वीवर को चाहिए सात दिनों में पेमेन्ट, क्या करेंगे व्यापारी?

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फैडरेशन ऑ्रफ गुजरात वीवर्स एसोसिसएशन(फोगवा) के सदस्यों की सोमवार को मीटिंग हुई मीटिंग में पेमेन्ट को लेकर चर्चा की गई। चर्चा के अंत में वीवर्स ने नीचे बताए अनुसार फैसला किया। इसके पहले फोगवा और फोस्टा की मीटिंग हुई मीटिंग में कोई फैसल नहीं हो सका। तब तक वीवर्स इस नियम से व्यापार करेंगे।


(1) प्रत्येक व्यापारी को वार टु वार अर्थात कि सात दिनों में पेमेन्ट करना होगा। इसमें कोई बटाव नहीं होगा।
(2) व्यापार के नीति नियम के अनुसार ग्रे कपडे के बाकी पेमेन्ट पर 45 दिनो के ब्याज पर छूट दी जाएगी।
(3) उत्तर प्रदेश तथा बिहार और ओडिशा आदि राज्यों से श्रमिकों को वापिस लाने के लिए ट्रेन चलाने के लिए सरकार से मांग की जाएगी।
‌उल्लेखनीय है कि इन दिनो कपडा बाजार में पेमेन्ट को लेकर मामला गरमाया है। जहां एक ओर विवर ने वार-टु-वार पेमेन्ट की बात कही है वहीं दूसरी ओर व्यापारियों की संस्था फोस्टा ने कपड़ा मार्केट के व्यापारियों से 60 दिनों तक माल नहीं खरीदने की अपील की थी।

इसे लेकर कुछ दिनों तक मामला तंग रहा। फोस्टा का कहना है कि अभी तो कपड़ा व्यापार अच्छे से शुरू भी नहीं हुआ है। अन्य राज्यों के व्यापारी और श्रमिक भी नहीं लौटे हैं ऐेसें में पहले व्यापार अच्छे से शुरू हो इसके बाद नई चीजें देखी जाएगी।

पेमेन्ट मुद्दे पर मिली व्यापारी संगठनों की मीटिंग, जानिए क्या बोले?

साउथ गुजरात टैक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन की ओर से बीते दिनों व्यापारियों से बिलंबित पेमेन्ट पर ब्याज की मांग और तीस दिन में पेमेन्ट की बात कही गई थी। इस पर व्यापारियों में नाराजगी थी। इस मुद्दे पर लंबा विवाद चला। सोमवार को पेमेन्ट के बारे में चर्चा करने के लिए साउथ गुजरात टैक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन, साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन और व्यापार प्रगति संघ के सदस्यों की बीच मीटिंग हुई।

इसमें प्रोसेसर्सने अपना पक्ष रखते हुए कह कि हमे कलर केमिकल तथा श्रमिकों का वेतन कैश में चुकाना होता है। इसलिए हमें पेमेन्ट जल्दी मिलना चाहिए। इस पर व्यापारियों ने भी अपनी समस्या रखते हुए बताया कि लॉकडाउन के बाद अभी बाजार अच्छे से खुला नहीं है। कई राज्यों में रिटेल मार्केट भी नहीं खुले होने के कारण व्यापार नहीं शुरू हो सका है। ऐसे में जल्दी पेमेन्ट कर पाना मुशिकल है। व्यापारी और प्रोसेसर्स के बीच तमाम मुद्दो पर खुल कर बात हुई। प्रोसेसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना था कि वह इस बारे में जनरल मीटिंग में चर्चा कर जल्दी फैसला करने का प्रयास करेंगे।