देश के सबसे प्रख्यात गणपति लाल बाग के राजा इस बार कोरोना के कारण स्थापित नहीं किए जाएंगे। जहां पर लाल बाग के राजा गणपति बप्पा की स्थापना की जाती है उस जगह के बिल्कुल नजदीक कंटेंटमेंट जॉन है।
बीते 86 साल में यह पहली बार है कि जब की लाल बाग के राजा स्थापित नहीं किए जाएंगे। वर्षों से चल रही इस परंपरा को कोरोना के कारण तोड़ना पड़ा है। यह निर्णय ले पाना बहुत ही मुश्किल था। लेकिन देश ही देवता है इस भावना के साथ 3 घंटे तक 12 सौ सदस्यों की जूम मीटिंग में यह निर्णय लिया गया।
लाल बाग के राजा का दर्शन करने के लिए प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आते थे। केंद्रीय गृह प्रधान अमित शाह, अमिताभ बच्चन सहित बड़े-बड़े सेलिब्रिटी बप्पा के दर्शन के लिए जा चुके हैं। लाल बाग के राजा के प्रति लोगों की असीम श्रद्धा है। बप्पा के विसर्जन के दौरान भी सवेरे से ही जुलूस की तैयारी की जाती है। लगभग 19 घंटे का समय विसर्जन स्थल तक जाने में लगता है।
मंडल के सचिव सुधीर सालवी ने मीडिया को बताया कि मंगलवार को मीटिंग हुई। इसमें 1200 सदस्य शामिल रहे।जूम अप्लीकेशन पर मीटिंग की शुरुआत रात 9 बजे से हुई 12 बजे तक चली, जिसमें कि 22 अगस्त से होने वाले गणेश उत्सव की गणेश बप्पा की स्थापना नहीं करने का फैसला किया गया है। सालवी ने कहा कि देश को ही हम देवता मानते हैं।
देशभर में कोरोना का संकट है।इसलिए इस बार हमने मूर्ति स्थापना नहीं करने का फैसला किया है। मूर्ति स्थापित करने से भीड के कारण संक्रमण का भय और बढ़ जाता है। इस बार हम के ई एम हॉस्पिटल में प्लाज्मा डोनेशन कैंप का आयोजन करेंगे। गणेश उत्सव की खुशी मनाएंगे। इसके अलावा घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के परिवार को सम्मानित किया जाएगा।
कोरोना के इलाज के लिए 25 लाख रुपए का चेक मंडल की ओर से मुख्यमंत्री को दिया जाएगा। आपको बता दें कि लाल बाग के राजा की स्थापना 1934 की जा रही है। यह मूर्ति हर साल एक ही रहती है लेकिन, इसका थीम बदल दिया जाता है।बीते 86 साल से लाल बाग के राजा की स्थापना की जा रही है।