सूरत शहर और जिले में मंगलावर की शाम सात बजे तक कोरोना के 178 नए मरीज दर्ज हुए। इसमें शहर क 152 और ज़िले के 26 मरीज है।अब तक शहर में कुल 3529 संक्रमित मामले आ चुके है, जबकि ज़िले में 267 मामले दर्ज हुए है।कुल मिलाकर शहर और ज़िले में 3896 संक्रमण के मामले दर्ज हुए है।
शहर और ज़िले में कुल पाँच लोगों की मौत के साथ मौत का आँकड़ा 147 पर पहुँच गया है। इनमें से 141 सूरत शहर और 6 ज़िले के है।बताया जा रहा है कि मंगलावर को शहर में 57 और जिले में 11 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल 2507 लोगों ठीक हो चुके है। इसमें 220 ज़िले से है।
सूरत शहर में सबसे ज़्यादा केस कतारगाम ज़ोन म 50, वराछा ए में 26, वराछा बी में 17, अठवा में 12 रांदेर में 24 उधना में 3 और लिंबायत में 16 केस दर्ज हुए। शहरी क्षेत्र के जिन तीन लोगों की मोत हुई वेडरोड के 71 वर्षीय वृध्द, अडाजण के 82 वर्षीय वृध्द तथा 50 वर्षीय कापोद्रा की वृ्द्धा शामिल है।
कोरोना पर क़ाबू पाने के लिए क्या है मनपा का प्लान?
कोरोना पर काबू पाने के लिए प्रशासन की ओर से एआरएक्स पद्धति के तहत काम किया जाएगा।
इस पद्धति में डोर टू डोर सर्वे करके सर्दी खांसी और बुखार जैसे लक्षण वालों के घर के बाहर ए लिख दिया जाएगा। जो पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित हो और बुजुर्गों उनके घर के बाहर पी और दोनों में से एक भी ना हो तो उनके घर के आगे एक्स लिख दिया जाएगा।
अभी तक इस पद्धति का अमल लिंबायत जॉन में किया गया। अब पूरे शहर में किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य जो लोग पहले से ही बीमारी से पीड़ित हैं। बुजुर्ग हैं ऐसे लोगों की पहचान करना है। ताकि उनका इलाज जल्दी हो सके।
कोरोना की दवा बनाने का दावा
कोरोना को लेकर जहां दुनिया के बड़े बड़े देश दवाइयों को खोजने का प्रयास कर रहे हैं। वही भारत में पतंजलि ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना का मात देने वाली दवाई बना लेने का दावा किया है।
मीडिया सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार अब तक केरोना के कारण दुनिया में लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं और बड़ी तादाद में लोगों की जान जा चुकी है। दुनिया के कई देश इसकी दवा ढूंढने के प्रयास में लगे हुए हैं। मीडिया के अनुसार वही बाबा रामदेव ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोनावायरस की दवाई ढूंढ निकाली है।
आयुर्वेदिक आधार पर बनी इस दवाई का नाम कोरोनील है। बताया जा रहा है कि अब तक 100 लोगों पर दवाई का टेस्ट किया जा चुका है 3 दिन के अंदर 65% का रिजल्ट नेगेटिव आया है। इस बारे में बाबा रामदेव ने अपने ट्विटर पर भी जानकारी दी है।
उनका कहना है कि इस दवाई को पूरे रिचार्ज के साथ तैयार किया गया है। इस दवाई के कारण 100% रिकवरी रेट है और डेथ रेट शून्य है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास इस दवा से जुड़े सभी सवालों का जवाब है।
यह दवाई 1 सप्ताह के बाद मेडिकल स्टोर में उपलब्ध हो जाएगी।इसके अलावा एक एप्लीकेशन भी लॉन्च किया जाएगां जिसकी मदद से यह दवाई लोगों के घर तक पहुंचा दी जाएगी। इस दवा का सॉन्ग पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट हरिद्वार और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस जयपुर द्वारा किया गया है।