शहर में कोरोना के हालात अनियंत्रित होते जा रहे है। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य की आरोग्य अग्र सचिव रवि स्वयं सूरत नरी़क्षण के लिए पहुंची। सूरत में शनिवार को को कोरोना के 95 नए मामले सामने आए। अभी तक कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 3113 पर पहुँची है। शनिवार को चार लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 123 पर पहुँच गई।
अभी तक कुल 2113 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। जिन चार लोगों की शनिवार की मौत हुई उसमें 79 वर्ष के वराछा निवासी वृद्ध को कोरोना के साथ हाइपर टेंशन भी था। 64 वर्षीय वेडरोड के वृध्द कोरोना के साथ ब्लड प्रेशर था।55 वर्षीय कतारगाम निवासी कोरोना और ब्लड प्रेशर था। पांडेसरा के 52 वर्षीय वृध्द को डायबिटीज़ तथा कीडनी की बिमारी थी।
हालाँकि इन सब के बीच सूरत के लिए राहत की बात यह है कि सूरत का डिस्चार्ज रेट सबसे अधिक है। सूरत में अब कतारगाम ज़ोन में कोरोना क मरीज बढ रहे है। इनमें हीरा श्रमिकों की संख्या ज़्यादा है।
सूरत में ज़ोन के अनुसार बात करें तो सेंट्रल में 419,वराछा ए में 345, वराछा बी में 139,रांदेर में 180,कतारगाम में 720, लिंबायत में 817,उधना में 338और अठवा मे 137 मरीज दर्ज हुए है। पूरे गुजरात में 24 घंटे में 539 नए केस दर्ज हुए। इनमें 535 स्वस्थ हुए। 20 की मौत हो गई।
सूरत के कपड़ा व्यापारी साड़ी और ड्रेस के साथ भेज रहे कोरोना किट
सूरत के कपड़ा व्यापारी अब साड़ी और ड्रेस के पार्षल के साथ कोरोना सेविंग किट भी अपने ग्राहकों को भेज रहे हैं। सूरत में लोक डाउन के बाद धीरे-धीरे कारोबार गति पकड़ने लगा है। ऐसे में सूरत की कपड़ा व्यापारियों ने मार्केटिंग समझो या अपनी जिम्मेदारी इन दोनों के तहत ही अन्य राज्यों के पार्षल में कोरोना सेविंग भी भेजना शुरू कर दिया है।इस किट में मास्क, सैनिटाइजर और ग्लब्स होता है।
प्रत्येक पार्सल में एक एक किट भेजी जा रही है फिलहाल कारोबार सुचारू ढंग से तो नहीं शुरू हो सका है लेकिन, जितना भी व्यापार शुरू हुआ है। उसमें सूरत के कपड़ा व्यापारियों ने एहतियात के तौर पर अन्य राज्यों के व्यापारियों को पार्सल में कीट भेजना शुरू कर दिया है।
ऐसे ही एक कपड़ा व्यापारी सम्राट पाटिल ने बताया कि जब से लॉकडाउन के बाद जबसे कारोबार शुरू हुआ है और अन्य राज्यों के पार्सल जा रहे हैं। उन्होंने अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए ग्राहकों को कोरोनावायरस सेविंग किट देने की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि उनके यहां जो भी ग्राहक आता है पहले उसे सैनिटाइजर टनल से होकर गुजरना पड़ता है।
इसमें सेनीटाइज होने के बाद उसका टेंपरेचर देखा जाता है। बाद में जब वह माल खरीदी कर या बिना माल खरीदे जाने लगता है तो उसे एक किट दी जाती है। जिसमें कि एक सेनेटाइजर नेता की बोतल एक ग्लब्स और एक मास्क होता है। इसके अलावा वह अन्य राज्यों में जो पार्सल भेजते हैं उसमें भी ग्लब्स, मास्क और सैनिटाइजर की बोतल होती है।
ताकि इसे खोलने वाला भी सुरक्षित रहे। इसके अलावा उनके यहां से जो कपड़े भेजे जाते हैं उन्हें भी सेनेटाइज किया गया रहता है। सूरत के कई व्यापारियों ने इस तरह से अपने पार्षल को सुरक्षित करने की व्यवस्था शुरू की है।