दो दिन से ज्यादा बढ रहे कोरोना के मरीज,बढ़ी चिंता!

Spread the love


सूरत
सूरत में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ रही है। मनपा कमिश्नर ने भी इस पर चिंता व्यक्त की। गुरूवार को 40 से अधिक मरीज के बाद शुक्रवार को फिर से 43 नए मरीज आए। इसके साथ कुल पॉजिटिव केस की संख्या 1476 पर पहुंच गई। इसके साथ ही एक की मौत हो जाने के कारण कुल मौत का आंकड़ा 66 पर पहुंच गया।


मनपा कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बीते दो दिनों से कोरोना पॉजिटिव मामले बढ रहे है। कुछ दिनो पहले 30 के आसपास मामले आ रहे थे वह दो दिन से 40 के पार आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरुवार को जो केस मिले उसमें सबसे ज्यादा लिंबायत जोन से 11, उधना से सात, कतारगाम से सात, वराछा ए में नौ और सेन्ट्रल जोन के पांच पॉजिटिव मामले हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या अब तक 1000 के ऊपर पहुंच गई है। सूरत में कोरोना से मृत्युदर 4.5 प्रतिशत है। जबकि रिकवरी रेट भी 68.6 प्रतिशत पर पहुंच गया है। ‌‌उन्होंने बताया कि मनपा द्वारा फिलहाल एपीएक्स पध्दति से सर्वे किया जा रहा है। उसमें अभी तक ब्लड प्रेशर के 7934, हाइपरटेंशन के 1500, डायबिटिज के 7510 तथा अन्य बिमारी के 350 लोग मिले। 

कपड़ा ब्रोकर ने आर्थिक समस्या से आत्महत्या की
अडाजण के युवा कपड़ा ब्रोकर ने कल रात फासी लगा कर आत्महत्या कर ली। लॉकडाउन के कारण बीते कई दिनो से आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे थे। इस कारण उन्होंने आर्थिक समस्या के कारण यह कदम उठाया ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है।
न्यू सिविल से मिली जानकारी के अनुसार अडाजण में सरस्वती विद्यालय के पास अभय अपार्टमेंट में रहने वाले 42 वर्षीय संजयभाई शोभराज बतानी की गुरूवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।


संजयभाई के एक परिचित ने कहा कि संजयभाई रिंग रोड के कपड़ा बाजार में कपड़ा ब्रोकरेज कारोबार से जुड़े थे। दो महीने से लॉकडाउन होने से कारोबार बंद होने  के कारण वह आर्थिक परेशानी में था। इसलिए आर्थिक संकट के कारण उन्होंने फांसी लगा ली ऐसी आशंका है। अडाजण पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू की है।


उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन मे दो महीने तक व्यापार उधोग बंद होने के कारण सभी कारोबारियों की हालत खराब हो गई है। कई लोग बुरी तरह से आर्थिक संकट में फंस हए हैं। लॉकडाउन के कारण कई लोगों ने डिप्रेशन की शिकायतें भी डॉक्टर्स से की है। कुछ लोग डिप्रेशन दूर करने को दूर करने के लिए योग आदि का सहारा ले रहे हैं। यदि लॉकडाउन और बढता है तो लोगों की समस्या और बढ सकती है।