वर्तमान में, भले ही पहले से भुगतान करके ऑक्सीजन की सिलिण्डर खरीदना हो तब भी सिलिण्डर उपलब्ध नहीं हैऑक्सीजन की आपूर्ति सरकार द्वारा नियंत्रित की जा रही है।
चैम्बर ने हाल ही में 100 बोतलों का एक ऑक्सीजन बैंक लॉन्च किया था, जिसे 500 बोतलों तक विस्तारित करने की योजना है, लेकिन प्रतिबंधों के कारण, ऑक्सीजन बैंक प्रणाली ध्वस्त होने की कगार पर है, इसलिए चैम्बर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख सिलिण्डर की खरीद सरल बनाए।