सूरत
सूरत सूरत में गुजरात में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। सूरत में कोरोना के मरीजों की संख्या 800 के पार पहुंच चुकी है। अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है। सूरत में प्रशासन की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
इसके बावजूद कुछ क्षेत्रों में मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं! फ़िलहाल लिंबायत, सेन्ट्रल और वराछा ज़ोन में केस ज़्यादा है। लिंबायत क्षेत्र की बात करें तो यहां पर कोरोना के सबसे अधिक मरीज दर्ज हुए हैं। पूरे शहर में दर्ज 800 में से 300 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।बताया जा रहा है कि पॉजिटिव की संख्या के अनुसार मौतें देखें तो रांदेर और सेंट्रल जोन में क्रमश: 10. 4 और 9.3 प्रतिशत है।
अब तक की बात करें तो शहर में कोरोना से हुई कुल 37 मौतों में से 15 लिंबायत में, 11 सेंट्रल जोन में और पांच रांदेर में हुई है।प्रतिशत के हिसाब से देखें तो रांदेर जोन में मृत्यु दर सबसे अधिक है। इसके बाद सेंट्रल जोन और लिंबायत जोन तीसरे स्थान पर आता है। लिंबायत जोन में मान दरवाजा टैनामेंट के मरीजों की संख्या अधिक है।
इसके बाद मीठीखाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में भी कोरोना के मरीज मिले हैं। लिंबायत में मनपा प्रशासन की ओर से विशेष ध्यान दिया जा रहा है।मनपा प्रशासन ने कहा है कि वह स्लम क्षेत्रों पर फोकस कर रही है। कई क्षेत्रों में प्रशासन ने हैंड वॉश मशीन भी लगा रखे हैं। इसके अलावा क्लीनिक भी शुरू किया है।मनपावके कर्मचारी घर-घर जाकर डोर टु डोर सर्वे भी कर रहे हैं और जिसे आशंका लगती है उन्हें जांच के लिए भी भेज रहे हैं।
इन लोगों ने क्लस्टर क्वारन्टाइन तोड़ा तो कार्रवाई पक्की समझो
उधना में कर्मयोगी- II, पुलिस कॉलोनी और पत्रकार कॉलोनी क्षेत्र 1290 घरों में रहने वाले 5774 क्ल्स्टर क्वारन्टइन घोषित किया गया है। अगले आदेशों तक उन्हें अनिवार्य क्वारन्टाइन में रहने का आदेश दिया गया है। सूरत म्यूनिसिपल कमिश्नर बंछानिधि पाणि की ओर से इस बारे में एक अधिसूचना जारी की गई है। इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन होना चाहिए, अन्यथा भारतीय दंड संहिता की धारा 188 तथा और महामारी रोग अधिनियम 1897 तहत आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सूरत शहर के जिन क्षेत्रोे में कोरोना के अधिक पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं। उन क्षेत्रों को क्लस्टर घोषित किया जा रहा है। और लोगों को क्लस्टर क्षेत्रों में क्वारन्टाइन किया जा रहा है। इन घोषणाओं के उल्लंघन पर भी मुकदमा चलाया जाएगा। सूरत में 35 से अधिक क्षेत्रों को अब तक क्लस्टर घोषित किया गया है। वर्तमान में लिम्बायत, वराछा-ए क्षेत्र के साथ-साथ सेन्ट्रल और में उधना जोन में मामले सामने आ रहे हैं। सूरत में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 800 के करीब पहुंच गई है।
सूरत में अधिक से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं और ज्यादा मामले सूरत के स्लम इलाकों से आ रहे हैं। और यहां तक कि स्लम क्षेत्रों के साथ घनी आबादी वाले क्षेत्रों में, सिस्टम की चिंता बढ़ रही है। इसलिए सूरत नगर निगम द्वारा एक नई रणनीति पर काम किया जा रहा है। और ऐसे क्षेत्र जहां मामले अधिक आ रहे हैं, उन्हें क्लस्टर घोषित किया जा रहा है।