बिन आवश्यक सेवाओं को बंद करने से सड़कों पर सन्नाटा, लोग घरों में कैद सूरत। कोरोना ने लोगों की आज़ादी पर पाबंदी लगा दी है। हर जगह बंद होने के कारण लोग बाहर नहीं निकल रहे। कोराना की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भले ही 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया हो, लेकिन सूरत मनपा और जिला प्रशासन की ओर से अब तक के उठाए गए क़दमों से शनिवार को शहर में अघोषित लॉकडाउन जैसा माहौल देखने मिला। अनावश्यक सेवाओं को 31 मार्च तक बंद किए जाने के साथ ही अब औद्योगिक इकाइयों में भी स्वेच्छा से बंद किया जा रहे है। जिससे शहर में चारों ओर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। प्रशासन के प्रतिबंध और लोग जागरूकता के प्रयासों के कारण भी लोग अनवायश्य घरों से बाहर निकलना टाल रहे हैं। कोराना को लेकर राज्य सरकार की ओर से पहले ही 29 मार्च तक शहर के स्कूल कॉलेजों समेत के शिक्षा संस्थानों, मॉल , मल्टीप्लेक्स, गार्डन आदि को बंद कर दिया गया था। इस दौरान गुजरात में कोराना की एंट्री के साथ ही सरकार और सतर्क हो गई है और एहतियातन कड़े कदम उठाए जा रहे है। मनपा और जिला प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। शुक्रवार को जिला कलक्टर और मनपा आयुक्त ने संयुक्त प्रेसवार्ता में प्रशासन की ओर से उठाए जा रहे क़दमों के बारे में जानकारी दी थी। प्रशासन की ओर से शुक्रवार से सभी सरकारी कार्यालयों में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। इसके अलावा जनसेवा केन्द्र, रजिस्ट्रार कार्यालयों को भी बंद कर दिया गया। शहर के मंदिर भी शुक्रवार सुबह से दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिए गए। सरकारी कार्यालयों के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। शहर के रेस्टोरेंट और खाने पीने की जगह को भी 29 मार्च तक बंद कर दिया गया है। वहीं जिला कलेक्टर की अपील पर शुक्रवार दोपहर के बाद से मंगलवाल तक सभी कपड़ा मार्केट तथा सोमवार तक हीरा उद्योग को भी बंद कर दिया गया। सुबह से ही मनपा की और से शहर भर में पान तथा नाश्ता की दुकानों को बंद करवाने की शुरुआत की गई। आवश्यक सेवाओं के अलावा सभी प्रतिष्ठानों को बंद करवा दिया गया। हालात को देखते हुए लूम कारखाने , प्रोसेसिंग इकाइयों में भी श्रमिकों को छुट्टी दे दी गई है। इसके अलावा प्रशासन की ओर से लोगों को लगातार जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे लोग भी अनावश्यक घरों से बाहर निकलना टाल रहे हैं। अघोषित लोकडाउन के इस माहौल के कारण शहर में सन्नाटा पसर गया है। सड़के सुनसान नजर आने लगी है।जनता कर्फ्यू के समर्थन में सूरत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 22 मार्च को किए गए जनता कर्फ्यू के आह्वान को देशभर में समर्थन मिलता दिख रहा है। ऐसे में सूरत शहर भी पूरी तरह जनता कर्फ्यू के लिए तैयार नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद से ही कई लोग समर्थन में आगे आने लगे थे। सोशल मीडिया पर जनता कर्फ्यू के समर्थन के लिए अपील की जा रही थी तो मनपा आयुक्त, जिला कलक्टर और मेयर की ओर से भी 22 मार्च को घरों से बाहर नहीं निकलने और जनता कर्फ्यू का समर्थन करने की अपील की गई गई। जिससे शहर के उद्योग जनता कर्फ्यू के लिए तैयार हो गए है। ऐसे में रविवार को जनता कर्फ्यू को सूरत में पूरी तरह सफलता मिलने की संभावना है।