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कोरोना संक्रमण को लेकर डबल्यूएचओ ने ऐसी बात कह दी है कि जो सच में किसी का भी दिमाग खराब करने के िलए काफी है। दरअसल बात ऐसी है कि डबल्यूएचओ ने यह कहा है कि कोरोना से ठीक होने वालों के लिए इस बात कि कोई गारंटी नहीं है कि कोरोना उन्हें वापिस नहीं होगा।
संयुक्त राष्ट्र ने जो लोगो कोरोना से ठीक हो जा रहे हैं उन्हें कोरोना से ठीक होने का प्रमाणपत्र दिए जाने पर चेतावनी देते हुए कहा है कि यह रोग दोबारा लौट सकता है। डबल्यूएचओ ने इश बारे में सरकारों को भी चेता दिया है।
डबल्यूएचओ का कहना है कि जो लोग कोरोना से ठीक हो जाते हैं उनमें वायरस एन्टिबॉ़डिज होते हैं। इसके बावजूद उनके रक्त में कोरोना का मुकाबला करने की क्षमता कम होती है। दक्षिण अफ्रीका में हाल में ही चिली में कोरोना से ठीक हुए लोगों को कोरोना सर्टिफिकेट दिए जाने की बात है इससे संबंधित व्यक्ति ठीक है और उसकी रोग प्रतिकारक शकित ठीक है यह साबित होगा। डबल्यूएचओ ने कहा कि एन्टबॉडी के बारे में उनका अभ्यास जारी है। अभी तक दुनिया में कोरोना के वायरस से लगभग 28,31, 590 लोगों को संक्रमण लग चुका है। इसमें 197000 लोगों की मौत हो चुकी है और आठ लाख से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं।
इन शर्तों के साथ यह लोग खोल सकते हैं दुकान
कोरोना वायरस को रोकने के लिए देश में लगे लोग डाउन को एक महीना बीत चुका है , व्यापार धंधे बंद होने के कारण कई राज्यों में से लोग केन्द्र सरकार से व्यापार धंधा शुरू किया जाने की माँग कर रहे थे ।ऐसे में केंद्र सरकार ने शुक्रवार की देर रात एक परिपत्र घोषित किया उसमें कई दुकानों को शनिवार से कुछ शर्तों के साथ खोलने की छूट दी है ।
मिली जानकारी के अनुसार जो परिपत्र जारी किया गया है उसमें महानगरपालिका और नगरपालिका के सीमा के बाहर हो ऐसी दुकानें खुल सकती हैं ।शहरी क्षेत्र में शॉपिंग मॉल और शॉपिंग सेंटर खोलने की छूट नहीं दी गई हालांकि, नगरपालिका की सीमा में निवासी क्षेत्रों के आसपास के छोटी-छोटी दुकानें खोल सकते हैं ।गृह मंत्रालय ने इस आदेश के साथ कुछ भी पालन करने का है जैसे कि इन दुकानों में सिर्फ 50% स्टाफ़ ही काम कर सकेंगे साथ ही इन दुकानों के संचालकों के पास राज्य या केंद्र शासित सरकारों के पास रजिस्ट्रेशन होना चाहिए