राज्यसभा के चुनाव के ठीक पहले गुजरात कांग्रेस को अपने विधायकों से तीन इस्तीफ़े मिल चुके हैं।फिर भी इससे पार्टी के हौसले पस्त नहीं हुए है। पार्टी अपनी ओर से हर संभव प्रयास कर रही है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि राज्यसभा चुनाव में उसकी दो सीटें आएंगी और इसके लिए उसे सिर्फ एक वोट की आवश्यकता है।वह इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
कांग्रेस से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि दूसरी सीट कांग्रेस एक वोट दूर हैं जो कि पाने के लिए वह प्रयासरत है। उन्होंने बीते सालों में राज्यसभा में अहमद पटेल केस का उदाहरण दिया और यह भी कहा कि हम संख्याबल पर काम कर रहे हैं।
इस दौरान राज्यसभा के चुनाव के समय ही एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने शंकर सिंह वाघेला से गुजरात एनसीपी का प्रमुख पद ले लिया है। एक बार गुजरात एनसीपी का नेतृत्व जयंती बोस्की को सौंप दिया गया है।
राज्यसभा के चुनाव में एनसीपी ने गुजरात कांग्रेस को समर्थन दिया है। महाराष्ट्र में अपने गठबंधन सरकार का लाभ लेने के लिए कांग्रेस जोर लगा रही है। विधायक कांधल जाडेजा ने पहले से ही भाजप को मत देंगे यह घोषणा कर दी है। अब यह देखना होगा कि वह पार्टी का आदेश मानेंगे या को भाजपा को वोट देंगे। यदि वह ओर्डर नहीं मानते तो सस्पेंड होने का भय है।