लॉकडाउन में आपस में ही लड़ रहे घर वाले – घरेलू हिंसा की शिकायतें बढ़ी

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डेस्क
लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा बढ जाने की जानकारी सामने आ रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग को लॉकडाउन के बाद से अब तक 24 मार्च से 1 अप्रैल तक घरेलू हिंसा की 69 शिकायतें मिली है।
राष्ट्रीय महिला आयोग को महिलाएँ मेल कर शिकायतें दर्ज करवा रही हैं। उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता या डर लगने के कारण वह यह रास्ता अपना रही हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी से अनुसार इन दिनों देश में कोरोना वायरस का असर होने के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। लोगों को बाहर नहीं निकलने की कड़ी सूचना दी गई है। बेवजह घर से निकलने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की सूचना दी गई है। ऐसे में महिलाओं की ओर से शिकायतें बढ गई है! लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग को कुल 260 के क़रीब शिकायतें मिली। इनमें से 69 घरेलू हिंसा की है। बताया जा रहा है कि सामान्य दिनों से कई गुना ज़्यादा है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर लोग घरों में ही रहते हैं ।इसलिए छोटी-छोटी बात को लेकर बहस होने पर भी कभी-कभार हिंसा तक बात पहुंच जाती है ।इन्हीं कारणों से लॉकडाउन के दौरान हिंसा बढ़ी होनी की संभावना है।
अभी तो लॉकडाउन समाप्त होने में 9दिन शेष बचे हैं |ऐसे में हिंसा के मामले और बढ़ने की आशंका बताई जा रही है |हालांकि प्रशासन की ओर से लोगों से लोग डाउन के दौरान शांतिपूर्वक रहने की अपील की गई है |आपको बता दें कि देशभर में कोरोना के कारण लोक घोषणा की गई है जोकि 14 अप्रैल तक चलगा ।
प्रशासन ने भी कोरोना से लड़ने की सारी तैयारियां कर रखी है अभी तक देश में कोरोना के कारण 2500से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं ।महाराष्ट्र सबसे आगे है इसके बाद केरला का नंबर आता है ।गुजरात में भी कोरोना के कारण अब तक 7 मौत हो चुकी है ।केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर कोरोनी के खिलाफ लड़ाई में बड़ी गंभीरता से आगे बढ़ रहे हैं ।देश ही नहीं विदेशों में भी कोरोना का कहर बरस रहा है ।अब तक 10 लाख से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं अभी भी आगे बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।