सूरत में लूम्स कारख़ानों में काम करने वालों का डाटा तैयार होगा!

Spread the love

सूरत
फैडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स एसोसिएशन ने लूम्स कारखाना में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या जानने के लिए सर्वे शुरू किया है। एसोसिएशन की ओर से शहर सहित दक्षिण गुजरात के लूम्स कारख़ाना में काम करने वाले लोगों की जानकारी देने के लिए तमाम कारखाना संचालकों को एक फ़ॉर्म दिया गया है, जिसमें कि उन्हें उनके यहाँ काम करने वाले श्रमिकों की जानकारी देनी है ।

लाखों श्रमिक हुए बेरोज़गार

फैडरेशन ऑफ़ गुजरात विवर्स एसोसिएशन के प्रमुख अशोक हीरा वाला ने बताया कि कोरोना के समय में फैली महामारी के दौरान लाखों श्रमिक बेरोज़गार हो गए हैं ।कारख़ाना संचालकों के लिए भी यह मुश्किल का समय चल रहा है ।एक और व्यापार बंद है और दूसरी ओर खर्च चल रहे हैं। ऐसे में हम कपड़ा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों का एक डाटातैयार कर केंद्र सरकार को भेजेंगे ।

केन्द्र से लगाएँगे गुहार
इसके आधार पर कपड़ा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों के लिए राहत पैकेज की माँग करेंगे ।अभी तक हमारे पास इसका कोई डाटा नहीं होने के कारण हम प्रकार से अपने कोई माँग नहीं कर पा रहे थे । इसके पहले यदि हमने माँग की भी थी तब सरकार ने श्रमिको का डाटा माँगा और बात वहीं पर बंद हो गई थी ।इसलिए अब हम दक्षिण गुजरात में लूम्स कारख़ाने में कितने श्रमिक काम करते हैं । इसकी जानकारी इकट्ठा कर केंद्र सरकार को देंगे

आर्थिक पैकेज की अपेक्षा
लॉकडाउन के कारण व्यापार बिलकुल बंद है ।ऐसे में छोटे और मध्यम उद्यमियों की हालत पतली वह पे जा रही। क्योंकि उनके पास आय के स्रोत नहीं बचे हैं । जबकि बिजली खर्च, बैक ब्याज और श्रमिकों के वेतन सहित अन्य कई प्रकार के खर्च अभी भी चल रहे हैं ।इसके लिए वह सरकार से आर्थिक पैकेज की अपेक्षा कर रहे हैं ।आपको बता दें कि सूरत में कोरोना के कारण अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है और पॉज़िटिव केस की संख्या 440 के क़रीब पहुँच गई है दरार बताया