सूरत
जहां एक ओर कोरोना को लेकर प्रशासन चिंतित है, वहीं दूसरी ओर कई लोगों की रोग को लेकर लापरवाही सब के लिए सिरदर्द का कारण बन गई है|
शहर के कमेला दरवाजा के क्षेत्र में हनुमान मंदिर में बाहर से आए साधु का कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आया है, लेकिन रिपोर्ट आने के पहले वह शहर छोड़ चुके थे।यह जानकारी प्रशासन को मिलने के बाद प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने उन्हें ढूढ्ने का प्रयास शुरू कर दिया है।
शेषमणिलाल मणिप्रसाद द्विवेदी (40 वर्ष )( बुरहट्टा,सतना, मध्य प्रदेश) पिछले कुछ दिनों से शहर के न्यू कमेला दरवाज़ा क्षेत्र में हनुमान मंदिर में आए थे। उन्हें सर्दी, खांसी की तकलीफ़ होने के कारण सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गत 12 मई को उनका कोरोना का मेडिकल टेस्ट किया गया था। 13 मई को साधु शेषमणिलाल की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई।
इसके पश्चात स्थानीय क्षेत्र मे कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए, मनपा के स्वास्थ्य विभाग की एक टीम साधु शेषमणिलाल को लेने के लिए तुरंत हनुमान मंदिर के लिए रवाना हुई। लेकिन साधु नहीं मिले। स्वास्थ्य टीम ने मंदिर के महाराज महेंद्रसिंह राजपूत से पूछताछ की तो पता चला कि जिस शाम उन्होंने ब्लड सैंपल दिया था, उसी दिन साधु ने मंदिर को कहीं जाने के लिए छोड़ दिया था।
इसके बाद, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुरंत निगम के उच्चअधिकारियों को इस बारे में सूचित किया और उसके बाद आज पुणे पुलिस स्टेशन में साधु शेषमिण लाल के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। पुलिस कर्मी एस.एन. सागारिका ने कहा कि साधु शेषमणिलाल की तलाश की जा रही है। उनका मोबाइल फोन वर्तमान में बंद है और उनके परिवार से संपर्क किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पहले भी इस तरह से कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद भी कुछ लोग लापरवाही कर रहे थे उनके ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जा रही है।