दो महीने के बाद खुली वाइन शॉप,लोगो की लगी भीड

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लॉकडाउन के कारण जहां सब अन्य समस्या के कारण परेशान थे वहीं पान-मसाला खाने वाले और शराब पीने वाले यह नहीं मिलने से परेशान थे.
लॉकडाउन के कारण दो महीने तक वाइन शॉप बंद रहने से शराब के लिए परेशान लोगों ने शराब की दुकान खुलते हीं शराब की खरीद के लिए लंबी लाइन लगा दी। यह लाइन इतनी लंबी हो गई कि वाइन शॉप संचालकों को टोकन सिस्टम से शराब बेचना पड़ा। आज एक ही दिन में एक हजार से अधिक शराब की बोटल बिक गई।

मिली जानकारी के अनुसार परमीट वाले लोगों को हर महीने पांच वाइन शॉप दुकाने से लेने की छूट है। लेकिन पिछले दो महीने से लॉकडाउन के कारण दुकान बंद होने से लोग खरीद नहीं पाए थे। दूसरी ओर वाइन शॉप में भी बियर की बिक्री की समय सीमा समाप्त हो जाने से वापिस करने की नौबत आई थी। इश दौरान 1 जून से दुकान खोलने की छूट मिलते ही लोग ब़डी संख्या में पहुंच गए थे।

सबेरे नौ बजे से ही लोगों की लाइन लगने लगी थी और वराछा, मेरियोट होटल, टीजीबी तथा लोर्डस प्लाजा होटल में लोगों को नंबर का टोकन देना पड़ा। वाइन शॉप संचालकों ने लगभग दौ सो लोगों को टोकन दिए। आज लगभग 170 लोगों को ही बियर दे पाए। बाकी को कल बुलाया है। 

यार्न और जरी की खरीद पर 60 दिन का ब्याज नहीं चुकाएंगे सचिन सचिन जीआइडीसी के उधमी
लॉकडाउन के बाद व्यापार धंधा खुलते ही पेमेन्ट की रामायण शुरू हो गई। रविवार को सूरत कलर केमिकल मर्चेंट एसोसिशन के सदस्यों की मीटिंग में पेमेन्ट संबधित कई महत्वूपूर्ण फैसले लिए गए। इसके बाद सोमवार को सचिन जीआइडीसी के कपड़ा उधमियों की मीटिंग हुई। इसमें बिते 60 दिनों तक लॉकडाउन के कारण कारोबार ठप्प होने के कारण इन दिनों का ब्याज नहीं चुकाने का फैसला किया है। 

सचिन जीआइडीसी वीवर्स एसोसिएशन के प्रमुख महेन्द्र रामोलिया ने बताया कि लॉकडाउन के बाद अभी तक कारोबार अच्छे से नहीं शुरू हो सका है और यार्न वाले, जरी वाले सहित तमाम उधमी पेमेन्ट की ड़िमांड कर रहे है। रामोलिया ने बताया कि अन्य राज्यों में काम करने वाले ज्याअभी तक सचिन जीआइडीसी में 2250 यूनिटों में से सिर्फ 350 शुरू हो चुके हैं और अभी पता नहीं कितने दिन लगेंगे। ऐसे में सोमवार को सचिन जीआइडीसी के वीवर्स की ओनलाइन मीटिंग में जरी और यार्न के 60 दिनों के बकाया पेमेन्ट का ब्याज नहीं देंगे।