हीरा श्रमिकों की मीटिंग श्रम विभाग के साथ 19 मार्च को

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सूरत

सूरत के हीरा उद्योग में चल रही मंदी के कारण बड़ी संख्या में श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं और अपर्याप्त काम मिलने के कारण उन्हें आर्थिक संकट के दौर से गुजरना पड़ रहा है। बीते 2 साल से हीरा उद्योग में स्थिति लचर होने के कारण हीरा श्रमिकों के लिए जीवन व्यापन करना भी मुश्किल हो गया है। राज्य सरकार से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी जब कोई बात नहीं बनी तो डायमंड वर्कर यूनियन ने हड़ताल के लिए चेतावनी दी थी। इसे ध्यान में रखते हुए श्रम विभाग ने डायमंड वर्कर यूनियन तथा हीरा संगठनों को आगामी 19 तारीख को मीटिंग के लिए बुलाया है।

मीटिंग में चर्चा विचरणा कर इस मामले का सुखद प्रयास लाने का प्रयास किया जाएगा। हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत के हीरा उद्योग में लंबे समय से मंदी का दौर चल रहा है। विदेश में कट और पोलिश्ड हीरो की मांग कम होने के कारण सूरत के उद्यमियों को भी जॉब वर्क कब मिल रहा है। इसके चलते कई यूनिटों में उत्पादन 50% घटा दिया गया है तो कई यूनिट दिवाली के बाद खुले नहीं है। इसका सीधा असर हीरा श्रमिकों के रोजी-रोटी पर पड़ा है। बड़ी संख्या में हीरा श्रमिक बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। वहीं जो श्रमिक काम कर रहे हैं उनका वेतन भी 50% से अधिक काम हो गया है। हीरा श्रमिकों को आर्थिक दिक्कत से गुजरना पड़ रहा है। दिवाली के बाद बड़ी संख्या में हीरा श्रमिक अभी तक गांव से लौटकर नहीं आए।

डायमंड वर्कर यूनियन ने हीरा श्रमिकों के लिए राज्य सरकार से आर्थिक पैकेज की मांग भी की थी लेकिन उन्हें उत्तर नहीं मिला। संगठन का आरोप है की मंडी के कारण 2 साल में 50 से अधिक हीरा श्रमिकों ने जान दे दी। इसके बावजूद अभी तक उनके लिए कोई योजना नहीं घोषित की गई है तो कुछ दिनों पहले ही डायमंड वर्कर यूनियन ने 30 मार्च को हड़ताल की चेतावनी दी थी। इसे ध्यान में रखते हुए श्रम विभाग ने डायमंड वर्कर यूनियन तथा हीरा संगठनों को मीटिंग के लिए आगामी 19 तारीख को बुलाया है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही राज्य सरकार ने भी हीरा श्रमिकों के लिए मदद का आश्वासन भी दिया है और जल्दी ही इसके लिए पॉलिसी भी बनाने की बात कही है। इसके बाद में हीरा श्रमिक अपनी बात पर अडे है। हालांकि ऐसी चर्चा है कि डायमंड वर्कर यूनियन की चेतावनी के बाद ही राज्य सरकार हरकत में आई है और मेरा खलीफा को आश्वासन भी दिया गया है।