होंगकोंग कस्टम डिपार्टमेंट ने बीते सप्ताह मिली गुप्त जानकारी के आधार पर आठ हीरा कंपनियों के संचालकों के ठिकानों पर छापा मारा था। इन कंपनियों से बड़े पैमाने पर जब्त दस्तावेजों की जांच करने पर बड़ी रक़म की मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका के चलते एक मिलियन डॉलर की संपत्ति जप्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।हांगकांग कस्टम विभाग ने छापेमारी की यह कार्यवाही भारत कस्टम विभाग से मिली जानकारी के बाद की है।
भारतीय कस्टम डिपार्टमेंट और हांगकांग के कस्टम डिपार्टमेंट में अपने आपसी सूचना आदान-प्रदान के माध्यम से एक बहुत बड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले का पर्दाफाश किया है। मिली जानकारी के अनुसार हांगकांग से भारत स्थित स्पेशल इकोनामिक जोन में नेचुरल हीरे बात कर सिंथेटिक हीरे मांगे जा रहे थे। इस मामले में जांच पड़ताल के बाद चार लोगों को हांगकांग में गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीआरआई विभाग ने बीते दिनों स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन के एक यूनिट पर जांच की थी जिसमें की भारत से विदेशी मुद्रा भेजने के लिए विदेश से प्राकृतिक हीरो के आड़ में सिंथेटिक हीरे हांगकांग से मांगे जा रहे थे।100 प्रतिशत अधिक राशि से मंगाए गए सिंथेटिक हीरे लोकल मार्केट में बेच दिए जाते थे। बताया जा रहा है कि सेज स्थित हीरा कंपनी विदेश से सिंथेटिक हीरे मंगा कर उनकी जगह पर प्राकृतिक हीरो की कीमत का भुगतान कर रही थी। इतना ही नहीं कंपनी की ओर से विदेश में जो ज्वेलरी का निर्यात किया जा रहा था उसका पेमेंट भी बहुत कम आया था।
यह कंपनी अलग-अलग डमी बैंक खातों से रुपए एक बैंक खाते में जमा करती थी और उसी के माध्यम से विदेश में पेमेंट करती थीं जांच पड़ताल के बाद भारत में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस सिलसिले मेंहांगकांग की कंपनियों को भी नोटिस दी गई है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले हांगकांग स्थित कंपनियों की जांच करने के लिए वहां भी डीआरआई ने जांच पड़ताल की थी। अब तक की जाँच मे 65 मिलियन डॉलर के कालाधन को सफ़ेद किए होने की जानकारी सामने आ रही है।