सूरत
लिंबायत में जिस तरह कोरोना बढ़ते जा रहा है उसके कारण प्रशासन की चिंता खूब बढ़ गई है ।रविवार को पूरे शहर में कोरोना के 19 मामले आए थे, जिसमें की नौ लिंबायत जॉन के थे ।अब तक शहर में कोरोना के 657 मामले सामने आ चुके हैं।इनमें से ढाई सौ मामले लिंबायत के हैं ।लिंबायत में इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं आंकड़ों ने प्रशासन की नींद हराम कर दी है ।प्रशासन ने लिंबायत में डोर टू डोर सर्वे करने के लिए 100 और टीमों को उतारने का फैसला किया है ।
लिंबायत मे मानदरवाजा मे अधिक केस
आपको बता दें कि लिंबायत के मान दरवाजा क्षेत्र में एक साथ 80 से अधिक लोगों को कोरोना पॉजिटिव आया था, जिसमें एक ही समाज के कई लोग थे ।अब प्रशासन चाहता है कि लिंबायत के क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण नहीं बढे ।इसलिए प्रशासन ने एहतियात के कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ।कई स्लम क्षेत्रों में पालिका ने फीवर क्लीनिक बनाए हैं और कई क्षेत्रों में सामाजिक अग्रणी लोगों की मदद से लोगों को सामाजिक डिस्टेंस का पालन करने और मास्क पहनने के लिए समझाया जा रहा है ।इसके बावजूद लिंबायत में बढती मरीजों की संख्या में प्रशासन के लिए दिक्कत खड़ी कर दी है ।
स्लम क्षेत्र बने मनपा की मुसीबत
आपको बता दें कि लिंबायत के अलावा वराछा जोन सेंट्रल जोन आदि में जो क्षेत्र हैं उनके लिए मनपा विशेष फोकस कर रही है ।मनपा का कहना है कि स्लम क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए उन्होंने पूरा जोर लगा दिया है । स्लम क्षेत्रों में फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं ।डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है इसके अलावा कई क्षेत्रों के आगे तो बैरिकेड लगाकर उनके जाने आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।वहां पर मनपा के अधिकारी रजिस्टर लेकर बैठे हैं और वहां आने-जाने वालों के नाम भी रजिस्टर्ड कर रहे हैं ।फिलहाल मनपा की प्राथमिकता क्षेत्रों में से किस तरह रोका जाए इस पर है।
क्ल्स्टर क्षेत्रों मे सुपर स्प्रेडर का टैस्ट बढाया
रविवार को पालिका कमिश्नर ने कहा कि क्लस्टर क्षेत्रों में कोरोना फैलाने वाले सुपर स्प्रेडर जैसे कि सब्जी विक्रेता आदि के टेस्ट बड़ी संख्या में किए जा रहे हैं ।क्योंकि इन्हीं के माध्यम से करो ना तेजी से फैल रहा है ।सोमवार और आगामी दिनों में भी उनके टेस्ट जारी रहेंगे ।कमिश्नर का कहना था कि सर्विलेंस में अभी तक 149 टीमें काम कर रही है इसमें 100 का इजाफा करने से 249 टीमें सर्विलेंस में हो जाएंगी ।इंचार्ज जंतु नाशक अधिकारी वाघोडिया और डॉक्टर दिनेश पटेल को लिंबायत जॉन की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।