लॉकडाउन में भी इस शहर में ट्रैफ़िक जाम?

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सूरत
सूरत में कई क्षेत्रों को रेड जोन घोषित किया होने के कारण लॉकडाउन- 3 में राज्य सरकार की ओर से कोई छूट नहीं दी गई है। इसके बावजूद सोमवार दोपहर 11:30 बजे के करीब शहर के मजूरा गेट क्षेत्र पर आम दिनों की तरह बड़ी संख्या में वाहन आ जाने से ट्रैफिक जाम हो गया ।इतनी ट्रैफिक देखकर आनन-फानन में पुलिस जवान दौड़े आए और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने का प्रयास करने लगे ।आपको बता दें कि शहर में प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या देखते हुए कई क्षेत्रों में क्लस्टर घोषित किया है ।कई क्षेत्र रेडजॉन के तौर पर हैं।प्रशासन बार-बार लोगों से सोशल डिस्टेंस का पालन करने की गुहार लगा रहा है ।लेकिन इसके बावजूद कई क्षेत्रों में सब कुछ सामान्य दिनों की तरह होता नजर आ रहा है ।कुछ क्षेत्रों में लॉकडाउन का पालन जिस तरह से होना चाहिए वैसा नहीं हो रहा है। आज की घटना ने प्रशासन के लिए भी चिंता खड़ी कर दी है ।बड़ी संख्या में कार और टू व्हीलर आ जाने के कारण थोड़ी देर तक ट्रैफिक जमा रहा ।इसको देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सूरत के लोग लोगों के प्रति कितना गंभीर है कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।

यूपी जाने के लिए सरकार ने रखी यह शर्त
लॉकडाउन के कारण सूरत में यूपी के लाखों श्रमिकों को यूपी सरकार से इजाज़त मिलने का इंतज़ार है, लेकिन अभी तक यूपी सरकार की ओर से मंज़ूरी नही मिलने के कारण उनकी हालत लाचार जैसे हो गई है ।बताया जा रहा है कि यूपी सरकार ने सूरत से श्रमिकों को यूपी भेजने के लिए गुजरात सरकार के समक्ष एक प्रस्ताव रखा है जिसमें कि यह बताया गया है कि यूपी जाने वाले लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने के बाद यदि उनका रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आता है तभी उन्हें यूपी भेजा जा सकता है ।इस प्रस्ताव ने गुजरात सरकार की समस्या बढ़ा दी है ।इसके चलते यूपी वाले लाखों श्रमिकों पर सूरत में ही रहना पड़ सकता है ।मिली जानकारी के अनुसार सूरत में यूपी, बिहार ,ओडिशा ,छत्तीसगढ़, झारखंड मध्य प्रदेश ,राजस्थान ,महाराष्ट्र आदि कई राज्यों के लोग रहते हैं ।इन राज्यों में से ज़्यादातर राज्यों ने अपने श्रमिकों को वापस बुला लिया है लेकिन , यूपी सरकार अभी भी चुप है। बिहार और झारखंड के लिए आज से ट्रेन शुरू हो जाएगी ऐसे में यूपी वालों की धड़कन और बढ़ गयी है ।वह राज्य सरकार से यूपी जाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन , गुजरात राज्य सरकार की भी अपनी मजबूरी है बताया जा रहा है कि यूपी सरकार ने गुजरात के समक्ष यह शर्त रखी है कि जो श्रमिक यूपी आना चाहते हैं ।उन्हें 14 दिन क्वारंटाइन किया जाए इसके बाद उनका कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आयी तभी उन्हें यूपी भेजा जाए।