कुछ दिनों पहले ही भारत और चीन के बीच लद्भाख विवाद को वार्ता के ज़रिए समाप्त तक लेने की बात आई थी इसी बीच हिंसा का जानकारी सामने आ रही है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच सोमवार रात लद्दाख की गालवन वैली में बीच हिंसक झड़प हो गई। इसमें भारत के एक कर्नल और दो जवान शहीद हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार भारत और चीन के सैनिकों के बीच पथराव हुआ। डंडों से एकदूसरे पर हमला किया गया।भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई में चीन के 5 सैनिक मारे गए हैं और 11 जवान घायल हुए हैं। हमेंशा की तरह चीन ने उल्टा भारत पर बॉर्डर क्रॉस करने का आरोप लगाया है।मीडिया सूत्रों के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत एकतरफा कार्रवाई न करे, नहीं तो मुश्किलें बढ़ेंगी।
इस बीच परिस्थिति पर नियंत्रण के लिए आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने पठानकोट मिलिट्री स्टेशन का अपना दौरा टाल दिया है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, तीनों सेनाओं के चीफ और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मीटिंग की।
सीडीएस बिपिन रावत, तीनों सेनाओं के प्रमुख और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ लंबी मीटिंग के बाद राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पहुंचे। राजनाथ ने लद्दाख में भारत और चीन के बीच सैन्य झड़प पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी।
सेना के सूत्रों के मुताबिक, चीन ने ही सुबह 7:30 बजे मीटिंग की पेशकश रखी। इसके बाद से मेजर जनरल लेवल की बातचीत चल रही है।
आर्मी की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘‘ सोमवार रात को गालवन वैली में डी-एक्स्केलेशन प्रोसेस चल रही थी, लेकिन तभी हिंसा हो गई। हमारे एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए।
अभी दोनों देशों की सेनाओं के सीनियर ऑफिसर तनाव कम करने के लिए मौके पर ही मीटिंग कर रहे हैं।’’ थोड़ी देर बाद सेना ने दोबारा बयान जारी कर कहा कि हिंसक झड़प में दोनों तरफ के सैनिकों की जान गई है।
अभी दोनो देशों के बीच मीटिंग के ज़रिए परिस्थिति पर नियंत्रण का प्रयास किया जा रहा है।
वैसे तो पहले से ही भारत के लोगों में चीन के प्रति नाराज़गी है इस घटना के बाद चीन की चीजों का बहिष्कार के मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे।