सूरत
सूरत में शुक्रवार को कोरोना के नए 43 पॉजिटिव मामले के साथ अब तक कुल 1476 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं। इनमें आज एक मौत के साथ कुल मृतांक 66 पर पहुंच गया है।
शुक्रवार को जो 43 मामले आए उसमें सबसे ज्यादा 11 लिंबायत जोन के हैं। सूरत में अब तक 1476 मामलों में लिंबायत में सबसे अधिक 525 मामले है। लिंबायत के बाद सेन्ट्रल जोन मे 197 और कतारगाम क्षेत्र में भी कोरोना के पीडितों की संख्या अधिक है। मनपा कमिश्नर ने बताया कि शहर में अब तक 83 कन्टेनमेंट जोन है इनमें लिंबायत जोन में सबसे ज्यादा कन्टेनमेन्ट है।
कोरोना के ज्यादा गंभीर केसो में पचास प्रतिशत मामले सिर्फ लिंबायत से हैं। कोरोना के मरीज भी वहीं से ज्यादा बढ़ रहे हैं। लिंबायत के स्लम क्षेत्रों में बढ रहे केसो को रोकने के लिए मनपा ने फीवर क्लीनिक और मोबाइल क्लीनिक भी शुरू किया है। बीते दिनो लिंबायत के मानदरवाजा टेनामेन्ट क्षेत्र से बड़ी संख्या में केस सामने आए थे।
कपड़ा ब्रोकर ने आर्थिक समस्या से आत्महत्या की
अडाजण के युवा कपड़ा ब्रोकर ने कल रात फासी लगा कर आत्महत्या कर ली। लॉकडाउन के कारण बीते कई दिनो से आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे थे। इस कारण उन्होंने आर्थिक समस्या के कारण यह कदम उठाया ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है।
न्यू सिविल से मिली जानकारी के अनुसार अडाजण में सरस्वती विद्यालय के पास अभय अपार्टमेंट में रहने वाले 42 वर्षीय संजयभाई शोभराज बतानी की गुरूवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
संजयभाई के एक परिचित ने कहा कि संजयभाई रिंग रोड के कपड़ा बाजार में कपड़ा ब्रोकरेज कारोबार से जुड़े थे। दो महीने से लॉकडाउन होने से कारोबार बंद होने के कारण वह आर्थिक परेशानी में था। इसलिए आर्थिक संकट के कारण उन्होंने फांसी लगा ली ऐसी आशंका है। अडाजण पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन मे दो महीने तक व्यापार उधोग बंद होने के कारण सभी कारोबारियों की हालत खराब हो गई है। कई लोग बुरी तरह से आर्थिक संकट में फंस हए हैं। लॉकडाउन के कारण कई लोगों ने डिप्रेशन की शिकायतें भी डॉक्टर्स से की है। कुछ लोग डिप्रेशन दूर करने को दूर करने के लिए योग आदि का सहारा ले रहे हैं। यदि लॉकडाउन और बढता है तो लोगों की समस्या और बढ सकती है।