अनाविल समाज की ब्रेनडेड दिशा के परिवार ने दिशा की कीडनी, आंख, लीवर और चक्षुओ का दान कर पांच लोगों को नया जीवन दिया।
डोनेट लाइफ की ओर से मिली जानकारी के अनुसार देवांग नायक की 20 वर्षीय पुत्री दिशा घर पर फांसी लगा ली थी।उपचार के लिए उसे गणदेवी की दमणिया अस्पताल ले जाया गया। वहां से अधिक उपचार के लिए उसे सूरत की सीड्स होस्पिटल में दाखिल किया गया। सीटी स्केन में पता चला कि दिमाग में खून और ऑक्सीजन नहीं पहुंचने के कारण दिमाग में सूजन आ गई थी।
रविवार को इन्टेन्टसिविस्ट डॉ करशन नंदाणिया, न्यूरोफिजिश्यन डॉ. गौरांग घीवाला, गेस्ट्रोलोजिस्ट डॉ. राजीव महेता और सर्जन केयूर भट्ट ने दिशा को ब्रेनडेड घोषित कर दिया।
इन्टेन्टसिविस्ट डॉ करशन नंदाणिया और गेस्ट्रोलोजिस्ट डॉ. राजीव महेता ने स्टेट एडवाइजरी कमेटी फोर ओर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लान्टेशन के कमेटी मेंबर और डोनेट लाइफ के स्थापक निलेश मांडलेवाला का टेलिफोनिक संपर्क कर दिशा को ब्रेनडेड की जानकारी दी।
निलेश मांडलेवाला ने दिशा का कोरोना टेस्ट करने को कहा और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही आगे बढा बएगा ऐसा बताया। कोरोना का टेस्ट नेगेटिव आने के बाद दिशा के फुफा बंकिम देसाई, पिता देवांग भाई और माता शिल्पाबेन के साथ अंगदान की चर्चा की। पहले तो दीशा के परिवारजनों ने कुछ समय मांगा।
इसके पश्चात 27 तारीख को दिशा के फुफा बंकिम देसाई ने मांडलेवाला को फोन कर दीशा के माता-पिता उनसे मिलना चाहते हैं ऐसा कहा। इसके बाद मांडलेवाला होस्पिटल पहुंचे और अंगदान का महत्व बताकर सारी प्रक्रिया समझाई। दिशा के माता-पिता ने बताया कि उनकी बच्ची पढ लिखकर फिजियोथेरेपिस्ट बनना चाहती थी।
परिवारजनों की ओर से सहमति मिलने के बाद मांडलेवाला ने स्टेट ओर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लान्टेशन के कन्वीनर डॉ प्रांजल मोदी का संपर्क कर कीडनी और लीवर के ट्रान्सप्लान्टेशन की जानकारी दी।
अहमदाबाद की इन्स्टिट्यूट ऑफ कीडनी डीसिज एड रिसर्च सेन्टर ने डॉक्टर सुरेश कुमार और उनकी टीम के साथ आकर कीडनी और लीवर का दान लिया, जबकि लोकदृष्टि चक्षुबेंक ने नेत्र दान लिया।