जब कोरोना के कारण लोग अपने घरों में रहना पसंद करते हैं और परिवारजनों के बीच समय बीताना मुनासिब मान रहे है। ऐसे में दिन रात व्यवस्था में लगे रहने वाले कई पुलिस कर्मी भी कोरोना संक्रमित हुए है। गुजरात में कोरोना के कारण 107 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मौत हो गई। इसमे आर्म्स युनिट के डीआईजी एम. के नायक तथा और अहमदाबाद के दरियापुर के पीआई जे बी चावड़ा की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई।
पुलिस के साथ ड्यूटी निभाने वाले भाई होम गार्ड और टीआरपी के जवानो में भी कोरोना तेजी से फैला। उनमें भी 22 जवान संक्रमण के कारण नहीं बचे। कोरोना ने भारत में मार्च के 2020 से दस्तक की है। इसके बाद से प्रशासन की जिम्मेदारी लगातर बढती जा रही है। इसमें पुलिस ने कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया है। इसके बावजूद मनपा की और पंचायत के चुनाव किए गए थे इन दिनों भी सरकारी विभागों के साथ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात ड्यूटी पर तैनात थे।
कोरोना के कारण लगभग 80 से अधिक पुलिसकर्मियों की मौत हुई है। अहमदाबाद में 20 और वड़ोदरा में 13 पुलिस कर्मचारियों की मौत हुई है और कई कर्मचारी उपचाराधीन है। कोरोना काल में एक और जहां लोग घरों में रहना पसंद करते हैं वहीं बंदोबस्त के नाम पर पुलिस को दिन-रात दौड़ाया जाता है। गांधीनगर पुलिस कर्मचारी का एक मामला सामने आया था।
वह कोरोना संक्रमित होने के बाद उनके परिवार जनों ने एक उच्च अधिकारी का संपर्क करके हॉस्पिटल में बेड दिलाने के लिए कहा लेकिन उन्हें हॉस्पिटल में बेड नहीं मिला और ऑक्सीजन नहीं होने के कारण उनकी मौत हो गई।एक सीनियर आईपीएस अधिकारी का बेटा कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद पुलिस अधिकारी हॉस्पिटल में लेकर गए थे लेकिन उन्हें भी बेड की व्यवस्था नहीं मिली और उन्होंने बेटे को घर पर ही जाकर उपचार शुरू करवाया था।
कोरोना के कारण कितने पुलिसकर्मी की मौत हुई
अहमदाबाद -20
सूरत में 08
राजकोट 03
वडोदरा 13
गांधीनगर 05