सूरत: बिजली कंपनी ने दी बिजली बिल में यह छूट, आप को मिली?

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सरकार ने कोरोना से पीड़ित दक्षिण गुजरात के लोगों के लिए बिजली बिल में राहत दी है। दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शनिवार को बताया गया कि लॉकडाउन के बाद जो पहला बिल आया है इसमें प्रतिमास 200 यूनिट बिजली तक का उपयोग करने वालों को 100 यूनिट की छूट दी गई है तो कई लोगों को 1 महीने के फिक्स चार्ज से मुक्ति दी गई है।

22 मार्च से कोरोना के कारण देशभर में लॉकडाउन का माहौल है। ऐसे में लोगों का काम धंधा छूट गया था इस दौरान बिजली कंपनी ने दिए बिल के कारण लोगों में नाराजगी का माहौल था। लोगों का कहना था कि बिजली कंपनी ने मनमानी बिल दिया है और इसमें लोगों से ज्यादा कीमत वसूल की जा रही है।

इस बारे में बिजली कंपनी के मैनेजर एन ए दवे ने स्पष्टता करते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान गर्मी के दिनों में लोग घर में रहे बिजली की खपत हुई।ज्यादा बिल नहीं दिया गया है बल्कि लॉकडाउन के पहले का अंतिम बिल और लोक डाउन के बाद का पहला बिल इन दोनों बिल में यूनिट के अंतर के आधार पर और जीआरसी की गाइड लाइन के अनुसार बिजली यूनिट का मासिक शॉट बनाकर रेजिडेंशियल जोन में दिया गया था।

लोक डाउन के दौरान गर्मी के दिनों में लोग घरों में रहे इस कारण बिजली की खपत भी ज्यादा रही। इसके चलते लोगों को लगता है कि बिजली का बिल ज्यादा दिया गया। हालांकि सरकार ने फिलहाल जिन लोगों के मासिक बिल में 200 यूनिट होगा उन्हें 100 यूनिट माफ कर देने की बात कही है या तो 1 मार्च फिक्स चार्ज में से मुक्ति दी जाएगी.। इस योजना का लाभ शहर के और दक्षिण गुजरात के 1900000 लोगों को मिलेगा।

बिजली कंपनी ने बताया कि बिजली कंपनी लोगों को समझा रही है यह बिल किस आधार पर दिया गया है। तीन बिजली बिल का औसत बिल मतलब कि नवंबर से मार्च महीने तक के 6 महीने बिजली बिल के औसत के आधार पर बिल दिया गया था। हालांकि कई लोग यह भी शिकायत कर रहे हैं कि बिल देने के बाद भी उनके नए बिल में पुराना बिल जोड़कर आया है। इस बारे में कंपनी आंखों से बात कर रही है।