सूरत में बंद हो सकती है डाइंग मिलें!! कपड़ा बाज़ार कब खुले पता नही!!

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सूरत
देशभर में कोरोना की महामारी के कारण लॉकडाउन होने से सूरत का कपड़ा उद्योग बुरी तरह से नुकसान कर रहा है। कपड़ा बाजार बंद होने के कारण उससे जुड़े तमाम घटक भी परेशान हो गए हैं। देश में जिस तरह से कोरोना बढ़ रहा है वह देखते हुए कपड़ा बाजार कब खुलेगा यह कह पाना मुश्किल है। जब तक कपड़ा बाजार नहीं खुलेगा, तब तक प्रोसेसिंग यूनिट भी नहीं खुलेंगे। ऐसे में प्रोसेसिंग मिलकर संचालकों ने कपड़ा अनिश्चितकालीन बंद कर देने के लिए विचार करना शुरू कर दिया है।

बुधवार को साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर एसोसिएशन की मीटिंग हुई। इसमें वर्तमान परिस्थिति पर समीक्षा की गई मीटिंग में साउथ गुजरात टेक्सटाइल एसोसिएशन के प्रमुख जीतू वखारिया, पूर्व प्रमुख प्रमोद चौधरी कपड़ा उद्यमी कमल विजय तुलस्यान, विनय अग्रवाल, विनोद अग्रवाल सहित अन्य उद्यमी उपस्थित रहे।सभी ने वर्तमान परिस्थिति पर चिंता व्यक्त की और लोग डाउन तक इस मुद्दे को अभी टाल दिया है।

लॉकडाउन डाउन के बाद क्या परिस्थिति रहती है इस पर समीक्षा कर आगे का फैसला लिया जाएगा कपड़ा उद्यमियों का कहना है कि जब तक कपड़ा बाजार नहीं खुलेगा तब तक टेक्सटाइल मिले कैसे खुल सकती हैं? क्योंकि व्यापार नहीं होगा तब तक जॉब वर्क भी नहीं दे सकेंगे। सूरत का कपड़ा बाज़ार रेड जॉन में है। कोरोना के कारण माल नहीं बिकने से व्यापारी भी परेशान है। बिना बाजार खुले प्रोसेसिंग मिल भी नहीं खुल पाएंगी। हालांकि प्रोसेसिंग मिल नही खुले तो व्यापारियों के करोड़ों मीटर कपड़े मिलो में फस सकते हैं।

कपड़ा दुकानें कब खुले कहना मुश्किल

फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री चंपालाल बोथरा ने बताया कि कपड़ा बाजार कब खुलेगा यह लेकर अभी तक अनिश्चितता है। क्योंकि सरकार की मानसिकता ज्वेलरी और टेक्सटाइल सेक्टर को सबसे अंतिम चरण में खोलने की दिख रही है।तब तक के लिए कपड़ा बाजार खुल पाना मुश्किल है। ऐसे में व्यापारियों की हालत पतली हो रही है। क्योंकि उनके पास रही हुई पूंजी फस गई है।

व्यापारियों का जॉबवर्क का कपड़ा फँसा
फोस्टा के रंगनाथ साडा ने बताया कि यदि डाइंग मिल अनिश्चित काल के लिए बंद होते हैं तो व्यापारियों को मिलो में दिए हुए उनके कपड़े को निकाल कर इधर से उधर ले जाने की दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है इससे अलावा व्यापारियों के लिए अन्य नई मुसीबतें भी खड़ी हो जाएंगी।

अभी फ़ैसला नही

प्रोसेसिंग मिल बंद होने के बारे में बुधवार को मीटिंग में प्रोसेसर एसोसिएशन के प्रमुख जीतू वखारिया ने कहा कि फिलहाल बंद के बारे में कोई फैसला नहीं किया गया है।17 मई के बाद सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार आगे की परिस्थिति की समीक्षा की जाएगी।

प्रोसेसर्स मुश्किल में
कपड़ा उद्यमी कमल विजय तुलस्यान ने कहा कि कोरोना के कारण प्रोसेसिंग मिल संचालक मुसीबत में फंस गए हैं लॉकडाउन खुलने के बाद भी किस तरह यूनिट शुरू होंगे बहुत बड़ा सवाल है।फिलहाल तो हम श्रमिकों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था करने में जुटे हैं